मारीशस में भइल विश्व भोजपुरी सम्मलेन

भारत, इंगलैण्ड, हालैण्ड, त्रिनिडाड, गुयाना, अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका आदि देशन से आइल करीब दू सौ प्रतिनिधि लोग मारीशस में आयोजित भोजपुरी विश्व सम्मेलन में शामिल भइले. उनतीस आ तीस अगस्त के दू दिन ले चलल ई सम्मेलन मारीशस का इन्दिरा गाँधी सांस्कृतिक केन्द्र में आयोजित कइल गइल रहुवे.

मारीशस के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जगन्नाथ गोवर्धन के नेतृत्व वाली भोजपुरी सभा मारीशस में एह आयोजन के कइलस. मारीशस के शिक्षा मंत्रालय आ इण्डियन डायस्पोरा सेण्टर एह आयोजन में भरपूर सहयोग दिहलसि. सम्मेलन में भोजपुरी से जुड़ल विषयन पर विचार विमर्श भइल जवना में रसोई से ले के व्यापार आ प्रवास अप्रवास से लेके भाषा तक हर मुद्दा शामिल रहुवे.

अगिला विश्व भोजपुरी सम्मेलन चार साल बाद हालैण्ड में आयोजित करे के फैसला लिहल गइल.

जान जाईं कि मारीशस में हिन्दी, संस्कृत, तमिल, तेलुगू, मराठी, गुजराती, उर्दू वगैरह कई भारतीय भाषा के पढ़ाई होला. आ बहुते लोग घर पर आ राह चलते भोजपुरी बोलेलन जा. मारीशस के रेडियो आ टी॰वी॰ पर नियमित रूप से भोजपुरी प्रसारण होला.


स्रोत मारीशस से श्रद्धानन्द रामसरन

भोजपुरी के लड़ाई मारीशस से चलि के भारत में आई

भारत का दूगो बड़हन राज्यन में बोलल जाये वाली भाषा भोजपुरी के भारते में ऊ जगहा नइखे मिल पावत जवन मिले के चाहीं. सबसे ज्यादा सांसद आ विधायक जवने भाषा क्षेत्र से हरदम चुनल जाने ऊ भले भोजपुरी खातिर कुछ ना करें लेकिन मारीशस में भोजपुरी के बढ़ावे के बीड़ा उहाँ के सरकार उठा लिहले बिया. ई बात अगस्त क पहिला सप्ताह में भारत यात्रा पर आइल मारीशस के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जगदीश गोवेर्धन दिल्ली स्थित मारीशस दूतावास में एगो बातचीत का दौरान बतवले. आ भारत में भोजपुरी के आठवी अनुसूची में जगह ना मिलला पर आपन दुःख आ चिंता जतवलें. उनकर कहनाम रहे की भोजपुरी खातिर ई लड़ाई मारीशस से चलि के भारतो में आई. मारीशस में भोजपुरी स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल कर लिहल गइल बा आ भारतो में होखे के चाहीं. बातचीत का क्रम में डा अरुणेश नीरनो भारत में भोजपुरी के उपेक्षा पर चिंता जतवलन आ भोजपुरिया लोग से एकजुट होखे के अपील कइलें.


स्रोत लखनऊ से शिवानन्द द्विवेदी सहर