एह लेख के मथैला रउरा के बताइए दिहले होखी कि एह पुरान कहाउत के इस्तेमाल हम शेयर ट्रेडिंग का संदर्भ में करे जा रहल बानी. अब आगा बढ़े से पहिले इहो जान लीहल जरुरी बा कि शेयर ट्रेडिंग का संदर्भ में धीरज, धरम, मित्र, अरु नारी केकरा के कहल गइल बा.
सबले पहिले हम धरम के बाति करब. दुनिया में प्रचलित हजारन मजहब, पंथ, भा रिलीजन में एकही बात सभमें शामिल बा. आ ऊ हवे धरम. धरम कवनो मजहब, पंथ, भा रिलीजन से अलग होइओ के अलग ना होला, बलुक ओह मजहब, पंथ, भा रिलीजन पर काबू राखे के कोशिश करेला. धरम के निकटतम अंगरेजी शब्द होला रुल. आ एहिसे धरम शाश्वत होला मजहब, पंथ, भा रिलीजन का हिसाब से बदलल ना करे.
शेयरो बाजार के धरम अइसने होला. रउरा चाहे जवना तरह के ट्रेडिंग करत होखीं. जवना तरीका से करत होखीं, सभका में बाजार धरम के पालन जरुरी होला. कहल गइल बा कि राम नाम सत्य है, भा death is certain का तरह इहो तय बा कि रउरा जवना के ट्रेडिंग करीं – इक्विटी, फ्यूचर, आप्शन, कमोडिटी, करेंसी, क्रिप्टो वगैरह – जवना तरीका से करीं – लांग टर्म, शॉर्ट टर्म, पोजिशनल, स्काल्पिंग, स्विंग, बाई एंड होल्ड वगैरह – सभ में एकही बात तय बा कि देर सबेर हारहीं के बा अगर समय रहते रउरा अपना जीत के उठा ना लिहनी. अलगा बाति बा कि बाजार के भरसक कोशिश होला कि रउरा के जीतला में उठे ना दी. रउरा तबहिएं उठ पाएब जब सभ जथा-पूंजी स्वाहा हो जाई. एही रस्साकसी के समुझल आ ओहमें बीस साबित भइल जरुरी होला. आ एहिजे जरुरी होला धरम. धरम माने राउर रुल बुक,
शेयर बाजार में खरीद बेच करे से पहिले आपन एगो रुल बुक तइयार कइल जरुरी होला. ओह रुल बुक में रउरा पहिले से तय कइले रहब कि कब इंट्री मारे के बा, कतना देर ले रहे के बा, कतना नुकसान भा फायदा उठावे के बा. आ कब निकलि जाए के बा.
अब एह इंट्री ला तरह-तरह के संकेतक इस्तेमाल में बाड़ी सँ. एहनी के गिनिती हजारन के पार चलि जाई. आ ओहमें तरह तरह के सुधार आ संशोधन क के ट्रेडर का हिसाब से बनावलो जोड़ दीं तब असंख्य संकेतक आ रणनीति बाड़ी सँ. अब रउरा जवन मन करे तवन संकेतक आ/भा रणनीति इस्तेमाल करीं एक बाति त तब बा कि ओकरा गलत होखे के अनेसा हमेशा बनल रही. अइसन कवनो संकेतक भा रणनीति बनले नइखे जवन शत-प्रतिशत सही रहे. सोझ बाति कहीं त अपना स्क्रिन पर कवनो काल्पनिक रेखा अइसहीं खींच मारीं आ कैण्डल जब ओकरा उपर जाव त खरीदीं, भा जब नीचे जाव त बेचीं. एकरा सफलता के उमेद हमेशा पचास फीसदी का आसपास रही. हो सकेला कि कवनो संकेतक भा रणनीति रउरा के 80 प्रतिशत 90 प्रतिशत सही साबित होखे बाकिर ओकरो में तय होला कि 10-20 प्रतिशत गलत होखबे करी. एहिजे राउर रुलबुक कामे आई. रुलबुक में पहिले से तय होखे के चाहीं कि कतना ले नुकसान उठावे के बा आ कतना फायदा ले के निकल जाए के बा. नुकसान के प्रतिशत हमेशा संभावित फायदा के आधा से कम होखे के चाहीं.
धरम के बाति कइला का बाद आईं अब धीरज के बात कइल जाव. शेयर ट्रेडिंग में सबले बड़हन जरुरत होला धीरज के. ट्रेडिंग आ मछरी मारल एके जइसन होला. बंशी डात के बइठल रहीं आ जइसहीं संकेत मिले कि मछरी मुँह मार दिहलसि रउरा बंसी पर वइसहीं उपर खींच लीं. दोसरे तब ले इंतजार करीं जबले रउरा रुलबुक का हिसाब से इंट्री मारे के हालात नइखे बनि जात. निकले के नियम रउरा अपना रुलबुक में तय क के रखलहीं बानी.
