पहिला पन्ना | खबर | साहित्य | भाषा | टी॰वी॰ | सरोकार | सिनेमा | योग | संगीत | गीत गवनई | भउजी हो | चर्चा बा
लस्टम पस्टम | अगड़म बगड़म | भोला बाबू | राशिफल | शुभकामना संदेश | चिट्ठीमिलल | मारीशस से | भोजपुरी इन्टरनेट


पद्मासन

योग के छाया बदल दीहि काया - १

Padmasana

दुनिया में योग के प्रचलन तेजी से बढ़त जा रहल बा. आठ साल के लड़िका से ले के अस्सी साल के बढ़वा ले हर केहू योग से फायदा उठा सकेला. अँजोरिया के खुशी बा कि मशहूर योग गुरु सुनील सिंह एपना योगशिक्षा के अँजोरिया का माध्यम से भोजपुरिया समाज तक चहुँपावे खातिर तइयार हो गइल बानी.

योग गुरु सुनील सिहं के योग शिक्षा के पहिलका बेर भोजपुरी में पेश कइल जा रहल बा. इन्टरनेट पर योग गुरु सुनील सिंह के प्रशिक्षण वीडियो यूट्यूब, याहू वीडियो वगैरह साइटन पर देखल जा सकेला. तीन से चार मिनट के एह वीडियो में योग गुरु सुनील सिहं पारम्परिक योग के अधुनातन जीवनशैली से मेल करे लायक बना के पेश कइले बाड़न. उनकर प्रोग्राम बहुते टीवी चैनलन के रोजाना कार्यक्रम में शामिल बा.

योग गुरु सुनील सिंह के योग प्रशिक्षण अबसे नियमित रुप से अँजोरिया में प्रकाशित कइल जाई. अपने सब से निहोरा बा कि अपना के स्वस्थ राखे खातिर योग के उपयोग कइल शुरु कर दीं.

हर सप्ताह एगो नया आसन के जानकारी दिहल जाई. एह कड़ी में प्रस्तुत बा पहिलका आसन :

एह आसन में शरीर के कमल के समान आकृति में ले आइल जाला एहसे एकरा के पद्मासन भा कमलासन कहल जाला. एह आसन से साधक अपना चेतना के कमल विकसित करेला.

तरीका :

- सबसे पहिले जमीन पर आराम से बइठ जाईं.

- अपना दाँया टाँग के ठेहुना से मोड़ के बाँया जाँघ पर राखीं.

- फेर अपना बाँया टाँग के घुटना से मोड़ के दाँया जाँघ पर राखीं.

- दुनु गोड़ के एड़ी रउरा नाभि का लगे होखे खे चाहीं.

- कमर, गरदन, आ दुनु कान्ह एकदम सोझ राखीं.

- आँख बन्द कर के दुनु हाथ के अपना ठेहुना पर ज्ञान मुद्रा में राखीं. एह मुद्रा में तर्जनी अँगुरी अँगूठा के पोर छुअले रहेला.

- एही मुद्रा में चेहरा पर कवनो तनाव ले अइले बिना, जतना देर ले संभव हो पावे ,बईठीं.

- शुरु शुरु में कम से कम पाँच मिनट ले बइठे के अभ्यास करीं. धीरे धीरे समय बढ़ावत जाईं.

- एह दौरान साँस के गति आराम वाला रहे के चाहीं.

फायदा :

कहल जाला कि प्राणायाम पद्मासन लगवले बिना सिद्ध ना हो सके. एह आसन का अभ्यास से कब्ज, गैस, बदहजमी के शिकायत दूर हो जाला, पाचन शक्ति बढ़ जाले, जाँघ, पिण्डली आ ठेहुना के ताकत बढ़ेला.

ब्रह्मचारी, गृहस्थ, वानप्रस्थी, आ सन्यासी सबके एह आसन से एक बरोबर फायदा मिलेला.

चित्त के चंचलता, खीसपीत, आ मानसिक तनाव कम होखे लागेला.

पद्मासन के मुद्रा हमनी के आज्ञाचक्र पर खास कर के असर डालेला.

याददाश्त में बढ़ोतरी होला.

नशा करे वाला अगर एह आसन के करे लागे भा ओकरा से नियमित रुप से करवावल जाय त ऊ नशा कइल छोड़ दीहि.

चेतावनी :

सायटिका आ कमजोर ठेहुना वाला लोग एह आसन के अभ्यास मत करे.

सावधानी :

दुनु गोड़ के मोड़े के अभ्यास धीरे धीरे करे के चाहीं. रात में सुते जाये से पहिले अपना एड़ी आ ठेहुना पर कड़ुआ तेल माने सरसो तेल के मालिश कइल करीं.

नोट : योग गुरु सुनील सिंह के वेबसाइट पर योग के ढेरहन जानकारी मौजूद बा. जा के लाभ उठाईं.

http://www.yogagurusuneelsingh.com