शेयर बाजार ला श्रीमद्भगवतगीता के उपदेश


महाभारत युद्ध का दौरान भगवान श्रीकृष्ण जवन उपदेश अर्जुन के सुनवले रहलें, तवने के आजु हमनी का गीता का रूप में जानेनी सँ. श्रीमद्भागवतगीता के अध्याय 4 के श्लोक 7 अउर 8 में बतावल गइल बा कि –
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥4-7॥
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥4-8॥

एही बाति के सहज भाषा में बतावल गइल बा कि “जब-जब होई धरम कै हानि, बाढै असुर अधम अभिमानी / तब तब प्रभु धरि विविध शरीरा, हरहों कृपा निधि सज्जन पीरा’. कहे के माने कि धरती पर जबे कभी धर्म के हानि होखे लागेला, जब-जब असुर-अधम-अभिमानी अति करे लागेलें तब-तब रूप बदल-बदल के प्रभु के अवतरण होला, आ ऊ कृपानिधि तब सज्जन के पीड़ा दूर करेलें.

अब रउरा सभे के अचरज होखत होई कि गीता के ज्ञान शेयर बाजार में काहे बाँटल जा रहल बा. त जान लीं कि गीता एगो शाश्वत दिशा-निर्देश देबे के काम करेले जीवन का हर क्षेत्र में, हर काम में. आजु गीता के एही ज्ञान उपयोग हम शेयर बाजार के संदर्भ में करे जा रहल बानी.

कवनो शब्द के एकेगो अर्थ ना होखे. ओकर अर्थ समय-काल-परिस्थिति में अलग-अलग निकालल जाला. ऊपर दीहल उद्धरणन में से कुछ शब्द के अर्थ बदल दीहल जाव त सगरी बाति साफ हो जाई. सज्जन माने निवेशक, जे अपना भविष्य भा वर्तमान के सहज बनावेला आपन धर्म, एहिजा एकर अर्थ पूंजी मान लीं, के उपयोग करेला बाकिर एह रणभूमि में कुछ असुर-अधम-अभिमानिओ होलें जे रउरा धरम के विनाश करे ला काम करेलें. इहो बतावले गइल बा कि हानि, लाभ, जीवन, मरण, यश, अपयश सब कुछ विधि का हाथ में होला. एहिजा विधि के अर्थ बाजार होला. सब कुछ बाजार का हाथ में बा. हमेशा सज्जनने के जीत ना होखे. दुर्जनो के जिए के हक होला आ भगवान ओहनिओ के भगवान होलें, ऊ मानसु चाहे ना मानसु. सज्जन के धीरज, धरम, मित्र अरु नारी आपद काल परखिए चारी वाला सिद्धान्त अइसहीं नइखे बतावल गइल. सज्जन के काम सही तरीका से, सही दिशा में होखल करे एकरा ला असुर-अधम-अभिमानी के उपस्थितिओ जरुरी होला. अगर ऊ ना रहीहें त बाजार एक दिशाईं हो जाई, आ अगर बेचे वाला ना रहीहें त खरीदब कइसे ! ले दे के इहे समुझीं कि रउरा आपन धरम के पालन, माने कि पूंजी के निवेश, करत घरी आपन धीरज नइखे छोड़े के, धरम त छोड़हीं के नइखे, आ इहो देखे-समुझे के होला कि राउर हित बतावेला कवन संकेतक सही रही, आ सबकुछ करे वाली नारी वाली रणनीति के अनदेखी नइखे करे के.

सतर्कता गई कि दुर्घटना भई. तनिको एने से ओने भइनी कि गइल भईंस पानी में.

आ अब चलीं आखिर में कि रउरा करे के का बा, कब, कहाँ, आ कइसे. पहिलहूं बता चुकल बानी कि हमरा लिखला के उद्देश्य होला कि डे-ट्रेडर के फायदा होखे. आ अबहीं हम जवने कुछ कहे जा रहल बानी तवन ओही लोग के धेयान में राखत कहब. डे-ट्रेडिंग आ सड़क किनारे खोमचा लगावे वाला के इहे देखे के होला कि ऊ जहाँ खोमचा लगावे जा रहल बा, माने कि ट्रेड करे जा रहल बा, ओहिजा कतना भीड़भाड़ बा. जतने भीड़भाड़ होखी मुनाफा के उमेद ओतने बेसी रही. ट्रेडिंग का भाषा में एकरा के लिक्विडिटी कहल जाला. ओही स्टॉक में ट्रेड करीं जवना में लिक्विडिटी होखे. अगर दिन भर में ओकर खरीद-बिक्री एक करोड़ से कम शेयर के होखे त ओहमें डे-ट्रेडिंग करे के सोचबो मत करीं. एह नपना पर जवन स्टॉक रउरा पसन्द होखे तवना के चुन लीं आ हमेशा ओकरे में ट्रेड कइल करीं.

