बिहाने बिहाने के नटखट देवर अजीत आनन्द

स्रोत : पंकज प्रवीण, नयी दिल्ली

Ajit Anand : The naughty anchor of Bihane Bihane

देश के पहिला भोजपुरी हुआ चैनल के कार्यक्रम बिहाने बिहाने के भोजपुरिया भौजी विजया भारती के चुलबुला आ नटखट देवर अजीत आनन्द के नाम आ चेहरा टीवी दर्शकन का बीचे जानल मानल बा. बाकिर भोजपुरी लोक संगीत का दुनिया में उनका प्रसिद्धि के जानकारी शायद कुछ कम लोग के होखी. उनका के लोग गायक से ज्यादा एंकर का रूप में चिन्हेला. बाकिर गीत संगीत का दुनिया से अजीत के लगाव बचपने से शुरु हो के आजु ले लागल बा. बिहाने बिहाने का शूटिंग का समय भईल पंकज प्रवीण से मुलाकात में अजीत आनन्द अपना बारे में बहुत कुछ खुला मन से बतवलन. कहीं कवनो लुकाव छिपाव भा बनावटी भा बन्तूपन ना रहे.

छपरा जिला के सेन्दुआर गांव के एगो साधारण किसान परिवार के बाबू हरिशंकर सिंह का बेटा का रूप में जनमल अजीत स्कूल जीवन का दौरान गाय भईंस चरावत चँवरा में निकल जाईल करसु. मकसद मवेशियन के चराई करवला से बेसी अपना गला के खोल के गवनई के शौक पूरा कईल बेसी रहत रहुवे. गायक बने के कवनो सपना भा कल्पना ओह घरी ना रहुवे बाकिर गीत गवनई सुने के कवनो मौका छोड़सु ना अजीत. बाबुओजी समाजसेवा का साथे साथे भजन संध्या वगैरह में लोक गायकी करत रहलें से अजीत का गवनई पर रोक ना लागल.

बाकिर जब एमआईटी, पुने में एडमिशन के मौका आईल त जरुरे कह देहलन कि भरसक कवनो रेलवे के नौकरी मिले वाला कोर्स कर लऽ. सन २००५ में बीएन कालेज से बीएससी कईला का बाद अजीत गीत गवनई का मैदान में कूद पड़लन. उनुकर एगो कैसेट जीन्स ढीला करऽ त अतना फेमस भईल कि बाद में टी सीरिज ओकरा के दोसरा के अवाज में गवा के जारी कर दिहलसि.

Ajit Anand  with Vijaya Bharti onthe  sets of  Bihane Bihane

अजीत आनन्द के कई गो कैसेट आम जनता में खूबे लोकप्रिय भईली सन. जवना में से भक्ति गीत वाला माई झलक दिखला जा आ काँवर सवा लाख के खासतौर पर नाम लिहल जा सकेला.

आ जब भोजपुरी के पहिलका टीवी चैनल महुआ शुरु भईल त अजीत आनन्द के मौका मिलल बिहाने बिहाने कार्यक्रम के एंकरिंग के. एह कार्यक्रम से अजीत आनन्द के चेहरा आ काम एगो बड़हन दुनिया का सोझा आईल आ लोग पसन्दो कईल.एकरा अलावा उ जल्दिये दू गो भोजपुरी धारावाहिक में अभिनय भी करत देखी पडिहे.

बाकिर अजीत आनन्द के सपना बा गायकी का क्षेत्र में आपन देश के साथे विदेश में भी पहिचान बनावे के आ ऊ ओहि दिशाईं लागल बाड़न.