नेपाल के आन्दोलन जेन जेड – केकर प्लानिंग केकर साजिश
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– अंजोरिया डेस्क
#नेपाल #हमी-नेपाल #जेन-जेड
भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका आ बांगलादेश का बाद अब नेपाल में वइसने ‘स्वत: स्फूर्त’ आन्दोलन खड़ा हो गइल बा. नवहियन के एगो बड़हन गोल नेपाल के संसद भवन पर चढ़ आइल आ एह हिंसक भीड़ के काबू करे खातिर पुलिस फायरिंग में बहुते नवहियन के मौत के खबर बा. अनाधिकारिक रूप से ई गिनिती 45 का आसपास बतावल जात बा.
अबहीं ले एह आन्दोलन जेन जेड के नेतृत्व केकरा लगे बा से साफ नइखे भइल. बाकिर पिछला कुछ दिन स ‘हमी नेपाल’ नाम के एगो एनजीओ एह आन्दोलन के सूत्रधार बतावल जा रहल बा. आ एह आन्दोलन के काठमाण्डू के मेयर बलेन्द्र शाह खुला समर्थन करे के एलान कइले बाड़न. हालांकि कहले बाड़न कि ऊ सशरीर एह आन्दोलन में एह चलते शामिल ना हो पइहन काहे कि एगो सीमा बान्हल गइल बा 28 बरीस के. बतावल गइल बा कि 28 बरीस से कमे उमिर के नवही एह आन्दोलन में शामिल हो सकेलें.
अब ई उमिर के बन्धन हो सकेला कि एह चलते डालल गइल होखे कि पारंपरिक नेता आ दल एह आन्दोलन पर दावा मत कर देसु.
‘हमी नेपाल’ का बारे में अबहीं बहुत कुछ त मालूम नइखे भइल बाकिर एह एनजीओ के वेबसाइट https://www.haminepal.org/about पर जवन जानकारी उपलब्ध बा तवना से इहे लागत बा कि एह संगठन के दिशा निर्देश देबे वाला मनई डॉ सैन्डुक रूट हउवन जे एगो आँख विशेषज्ञ opthalmologist हउवन. कह सकीलें कि ई नेपाल के अरविन्द केजरीवाल हउवन. भगवान करसु कि आगा चलि के ई नेपाल खातिर केजरीवाल मत साबित होखसु.
काठमान्डू के पन्द्रहवां मेयर बलेन्द्र शाह एगो इंजीनियर हउवन जे बाद में गायक का रुप में प्रसिद्धि पा लीहलन आ काठमाण्डू के पहिलक निर्दलीय मेयर का रुप में साल 2022 में चुन लीहल गइलन. 30 अप्रेल 1990 का दिने जनमल बलेन्द्र शाह नेपाल के नारादेवी के एगो मैथिली मधेसी परिवार से आवेलन. शुरुआती शिक्षा का बाद बलेन्द्र शाह भारत के राज्य कर्नाटक के विश्वेसरैया टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय से स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में एम.टेक. कइले रहलन.
नेपाल के एह आन्दोलन जेन जेड के पृष्ठभूमि का बारे में एह छोटहन जानकारी का बाद आईं अब आन्दोलन का बारे में विस्तार से कुछ जानल जाव.
एही महीना सितम्बर के चार तारीख से नेपाल सरकार 26 गो प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्मन जइसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्वीटर वगैरह के प्रतिबन्धित कर दिहलसि काहें कि ई कंपनी सब नेपाल सरकार के प्रस्तावित पंजीकरण नियमन के पालन ना करत रहलन स. एह से लोग खास कर के नवही सभ बहुते नाराज हो गइलें काहें कि एह लोग के लागत बा कि नेपाल सरकार अभिव्यक्ति के आजादी छीन रहल बिया.
नेपाल के नवहियन – Gen Z – में भ्रष्टाचार, राजनीतिक नौकरशाही अउर भाई भतीजावाद से बहुते खीस जनम गइल बा. आ एह खीस से सोशल मीडिया पर “Nepo Kids” नाम के ट्रेंड चमक उठल. एह ट्रेंड में राजनीतिक नेतवन के संतानन के आलीशान जीवनशैली आ नेपाल के संघर्षशील समाज से ओहनी के बिलगाव झलकेला.
एही असंतोष का पृष्ठभूमि में एनजीओ हमी नेपाल एगो आन्दोलन के रुपरेखा बनवलसि जवना के नाम दीहल गइल – “Gen Z Youths on the Streets!” इहे अभियान गँवे-गँवे बड़हन पैमाना पर सड़कन पर उभर आइल बा.
आजु 8 सितंबर का दिने हजारों नवहू काठमांडू के मैतीघर मंडला अउर संसद परिसर में इकट्ठा भइलें आ कई गो पुलिस बैरिकेडन के तूड़त फानत संसद भवन ले चहुँप गइले. पुलिस एह लोग के रोके खातिर रबर बुलेट, आंसू गैस, आ पानी के बौछार कइलसि. आ आखिर में गोली चलावे के पड़ गइल. हालांकि आधिकारिक रुप से फायरिंग के बात नइखे सकारल गइल. एकरा के कहल जा रहल बा कि झड़पन में नाहियो त बीसन लोग के मौत हो गइल बा आ सैकड़न का तादाद में नवही जख्मी भइल बाड़न.
इहो जानल जरुरी बा कि नेपाल में राजशाही के समर्थकनो के संख्या बहुते बा. ई लोग एह बात से निराश बाड़ें कि लोकतंत्र के स्थापना का बावजूद नेपाल के विकास के राह नइखे खुलल. एह लोग के लागत बा कि एहले नीमन त राजशाही रहुवे. पिछला साल राजशाही के पुनर्वापसी खातिर एगो बड़हन आन्दोलनो चलावल गइल रहुवे बाकिर ऊ ढेर दिन ले ना चल पावल.
राजनीति के जानकारन के कहना बा कि नेपाल के एह बवाल का पीछे विदेशी ताकतनो के हाथ हो सकेला. एह मामिला में अमेरिका त पहिलहीं से बदनाम हउवे. बांग्लादेश के सत्ता परिवर्तनो का पाछे अमेरिका के हाथ रहल बा. हो सकेला कि चीन आ भारत के परेशान करे का मकसद से अमेरिका के डीप स्टेट नेपाल में सत्ता परिवर्तन करावल चाहत होखे. उमेद कइल जाव कि भारत सरकार एह आन्दोलन के गंभीरता से ली आ कोशिश करी के नेपाल के हालात बेसी ना बिगड़े. एह काम में चीनो के पूरा सहजोग मिले के उमेद कइल जा सकेला. आँख गड़वले रहीं सभे कि आन्दोलन कवना दिसाईँ बढ़त बा.
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