तिसरका शब्द हवे मित्र. मूल कहाउत में मित्र के परखे के मौका होला आपद काल. शेयर बाजार में राउर मित्र होला स्टॉप लॉस. माने कतना नुकसान रउरा उठा सकीलें. अब मित्र सही-गलत दुनु हो सकेलें. वइसहीं स्टॉप लॉस सही-गलत दुनु हो सकेला. बहुते ट्रेडर एह चलते स्टॉप लॉस ना लगा के राखसु कि ऊ लोग हमेशा देखले बा कि उनुकर स्टॉप लॉस हीट क के बाजार फेरु अपना पुरनका राहे चलि देला. मित्र आ स्टॉप लॉस तय करे से पहिले बहुत कड़ा मापदंड पर ओकरा के परिखे के चाहीं. छोट मोट बिपदा में त राउऱ बहुत मित्र कामे आ जइहें बाकिर जब बड़हन आपदा आई तहिया शायदे कवनो मित्र लउकिहें, एहसे मित्र भा स्टॉप लॉस ओकरे के बनावे के चाहीं जवन रउरा बड़हन आपदा में राउर साथ दे सको. अगर उहो कामे ना आइल त मान लीं कि बिधि के बिधान से ना लड़ि सकीं. चुपचाप आपन नुकसान उठा के बाहर निकल आईं.
आखिरी शब्द आइल बा नारी के. नारी त कवनो महिला हो सकेले भा महिला का मामिला में कवनो पुरुष हो सकेला. बाकिर फ्रेंड कम्पेनियन आ स्पाउज में अंतर होला. कवनो जरुरी नइखे के जे राउर फ्रेंड भा कंपेनियन हो सकेला ऊ सही स्पाउजो साबित होखी. एहिजा बिहार के एगो उद्योग मंत्री रहल ठाकुर प्रसाद के कहल इयाद आवत बा. ऊ तब कहले रहलन कि उद्योगी उहे बने जे अपना रखैल के नखरा झेल सके. रखैल के रउरा हैसियत से मतलब ना होखे, अपना जरुरत से होला. पत्नी रउरा हालात का मुताबिक कठिनाई सह ली बाकिर रखैल ना. जहिए लागि कि रउरा ओकरा काम के नइखीं रह गइल तहिए ऊ मुंह मोड़ ली. शेयर ट्रेडिंग का संदर्भ में नारी के मतलब राउर प्रॉफिट टार्गेट भा एक्जिट प्वांयट होला. प्रॉफिट टार्गेट हमेशा एगो हिसाब में राखे के चाहीं. स्टॉप लॉस के बराबर भा ओकरा दुगुना भा हद से हद तिगुना, एहसे बेसी के सोचब त ओकर मतलब कि रउऱा ओकरा के रखैल बुझले बानी आ ऊ कबहियों राउर जथा-पूंजी ले के निकल जाई.
एहसे ट्रेडिंग में नुकसान आ फायदा दुनु का बीच संतुलन होखे के चाहीं. नुकसान ओतने ले जतना रउरा बरदाश्त कर सकीं आ आगे ला बाजार में बनल रह सकीं. ई ना कि सगरी जथा-पूंजी दाँव पर लगा दिहनी आ सामने शकुनी भेंटा गइल. ना घर बार रहल ना मेहरारु. आ रहल बाति फायदा के त एहिजो एगो छोट कहानी कहे के मन करत बा –
एगो बुड़बक लड़िका रहे. ओकरा बुड़बकाहीं के चरचा आम रहे. लोग ओकरा के भर मु़ट्ठी सिक्का देखावे आ कहे कि एगो कवनो सिक्का ले ले. ऊ हमेशा सबले छोटका सिक्का उठा लेव आ आपन बुड़बकाहीं साबित करत रहे. एक दिन एगो विद्वान भलमानुष ओकरा के बुद्धि दीहल चहलें. ओकरा के एक एक सिक्का आ ओकर हैसियत बतवलें-सिखवलें. आ कहलें कि हमेशा बड़का सिक्का उठावल करीहे.
ऊ लड़िका जबाब दिहलसि – का काका, बुड़बक बुझले बाड़ऽ का हमरा के ? जवने दिने बड़का सिक्का उठा लिहनी तवने दिन से लोग हमरा के सिक्का देखा के आजमावल बन्द कर दी.
रउरो वइसनके बुड़बक बनल रहीं. हमेशा छोट-छोट फायदा उठावल करीं. ई छोट-छोट फायदा कुल मिला के अतना रही कि कबो-कभार आवे वाला बड़का नुकसान के आराम से झेले वाला शॉकर साबित होखी.
ढेर दिन बाद एहिजा आइल बानी त अइसन ना कि बीच में हम बइठल रहीं. हम तरह तरह के प्रयोग करत रहीं जेहसे कि एगो बहुपयोगी राह निकाल सकीं. अगिला हफ्ता हम मोतियाबिंद के आपरेशन करावे जा रहल बानी, एहसे फेर कुछ दिन ले ना लउकब. बाकिर ओकरा बाद नियमित रुप से आइल करब. हर बेर एगो नया संकेतक/रणनीति ले के. आ हर बेर इयाद करावत रहब कि लटकले त गइले बेटा. हमेशा याद राखीं कि हर राह में बाधा आवे वाला बा, हर सौदा में नुकसान के अनेसा बनले रही. काहे कि अगर हमरा मालूम हो जाव कि कवन राह निष्कंटक रही त हम ओही राहे लमहरा निकल जाएब. रउरा के बतावे के मौका ना मिल पाई.
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