जन्मोदिन का दिन पड़ गइल महतारी के डाँट

Manoj Tiwari भोजपुरी सिनेमा के मेगास्टार मनोज तिवारी अपना जनमदिन १ फरवरी पर मस्तमौला शहर बनारस के अक्खड़पन के एक बेर फेर से जियलें. कवनो छोट लड़िका के तरह अपना महतारी के हाथ पकड़ के मन्दिर गइलें, प्रसाद लिहलें. तुली के पत्ता ना मिलल त महतारी से मनुहार कर के डलववलें. बाद में जलेबी का दुकान पर माई के रोक के जलेबी खियावे के जिद्द कइलन आ माईयो अपना साड़ी का अँचरा मेंबान्हल पइसा निकाल के दुकानदार के दिहली. ओह दुकान पर बइठ के ई मेगास्टार जिलेबी खइलस आ हैण्डपंप चला के पानिओ पिअलस. सब कुछ कइला का बाद जब शर्ट का बाँह पर मुँह पोछले त माई डाँट दिहली कि पाड़ा नियर हो गइलऽ बाकिर सुधरबऽ नाही. ल रुमाल.

घरे चहुँपलन त पुरान दोस्त लोग जन्मदिन पर गले लगा लिहल. पत्रकारन के भीड़ लागल रहुवे. सवाल उठल कि महतारी का साथै जन्मदिन मनावल कइसन लागल ? मनोज के जवाब रहे, आज हम अपना पुरनका दिन के फेर से जियनी ह आ माई के डाँटो सुननी ह. बाबूजी के आजु बहुत याद आ रहल बा. अतना कहत मनोज रो पड़लन. माहौल कुछ देर बाद सहज भइल त कहलन कि पुरनका दोस्तन का साथे मनावल जन्मदिन के जवन आनन्द बा ओकर बखान नइखे कइल जा सकत. फेर सबका मौजूदगी में केक कटलन. ताली बाजल आ धमाचौकड़ी का साथ साथ कई गंभीरो मुद्दन पर पत्रकारन से बात कइलन.

मनोज तिवारी के मस्तमौला देख कुछ दोस्त कह उठलन, तुसी ग्रेट हो मनोज.

अँजोरिया से बात करत मनोज तिवारी अँजोरिया के सगरी पाठकन आ अपना शुभचिन्तक लोग का प्रति आपन आभार जतवलन कि उनका के जन्मदिन के बधाई प्रेम से दिहल लोग. कहलन कि अँजोरिया अइसहीं भोजपुरी के अँजोर फइलावत रहो, इहे कामना बा.


स्रोत : शशिकान्त सिंह