भोजपुरी हलचल

Bhawuk ji ke photo

भोजपुरी साहित्य के मिलल पहिलका बेर भारतीय भाषा परिषद के युवा पुरस्कार. २००६ के युवा पुरस्कार खतिर भोजपुरी के मशहूर युवा कवि 'तस्वीर जिन्दगी के' के गजलकार मनोज भावुक के नाम घोषित कइल गइल बा . भोजपुरी का संगे संगे हिन्दी में यतीन्द्र मिश्र के, उर्दू में शाहिद अख्तर के, आ मलयालम में संतोष इच्चिकन्नम के युवा पुरस्कार से सम्मानित कईल जाई.

एह साल के पुरस्कार वितरण गुलजार जी के हाथ से १५, १६, आ १७ सितम्बर के कलकत्ता में आयोजित कार्यक्रम में दिहल जाई.

अंजोरिया का तरफ से मनोज भावुक के हार्दिक बधाई.


मंगल पान्डेय के गांव नगवां में सोमार २८ अगस्त के भोजपुरी फिल्म - कबले अईहें सजनवा हमार - की शुटिंग शुरु भईल. एह अवसर पर मंगल पांड़े के परिवार के चौथा पीढ़ि के पतोहू तेतरी देवी नारियल फोड़ि के शूटिंग के शुरु करवली. सच्चिदानन्द के कहानी वाली फिलिम में कुल्हि नवगो गाना बा. फिलिम के अधिका शूटिंग बलिये में होखे के खबर बा.


बलिया के कलाकारन से बनल एगो टेली फिलिम - भाई के धन - भी एहघरी चरचा में बा. ऐह सिनेमा में विवेकानन्द सिंह नायक आ साधना मिश्र नायिका के रोल कइले बा लोग. ऐह कर कैमरा मैन अनिल अकेला आ लाल बाबू, निर्देशक रंजन कुमार बाड़न. पटकथा सुरेश के लिखल हऽ आ गाना रविन्द्र राजू के आवाज में बा.


बुधवार २३ अगस्त के मुम्बई में आयोजित एगो समारोह में हिन्दी फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन, भोजपुरी सिनेमा के मशहूर नायक मनोज तिवारी, आ भोजपुरी सिनेमा के मशहूर नायिका नगमा एके मंच पर हाजिर भईल लोग. मौका रहुवे "गंगा" के संगीत जारी कईला के.

अमिताभ बच्चन अपना मेकअप करे वाला दीपक सावन्त के बनावल एह सिनेमा में पहिला बार भोजपुरी फिल्म में आईल बाड़े. गंगा किनारे के इ छोरा भोजपुरी सिनेमा से अतना दिन दूर रहल बाकिर अब हेमा मालिनी के संगे "गंगा" में अभिनय क के भोजपुरी से आपन लगाव प्रकट कइ दिहलन.


मशहूर शहनाई बजवईया बिस्मिल्लाह खाँ सोमार २१ अगस्त के खुदा के प्यारा हो गईलन. ९१ साल के बिस्मिल्लाह खान भारतरत्न पुरस्कार से सम्मानित भईल रहुवन. अतवार के दिल के दौरा पड़ला पर उनुका के बनारस के हेरिटेज हास्पीटल में भर्ती करावल गईल जहां सोमार के ऊ आखिरी सांस लिहुवन. बाद में उनुका के सुपुर्देखाक क दीहल गईल.
अंजोरिया परिवार बिस्मिल्लाह खां के आपन श्रद्धासुमन अर्पित करत बा.


नवका जमाना भोजपुरी सिनेमा के बा. अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी जइसन लोगन का बाद अब हिन्दी सिनेमा के अपना जमाना के मशहूर खलनायक प्रेम चोपड़ा "पतोहिया हन्टरवाली" में मुख्य भूमिका में आ रहल बाड़ें. नवाब आरजू के संवाद, दुर्गा नटराज के संगीत, आ विनय बिहारी, बिपिन बहार, प्रदीप मधुकर के गीतन से ई फिलिम तइयार हो रहल बा. २० अगस्त के एकर शूटिंग गुजरात के राजपिपला से शुरु भईल बा.


