Bhojpuri Film/ Songs/Music
भारी पड़ल भोजपुरी
हावड़ा जर्नलिस्ट क्लब के वार्षिक कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाश मिश्र के गीत, गजल आ भोजपुरी गाना पर श्रोता झूमे लगले. विधायक अरूप रॉय आउर देवाशीष घोष भी भोजपुरी के प्रशंसा कइले बिना ना रहले. इ दूनो जाना भी सांस्कृतिक जगत से जुड़ल बाड़े. देवाशीष घोष त अपना मंडली के साथे एगो बांगला नाटको पेश कइले.
सन्मार्ग के उप समाचार संपादक ओम प्रकाश मिश्र के गीत "चमके बदरा में बिजुरिया तनि आजा बलमू. पूरवइया में जइसे मनवा सिहरात बा, गोरिया ओइसे तोहार अँचरा उड़ल जात बा. नाश करऽ मत आपन जवानी" सहित आधा दर्जन गीत पर श्रोता वाह-वाह करे लगलनि. थोड़ देर खातिर त लोग भूला गइल कि हम बंगाल में बानी. गौरतलब बा कि ओम प्रकाश मिश्र राष्ट्रीय स्तर के गायकन में से एगो हउवनि. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कई कार्यक्रम में उहां के गीत पेश कइले बानी. पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी भी उनका गीतन के प्रशंसक रहले.
एह कार्यक्रम में गरीब छात्रन के किताब कापी बांटल गइल. मंच के संचालन डॉ. एस आनन्द जबकि धन्यवाद ज्ञापन जर्नलिस्ट क्लब के सचिव गोपाल यादव कइले.
भोजपुरी फिल्म सम्मान २००८
मशहूर टीवी चैनल इटीवी बनारस में आठ जून के भोजपुरी फिल्म सम्मान २००८ आयोजित करे जा रहल बा. १ अप्रेल २००७ से ३१ मार्च २००८ का बीच रिलीज भइल आ सेंसर बोर्ड से यू भा यूए प्रमाणपत्र पावे वाला फिलिम एह प्रतियोगिता में शामिल कइल जाई. भोजपुरी फिल्म निर्माता बन्धु बान्धवी लोगन से ९ मई तक एंटरी माँगल गइल बा. इटीवी के मुंबई 09920105157 पर फोन करिके भी एंटरी करावल जा सकेला.
भोजपुरी के मान्यता के मांग
२८ अप्रेल का दिने दिल्ली के विश्व भोजपुरी परिषद आ इन्द्रप्रस्थ भोजपुरी परिषद के लोग जन्तर मन्तर पर भोजपुरी के मान्यता के मांग लेके एक दिन के भूख हड़ताल पर बईठल लोग. धरना पर बईठला का बाद पुलिस आइल आ लोकसभा के अध्यक्ष के नाम ज्ञापन देबे के कहलसि. सन्तोष पटेल, वीके सिंह पटेल,प्रवीण मिश्रा, चन्द्रशेखर राय, संजय सिंह, मनोज कुमार, नवनीत सरन, रीतु सिन्हा आ पीके पाण्डेय लोकसभा अध्यक्ष का कार्यालय में जाके अधिकृत अधिकारी से बात कइल लोग.
भोजपुरी समाज आ पूर्वांचल एकता मंच के भोजपुरी विश्व सम्मेलन के रिपोर्ट
१२ आ १३ २००८ अप्रैल के दिल्ली में आयोजित विश्व भोजपुरी सम्मेलन में भोजपुरी के संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल करे के माँग कईल गईल.
भोजपुरी एकता मंच आ भोजपुरी समाज के संयुक्त आयोजन विशव भोजपुरी सम्मेलन के सांस्कृतिक सत्र के उद्घाटन करत केन्द्रीय रसायन मंत्री रामविलास पासवान कहलन कि भोजपुरी दुनिया के सबले मीठ भाषा हऽ. भोजपुरी सिनेमा आ लोकगीतन के विश्वव्यापी लोकप्रियता एकरा के साबितो कर दिहले बा. ऊ आश्वासनो दिहलन के भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल करे खातिर हर संभव प्रयास करिहन.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली के मुक्यमंत्री शीला दीक्षित आयोजन कर्ता लोगन के धन्यवाद देत कहली कि दिल्ली में रहे वाला लाखों पूर्वांचली लोग के भावना के कदर करत दिल्ली सरकार मैथिली भोजपुरी अकादमी के स्थापना कइले बिया. एह अकादमी का माध्यम से भोजपुरी साहित्य के प्रकाशन करावे खातिर आ सांस्कृतिक आयोजन करावे खातिर भरपूर धन दिहल जाई.
