आजु मोदी कैबिनेट फैसला कइललि कि सगरी सांसदन के मूल तनखाह में 30 फीसदी के कटौती एही पहिला अप्रेल से लागू क दीहल गइल बा. बाकिर ओह लोग के भत्ता में कवनो कटौती नइखे कइल गइल.
एकरा के आसानी से समुझे के होखे त जान जाईँ कि सरकारी कर्मचारियन के तनखाह में कटौती जरुर भइल बा बाकिर उपरवार आमदनी जस के तस छोड़ दीहल गइल बा.
लाजे भवे बोलसु ना सवादे भसुर छोड़सु ना वाला हाल हो गइल बा देश के विरोधी गोलन के. मौजूदा हालात में कटौती के विरोध ना कइल जा सके बाकिर पेट पर पड़ल लातो के बरदाश्त कइल आसान नइखे. काहे कि सबले बड़का भत्ता सांसद निधि दू बरीस ला स्वाहा क दीहल गइल बा.
साँच होखे भा झूठ बाकिर आम मनई त इहे मानेला कि सांसद निधि एगो बड़का जरिया हवे चुनावी खरचा वसूले के. ओकर त इहे मानना ह कि सांसद निधि एह लोग के पाकिट मनी जइशन ह जवना में खरचा से बेसी कमीशन काटेला चाभेला लोग.
ई फैसला होखते विपक्षी खेमा में चिल्ल पों मचल शुरु हो गइल बा. सीधे सीधे त एकर विरोध ना कइल जा सके बाकिर कहऽता लोग कि सांसद निधि से सांसद अपना इलाका के विकास में खरच करेला आ एकरा के केन्द्रीय कोटा में समेट लिहला से समहर विकास होखे में दिक्कत होखी.
कांग्रेस बोलतुआ रणदीप सिंह सुरजेवाला के कहना बा कि एमपी लोकल एरिया डेवलपमेंट फंड के रोकल गलत बा. ई सांसदन के निजी राशि ना हवे आ एकर इस्तेमाल संसदीय क्षेत्र में जनता के भलाई आ क्षेत्र के विकास ला कइल जाला.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई सवाल उठवले बाड़़न कि सरकार भरोसा करा सकेले कि उनुका लोकसभा क्षेत्र कलियाबोर में स्वास्थ्य सुविधा विकसित करे के जिम्मा केंद्र उठाई.
कांग्रेसी गोल के डिजिटस संवाद के समनवयक गौरव पांढी के कहना बा कि सांसद निधि खतम कइला का बाद सरकरा अब सरकारी प्रचार पर, पीएम के विदेश यात्रा पर आ उनुका सुरक्षा पर होखे वाला खरचो बंद क देबे के चाहीं.
शशि थरूर के कहना बा कि सांसद निधि सांसदन के बड़हन सहारा होले अपना इलाका के बढन्ती ला इस्तेमाल करे के.
लालू यादव के गोल राजद के सांसद मनोज झा कहऽतारें कि ई गलत सलाह मिलल बा केन्द्र सरकार के.
ओने सोशल मीडिया पर आम मनई एह फैसला के भरपूर स्वागत कइले बाड़ें.
कहल जाला कि जे साँप के मन्तर ना जाने ओकरा साँप के बीयर में हाथ ना डाले के चाहीं. मोदी सरकार के एह साँपन के बढ़िया मंत्र जरुरे मालूम होखी ई भरोसा कइल जा सकेला.
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