एगो जमाना रहुवे गुलशन कुमार के. संगीत के वइसनका प्रचारक फेर ना मिलल. गुलशन कुमार के टी सीरिज कैसेट के तब धूम रहत रहुवे. कतना कलाकारन के दुनिया के सामने पेश कइलन ओकर गिनती नइखे. कुमार शानू, सोनू निगम, उदित नारायण, अनुराधा पौडवाल, बाबुल सुप्रियो, समीर जइसन केतना नाम बा जवन गुलशन कुमार के चलते दुनिया का सोझा आईल.
१२ अगस्त १९९७ के दिनदहाड़े उनुका घरे के सामने उनुका के दउड़ा दउड़ा के गोली मार दिहल गइल आ जमाना देखते रह गइल. आजु ले उनुका हत्यारन के सजा ना दिआवल जा सकल.
धीरे धीरे सब लोग भुला दिहल उनुका के, ऊहो लोग जे गुलशन कुमारे का चलते आज मशहूर जिनिगी जियत बा लोग. नव साल बाद भोजपुरी फिल्म उद्योग एक बार फेरु से गुलशन कुमार के याद कईलस, जब मनोज तिवारी का परिश्रम से गुलशन कुमार के महा निर्वाण दिवस मनावल गईल. एह मउका पर राजपाल यादव, सरोज खान, टीनू वर्मा, दूर्गा नटराज, दीपक सावन्त, गजेन्द्र सिंह, वगैरह लोग दिवंगत गुलशन के आपन श्रद्धा सुमन अर्पित कईल लोग.


जबसे भोजपुरिया.काम आईल तबसे इन्टरनेट पर भोजपुरी के हलचल बढ़ गईल बा. प्रतिष्ठित स्तर पर बनावल एह वेबसाइट के देखे पढ़ेवाला ऐगो बढ़हन पाठक वर्ग हो गइल बा. भोजपुरिया.काम के काम के सराहे खातिर कतनो कहल जाव, कम होखी.

अभी हाले में नयी दिल्ली का एनसीयूआई आडिटोरियम में ५ अगस्त के एगो कार्यक्रम भईल जवना में डिजीटल इम्पावरमेंट फाउन्डेशन आ मन्थन टीम का तरफ से भोजपुरिया.काम के सर्वोत्तम ई-सांस्कृतिक वेबसाइट के पुरस्कार दिहल गईल.

भोजपुरिया.काम के एह प्रसिद्धि का पीछे ओकरा निदेशक सुधीर कुमार के लगन आ मेहनत बा. अंजोरिया एह उपलब्धि खातिर भोजपुरिया.काम आ सुधीर कुमार के बधाई देत बा.


भोजपुरिया सिनेमा के धूम एहगरी सारा दुनिया में मचल बा.भोजपुरिया हीरो "निरहुआ" दिनेश लाल यादव के तीसरका फिल्म "हो गईल बा प्यार ओढ़नियावाली से" महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, तथा उत्तरप्रदेश के सिनेमा हालन में सुपर हिट हो रहल बा.

दिनेश लाल यादव गाजीपुर के टंड़वा के हउवन. "दुलहिन बिया बेमार, निरहुआ सटल रहे" कैसेट से लोकप्रियता के शिखर पर पंहुचल दिनेशलाल "निरहुआ" के नाम से फेमस हो गइलन.


पिछला तीन जून के जमशेदपुर के तुलसी भवन में जमशेदपुर भोजपुरी साहित्य परिषद द्वारा भोजपुरी के प्रसिद्ध लेखक डॉ. सत्यदेव ओझा के किताब “भोजपुरी कहावतें: एक सांस्कृतिक अध्ययन” के विमोचन कइल गउवे. किताब त वइसे हिन्दी में बा, बाकिर एकर आत्मा भोजपुरिया संस्कृति से जुडल बा. इ किताब वास्तव में आज से लगभग पचास साल पहिले डॉ. सत्यदेव ओझा के द्वारा कइल गइल शोध कार्य हवे, जवना खातिर राँची विश्वविधालय द्वारा उनकरा के डॉक्टर के उपाधि दिहल गइल रहुवे.

एह अवसर पर श्री नागेन्द्र प्रसाद सिंह (अध्यक्ष, अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन), डॉ. बच्चन पाठक ‘सलिल’ (वरिष्ठ साहित्यकार आ सलाहकार, भोजपुरिया डॉट कॉम), डॉ. चन्द्रभूषण सिन्हा, श्री जय बहादुर सिंह (अध्यक्ष, जमशेदपुर भोजपुरी साहित्य परिषद), श्री गंगा प्रसाद ‘अरुण’ आ भारी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहुवे.


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