भइल अरघ के बेर महुआ टीवी पर

भोजपुरी आस्था के महापर्व छठ के शुरुआत हो चुकल बा. चौक चौराह से गली मुहल्ला तक हर जगहा छठ के गीत के सुमधुर आवाज माहौल के पावन बना रहल बा. खास कर के बिहार आ यूपी में मनावल जायेवाला ई महापर्व अपना भव्यता आ आस्था का चलते विख्यात हऽ आ अब मुंबई दिल्ली कोलकाता हर जगहा छठ व्रत के धूम मचल रहेला.

Tripti Shakya

एही आस्था आ विश्वास के केन्द्र में राख के महुआ टीवी अपना दर्शकन खातिर एगो खास प्रस्तुति ले क आ रहल बा भइल अरघ के बेर नाम से. छठपर्व के महानता आ ओहसे जुड़ल मान्यता के गीत संगीत का चाशनी में डाल के एक एक घंटा के एह कार्यक्रम के दू दिन देखावल जाई.

छठ के पारंपरिक परिधान में सजल कलाकार एह कार्यक्रम में छठी माई के गुणगान करीहें आ मशहूर गायिका तृप्ति शक्या छठ के पारंपरिक गीत अपना सुमधुर आवाज में पेश कर के माहौल के भक्तिमय बना दिहन. देखेवालन के इहे बुझाई मानो महुआ तीवि का साथे आदमी छठ पर्व मना रहल बा. ई खास प्रस्तुति २४ अक्टूबर के साँझ साढ़े पांच बजे से आ २५ अक्टूबर के रात साढ़े आठ बजे से कइल जाई. देखल भुलायम मत.


स्रोत : महुआ टीवी चैनल के जनसम्पर्क अधिकारी प्रशान्त निशान्त