एह मौका पर बोलत पूर्वांचल एकता मंच के अध्यक्ष शिवजी सिंह माँघ कईलन कि दिल्ली में पूर्वंचल भवन बनावल जाय, सरकारी समितियन में पूर्वांचल के प्रतिनिधित्व दिहल जाय, सरकारी योजना के लाभ बाँटे में ओह लोग के दरकिनार ना करल जाव, आ सार्वजनिक जगहा पर बाबू कुँवर सिंह, मंगल पाण्डेय जइसन स्वतंत्रता सेनानियन के मूर्ति लगावल जाय.
सांस्कृतिक कार्यक्रम में मनोज तिवारी मृदुल आ कुमार शानु के गीत सुन के लोग झूम उठल. शर्मिला पाण्डेय, तरुण तूफानी, सीमा तिवारी वगैरह कालाकार लोग भी आपन गीत पेश कईल. बाद में मनोज तिवारी मृदुल के महेन्दर मिसिर सम्मान आ कुमार शानु के भिखारी ठाकुर सम्मान आ भोजपुरी गीतकार डा॰गोरख प्रसाद मस्ताना के भोजपुरी भाषा गौरव सम्मान से सम्मानित कईल गईल.
पहिलका दिन के कार्यक्रम के शुरुआत जनेश्वर मिश्रा कइलन आ उनुकर स्वागत भोजपुरी समाज के अध्यक्ष अजीत दूबे कईलन. मुख्य अतिथि का रुप में आइल भाजपा के रविशंकर प्रसाद, विशिष्ट अतिथि राजीव प्रताप रुढ़ी, सांसद देवेन्द्र प्रसाद यादव, प्रख्यात चिकित्सक आ पूर्व मंत्री डा॰ सीपी ठाकुर, लोकजन शिकायत परिषद के चेयरमैन बालेशंवर राय, विधायक धर्मदेव सोलंकी आ महाबल मिश्र भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल करे के पुरजोर समर्थन कईल लोग.
भोजपुरी हास्य कवि सम्मेलन में डा॰गोरख प्रसाद मस्ताना, धनुषधारी कुशवाहा, मनोज भावुक, बादशाह प्रेमी, गयाशंकर प्रेमी, ज्ञानेश्वर गुंजन वगैरह कवि लोग अपना कविता से लोगन के रसविभोर कईल. कवि सम्मेलन के संचालन डा॰रमाशंकर श्रीवास्तव कईलन.
अष्टम सूची में भोजपुरी के शामिल करे का विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी के उद्घाटन डा॰रामदरश मिश्र कईलन. गोष्ठी में बोलत डा॰रामदरश मिश्र भोजपुरी के मानक स्वरुप के जरुरत के रेघरियवलन. गोष्ठी में डा॰ प्रभुनाथ सिंह, डा॰ राजेन्द्र गौतम, डा॰ रमाशंकर श्रीवास्तव, अलका सिन्हा वगैरह विद्वान लोग आपन विचार पेश कईल. गोष्ठी के अध्यक्षता डा॰ नित्यानंद तिवारी कईलन.
भोजपुरी के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर के मशहूर लोक नाट्य बिदेसिया के मंचनो कइल गइल जवना के निर्देशन उमेश सिंह कईलन. नाटक के देखे वालन में आम जनका साथ विशिष्ट जन भी रहलन आ सब केहू ओकर प्रशंसा कईल.
सम्मेलन में डा॰ गोरख प्रसाद मस्ताना के काव्य संग्रह जिनगी पहाड़ हो गईल आ पूर्वांचल एकता मंच के पत्रिका पूर्वांकुर के लोकार्पण भी कईल गईल.