बहुते निराशा वाली बाति बा कि दुनिया भर में पसरल भोजपुरी भाषी अपना माई भाषा ला कवनो दिन पर अबहीं ले एकमत नइखन हो पवले. एही मुद्दा पर भोजपुरी के पहिलका वेबसाईट होखला का नाते हमार एगो सुझाव कि विश्व भोजपुरी दिवस मनावे ला छठ महापर्व का बाद आवे वाला पहिलका अतवार के चुन लिहल जाव.
आजु पूरा दुनिया में छठ महापर्व के धूम मचल बा. जहवें कुछ भोजपुरिया बाड़ें तहवें आजु बहुते सरधा से छठ मनावल जा रहल बा. छठ मूल रुप से भोजपुरिया संस्कृति के पर्व ह आ एकरा चलते आजु पूरा दुनिया में भोजपुरी के छठ गीत गूंज रहल बाड़ी सँ. शायदे दोसर कवनो मौका होखी जवना से भोजपुरिया समाज अइसे जुड़ाव राखत होखी.
बहुते कुछ सोच के हमार सुझाव बा कि छठ महापर्व का दिने रखला से विश्व भोजपुरी दिवस मनावे में बाधा आई काहें कि लोग छठ में लागल रही. कुछ लोग के एहू चलते विरोध हो सकेला कि छठ हिन्दू पर्व ह एह कारण एकरा के सभ पर ना थोपे के चाहीं. एही चलते छठ का बाद पड़े वाला अतवार का दिने भोजपुरी दिवस मनावे के गोहार लगावत बानी. अब एह मुद्दा पर रउरो सभे बाति आगा बढ़ाईं आ एकमत ना त लगभग सर्वानुमति से एह बारे में कवनो फैसला लीहल जाव.
0 Comments