पाकिस्तान उर्फ ठुमरी

आलोक पुराणिक

पाकिस्तान मजे के मुलुक हऽ, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कहेलन कि लश्कर ए तैयबा वालन के पकड़म. लश्कर वाला हँसेलन सन, अबे हमनी का त तोरे के कब से पकड़ के रखले बानी.

अब एक दोसरा के कईसे पकड़ल जाला देखे के होखे त एने लश्कर तस्कर टाईप संगठन आ ओने पाकिस्तानी सरकार के रिश्ता देखे के चाहीं.

पहिेले इहे पाकिस्तानी सरकार आईएसआई, लश्कर तस्कर वगैरह के बढ़ावा देबे ले आ अब कहत बिया कि पकड़ेम जा. मामिला कुछ कुछ ठुमरी टाईप लउकत बा, बरजोरी ना करऽ सैंया जईसन कुछ. पाकिस्तान सरकार झूठमूठ बरजोरी करी, फेर छोड़ दीहि. छोड़त रहेले.

देश ना भईल, ठुमरी हो गईल.

ना, ठुमरियो ना, ठुमरियो के कुछ लोग सीरियसली लेबेला.

पाकिस्तान सरकार लश्कर ए तैयबा से डील करत होखी त कुछ एह तरे के सीन बनत होखी जी, राउर इजाजत होखे त हम रउरा के गिरफ्तार कर लीं. मतलब प्लीज गिरफ्तार हो जाईं ना. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कहत होखिहन.

मजाक करत बारीस का ? जरदारी समुझ लिहले बाड़े का कि जब मन करे मजाक कर लऽ. देखऽ, ऊ प्रेसिडेण्ट हउवन, बाकिर ना मानऽ त खराब ना मानेलन. बाकिर हमनी का लश्कर हईं जा, हमनी के त लश्कर मानहीं के पड़ी. लश्कर ए तैयबा के लीडर कहत होखी.

देखीं. प्लीज गिरफ्तार हो जाईं, अमेरिका से बड़अ प्रेशर बा. मतलब रउरा एकरा के सीरियसली मत लीं. पाक पीएम कहत होखिहन. ऊ हमनी का का, तोहनी के त पूरा दुनिये सीरियसली ना लेव. लश्कर के लीडर कहत होखी.

से त ठीक बा, बाकिर रउरा प्लीज हमनी के परेशानी समुझीं. बस ई समुझ लीं कि जलसा का पहिले बैड करेक्टर वालन के भीतर कर के देखावे होखे ला, पाक पीएम कहत होखिहन.

बैड करेक्टर भीतर करे के शर्त बा त सबले पहिले जरदारी के भीतर करऽ. लश्कर लीडड़ कहत होखी.

देखीं, ऊ प्रेसिडेण्ट हउवन. पाक पीएम कहत होखिहन.

मतलब कि बैड करेक्टर के अतना बैड हो जाये के चाहीं कि ऊ प्रेसिडेण्ट बन जाव, ना त पकड़ाये के खतरा बनल रही. लश्कर लीडर पुछत होखी.

प्लीज, रउरा त हमनी के जिगरी हईं. भीतर हो जाईं ना. कहल मान जाईं ना प्लीज. हमनी का राउर कतना बात मनले बानी सन. पाक पीएम कहत होखीहन.

लश्कर वाला हँसत होखिहन सन.

मुलुक में लबारी होला बाकिर पूरा मुलुके लबार हो जाव अईसनका पाकिस्ताने में लऊकऽता. बाकिर अबकी त लबारी इंटरनेशनल हो गईल बा.

बाकिर ओकरे ले बड़ कामेडी ई हो रहल बा कि कोंडालिजा राइज प्रणव मुखर्जी के कह दिहली कि कार्रवाई कड़ा हो रहल बा आ ओने प्रणव मुखर्जी संसद के बतला रहल बाड़न कि कार्रवाई कड़ा हो रहल बा. सब एक दोसरा के कड़ा आ कड़ा होखला के बात बतला रहल बा. खैर अतना बड़ लबारी झेले खातिर ई मुल्क तईयार नईखे. ई इण्डिया हऽ, कवनो पाकिस्तान थोड़हीं हऽ.


आलोक पुराणिक जी हिन्दी के विख्यात लेखक व्यंगकार हईं. दिल्ली विश्वविद्यालय में वाणिज्य विभाग में प्राध्यापक हईं. ऊहाँ के रचना बहुते अखबारन में नियम से छपेला. अँजोरिया आभारी बिया कि आलोक जी अपना रचनन के भोजपुरी अनुवाद प्रकाशित करे के अनुमति अँजोरिया के दे दिहनी. बाकिर एह रचनन के हर तरह के अधिकार ऊहें लगे बा.

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