ऐ हो गप बाँटत बाड़ऽ त सबराहे बाँटऽ

अगर हमार सरकार बन गइल त सभका के बिना कुछ करवले एक एक लाख रुपिया महीना मिलल करी.

जानत बानी कि सुनते रउरा भड़क जाएब आ तरह-तरह के सवाल करे लागब. रउरा सवालन से हमरा इयाद आवत बा एगो कवि सम्मेलन. ओहिजा एगो कवि जी आपन कविता पढ़त रहलन – सुना है सनम के कमर ही नहीं !

सुनते रउरा जइसन एगो चाल्हाक उठ खड़ा भइल आ पूछ बइठल कि – तो पाजामे की डोरी कहाँ बाँधती है ?

रउरा जानल चाहब कि केकरा के ? हम कहत बानी सभका के ! रउरा कहब कवना काम ला ? हम कहत बानी बिना कुछ करवले ! रउरा पूछब कि कतना दिन ले ? हम कहत बानी जबले ओकर जिनिगी रही तहिया ले !

अब रउरा पूछब कि अतना रुपिया बँटाई कइसे ?जब सभका के बिना कुछ कइले एक-एक लाख रुपिया महीना मिलल करी त नौकरी के करी ? ना त बैँक कर्मी रहीहें ना पोस्टमैन. ना त रसोईया मिली ना कतहीं ठेला लगवले चाय-नाश्ता बेचे वाला. अरे भाई जब सभका एक-एक लाख मिलही के बा त काम कईला के कवन जरूरत ? हो सकेला कि काम कइला पर कुछ अधिके तनखाह मिलल करी, बाकिर बइठल ठाले मिले वाला एक लाख के बरोबरी त खटा के मिले वाला करोड़ों से नीमन लागल करी !

रउरा इहो पूछ सकीलें कि अतना रुपिया आई कहाँ से ?त बता देत बानी, ओहिजे जे जहाँ से एकरा के बाँटल जाई. अरे भलामानुष, एक त हमार सरकार बने नइखे जात. रउरा लेखा करोड़ो नौजवान बाड़ें जे हमरा वादा के बखिया उधेड़ दीहें.

अब रउरा कहब कि ई त बहुते बड़हन घोटाला लागत बा. ऊपर फोटो राहुल गाँधी के लगवले बानी आ बात उनुके हवा निकाले वाला करत बानी ! त काल्हु वाला पोस्ट ना पढ़नी का ? फोटो त मोदी जी के लगवले बानी बाकिर भीतर सगरी बात हमरा मन के बा !

बाकिर रउरा के हम राहुल गाधी के पूरा भाषण सुनावे के तइयार बानी. कुल करीब सवा-डेढ़ घंटा के वीडियो बा. अगर बाकी लोगन के भाषण ना सुने के मन होखे त वीडियो के पचास मिनट आगा खींच ले जाईं.

एह भाषण में राहुल गाँधी एलान कइले बाड़न कि उनुकर सरकार बनला का बाद कॉलेज से निकले वाला हर ग्रेजुएट आ डिप्लोमा होल्डर के एक लाख रुपिया के एक साल के अप्रेन्टिसशिप दीहल जाई. कवना तारीख से, कवना पढ़ाई का बाद वगैरह के पचड़ा में ऊ पड़बे ना करसु. बबुआ जी के जवने सिखा-पढ़ा दीहल जाला तवने आ के पढ़ -बोल देलें. उनुकर इचिको दोष हम ना मानीं एहमें. दोष अगर बड़ले बा त ओह आदमी के जवन उनुका के ई सब सिखावत-पढ़ावत बा, जे एह देश के वेनेजुएला बना देबे का फिराक में बा. श्रीलंका के उदाहरण देखते बा सभे. हमनियो के भारत के ना, इण्डिया के, इहे हाल हो जाई अगर बबुआ के बात साँच हो जाई त.

ऊ सब जहिया होखी तहिया देखल जाई. तबले आनन्द लेबे ला तइयार हो जाईं आ राहुल गाँधी के पूरा भाषण सुन के देखाईं !

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