सुर संग्राम : एगो पाठिका के विचार

- रश्मि सिन्हा

महुआ टीवी पर सुरसंग्राम कार्यक्रम देख के बहुत खुसी हो ता. एहसे अपना यूपी आ बिहार के भोजपुरिया छेत्र के लइका लइकिन के आपन कला निखारे खातिर एगो मंच मिल गइल. देखल जाये त एह कार्यक्रम से दुतरफा फ़ायदा हो रहल बा. जहाँ इ भोजपुरिया कलाकारन के एगो मौका दे ता, ओहिजे दोसरा ओर भोजपुरी भाषा के उत्थानो कर ता.

Manoj Tiwari as a host of Sur Sangram serial on Mahuaa TV Channel

बाकिर बहुत अफसोस क साथे कहे के पड़ ता कि अइसन लोग एह में जज बा जिनका भोजपुरी बोले ना आवे. जब ई प्रोग्राम भोजपुरी भाषा के गायकी के हऽ तब आदमी पहिले बोली नु सुनी कि पहिले सुर ताल देखि. एक से एक लईका गावऽ तारन जा आ ओहनी के भोजपुरी बिलकुल ठीक बा. बाकि जज लोग के का कहल जाव. कल्पना जी आ मालिनी जी क के समुझाई कि पहिले आपन भाषा-बोली ठीक करीं लोग तब सुर ताल देखीं लोग.

कल्पना जी त एकदमे हिंदी में बोले ली आ मालिनी जी कवना जिला के भोजपुरी बोले ली, ना बुझाला. इंडियन आइडल आ सा रे गा मा देखि के आ ओकर जज लोग के डाइलोग सुन के ई लोग उहे दोहरावता. सुने में त इहे बुझाता की सुर, ताल, भाषा- बोली के सही समझ एह लोग के नइखे. महुआ टीवी के चाहीं कि शुद्ध भोजपुरी बोले वाला आ गावे वाला, गायक भा कलाकारन के ओहिजा जज बनावे.


महुआ टीवी चैनल के सुरसंग्राम ओहिजा त लोकप्रिय होइये रहल बा अँजोरियो पर बहस के दौर शुरु हो गइल बा. ई बहुत खुशी के बाति बा कि अँजोरिया के पाठक आपन राय बेझिझक भेज रहल बाड़े. रउरो आपन विचार भेजीं. चुप रहला पर राउर के सुनी? - संपादक

रश्मि जी जम्मू काश्मीर में पदस्थापित एगो सैनिक अधिकारी के पत्नी हईं बरिसन से भोजपुरी लेखन आ प्रकाशन से जुड़ल बानी. बीच में जम्मू काश्मीर का दुर्दम्य इलाका में रहला का चलते फोन आ इंटरनेट संपर्क ना रहला से अलगा पड़ गइल रहनी हा. अब उहों के नेट सुविधा मिल गइल बा आ अब अँजोरिया परिवार के सक्रिय सदस्य बने जा रहल बानी. स्वागत बा राउर रश्मि जी. - संपादक