भोजपुरी के शिखर

भोजपुरी का बारे में बोलल आ बिर्हनी का छत्ता खरकोंचल एके जइसन होला. अतना कटीहें सँ कि गतर गतर फुला जाई, तबो आदत से मजबूर बानी आ सोचनी कि काहे ना कुछ अइसन बात कहल जाव जवना पर लोग सोचे खातिर मजबूर हो जाव. भोजपुरी के अधिकतर बात चुप्पे चोरी होला कि कहीं कवनो विरोधी मत घुस आवे. साफ बेलाग बात कहे वालन के भरसक दूरे राखल जाला. अधिकतर लोग आ संस्था सुपिरियोरिटी काम्प्लेक्स के शिकार होलें जवन इन्फिरियोरिटी काम्प्लेक्स के चरम होला. कई बार ई बात कहल गइल बा आ आजु फेर दोहरा देता बानी. भोजपुरी में कुछुवो छोटमोट ना होला, जवन होला ऊ विश्वस्तर के होला, शिखर पुरुषन के होला. सम्मेलन होखी त विश्व सम्मेलन, सभा होखी त शिखर सम्मेलन. अभिनेता होखिहन त सुपर स्टार, फिलिम होखी त सुपर डुपर हिट. प्रचार अतना हद से बाहर होला कि देखे सुने पढ़े वाला लोग बुझ जालें कि सबराहे परोसल जा रहल बा.

दोसर बात हमनी के सुभाव ह. अबर बानी दुबर बानी भाई में बरोबर ना सबका ले उपर बानी. ह, जवन कह दीं तवन ब्रह्म वाक्य बाकी जे कुछ कहे से बकवास. गुटबन्दी हद से बाहर. एक दोसरा से बात तक ना कर सके लोग. अमेरिका रुस चीन के शिखर पुरुष एक दोसरा से आराम से बतिया लेलें, हमनी का छँटुआ बनावे में विश्वास राखीलें. अगर केहू अपना बल पर कुछ कर रहल बा आ जी हुजूरी में नइखे लागल त ओकरा के चट से छँटुआ बना दीं. कवनो सभा सम्मेलन समारोह में ओकरा के मत पूछीं.

एह तरह का सोच ले के काम कइला से कवनो फायदा नइखे होखे वाला. कवनो समाज तबे सफल हो सकेला जब ऊ सबका के अपना साथे ले के चल सके. जवना समाज में भेदभाव पसरल होखे, हर केहू अपना के तीसमार खाँ बूझत होखो, ओह समाज के विकास ना हो सके. आज भोजपुरी एही चलते गरीब के जोरू का तरह हो गइल बिया कि भर गाँव ओकरा के भउजाई बना लिहले बा. बाकिर एक तरह से कहीं त एही मंथन से जहरो निकलत बा, अमृतो निकली. दिक्कत अतने भर बा कि जहर घोंटे पचावे खातिर केहू तइयार नइखे आ अमृत कलश के बूंद सबका चाहीं.

अइसनका माहौल में बुझात नइखे कि का कइल जाव. एगो पुरान गीत याद आवत बा का कहीं कहाते नइखे, कहला बिना रहातो नइखे. लोग एक दोसरा का साथ चले के तइयार नइखे. दोस्ती खातिर हाथ बढ़ाईं त झिटक दिहल जात बा. दुर्र, तोरा से दोस्ती ? आलोचना पचावल त दूर के बात लोग आपन प्रशंसा तक सुने के नइखे चाहत. एहसे ए मन, चुप्पी मार के रहऽ ना त लोग तोरे के चुप्प करा दी.

हम चाहत बानी कि एहपर रउरो आपन राय दीहिं कि के तरह भोजपुरी में एका ले आवल जा सकेला. रउरा जवाब के इन्तजार बा. बस अतने ध्यान देब कि केहू के व्यक्तिगत आलोचना मत हो जाव. राउर जवाब समस्या के समाधान बतावे दोषारोपण ना करे. काहे मनभेद बा ई बतवला के जरुरत नइखे, कइसे खतम होखी बस इहे बतावे के बा. सभे चतुर बा, कारण सबका मालूम बा, उपाये नदारद बा.

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