ट्रेड करे से पहिले रउरा लगे आदित्य बिरला मनी जइसन कवनो ब्रोकर किहाँ डीमैट खाता होखे के चाहीं आ चार्ट देखे ला ट्रेडिंगव्यू .एकरा बाद जरुरी होखी कि पूंजी कम से कम एक लाख रुपिया के होखे ट्रेडिंग करे खातिर. करे खातिर त रउरा कमो पूंजी से कर सकीलें बाकिर तब रउरा स्विंग ट्रेड भा बाय एण्ड होल्ड का रणनीति पर चले के पड़ी. काहे कि ब्रोकरेज आ अउरी चार्ज वगैरह कटइला का बादो रउरा लगे कुछ बाचे के चाहीं. कम पूंजी में एह सीमा के पार करेला कम से कम दू सौ रुपिया के मुनाफा होखे के चाहीं. ना त मँगनी में चिखनी बिलईआ लिहलसि आधा.

ई तीनो चीझ जुटला का बाद सवाल उठत बा कि कवना रणनीति पर चलल जाव. एहिजा फेर से रेघरिआएब कि अइसन कवनो रणनीति होइए ना सके जवना में नुकसान के अनेसा ना होखे. बस कोशिश इहे राखे के पड़ेला कि नुकसान होखो त कम के होखो आ मुनाफा होखो त कम से ओह संभावित नुकसान से दुगुना. आ रणनीति अइसन होखे के चाहीं जवना के रउरा कवनो टाइमफ्रेम में आ कवनो स्टॉक ला व्यवहार में ले आ सकीं. टाइमफ्रेम के मतलब होला कि रउरा चार्ट के हर कैण्डल कतना समय के रहल करी. कम समय के टाइमफ्रेम नुकसान कम कराई बाकिर मुनाफो कमे होखी. बड़हन टाइमफ्रेम मुनाफा बेसी दी त नुकसानो के अनेसा बेसी के रही. एहसे ई एह पर निर्भर करत बा कि रउरा कतना नुकसान हँसी-खुशी बरदाश्त कर सकीलें.

हजारन रणनीति होखेला बाजार में आ ओहिमें से एगो अइसन रणनीति हम बतावे जात बानी जवन बहुते सहज बा आ जवना में कमो जानकार काम लायक मुनाफा कर सकीहें. टाइमफ्रेम तय करे से पहिले जान लीं कि हर दिन बाजार 375 मिनट कारोबार करेला. एहसे हर कैण्डल एक बरोबर रहे के चाहीं ना त एवरेज निकाले में गड़बड़ी हो जाई. ई टाइमफ्रेम 1 मिनट. 3 मिनट, 5 मिनट, 15 मिनट, 25 मिनट, भा 75 मिनट में से कवनो हो सकेला जवन रउरा रुचे. एहसे बिलग कवनो टाइमफ्रेम अइसन ना होखी जवना में सगरी कैण्डल एक बरोबर हो पाई.

मान लीं कि रउरा 5 मिनट के टाइमफ्रेम पर काम करे के चाहत बानी त हमेशा ओकरे में काम करीं. काहें कि हर टाइमफ्रेम के चार्ट अलग-अलग बनेला.

संकेतक माने इन्डिकेटरो हजारन बाड़ी सँ बाजार में आ हर संकेतक रउरा के मुनाफा करा सकेला आ हर संकेतक से रउरा नुकसानो हो सकेला. जइसे कि शिक्षक सभका के एके बात पढ़ावेलें बाकिर एगो विद्यार्थी बहुते बढ़िया कर जाला आ कवनो विद्यार्थी सबले पीछे रहि जाला. हानि लाभ जीवन मरण यश अपयश विधि हाथ !

अबले हम रउरा के बता चुकल बानी कि कवनो एगो स्टॉक चुन लीं. कवनो एगो संकेतक, कवनो एगो टाइमफ्रेम, आ कवनो एगो रणनीति. आ बस ओकरे पर ट्रेड कइल करीं. एके साधे सभ सधे, सभ साधे सभ जाए.

स्टॉक आ टाइमफ्रेम रउऱा अपना पसन्द के चुन लीं. एह बारे में हम कवनो सलाह ना देब, देबहूं के ना चाहीं ना त सेबी कब हमार बैण्ड बजा दी एकर अंदाज ना लगावल जा सके.

आ नीचे बतावल रणनीति पर काम करे से पहिले जान लीं कि रउरा फायदा होखे का बदले नुकसानो हो सकेला. दोसरे कवनो सौदा अपना औकात के बाहर के ना करीं. मार्जिन के इस्तेमाल सोच समुझ के करीं. जतने लिवरेज लेब मार्जिन में ओतने मुनाफा होखे के उमेद रही बाकिर ओतने नुकसानो के अनेसा बनल रही. एहसे सौदा ओतने के करीं कि अगर जरुरी लागल त रउरा ओकरा के अगिला दिन ला सम्हार सकीं. अगर मार्जिन पर रही त राति के नींद ठीक से ना आई काहें कि का पता काल्हु बाजार कहवाँ खुले. पहिलहूं बता चुकल बानी कि ट्रेड करे के बा त होल्ड मत करीं आ होल्ड करे के बा त ट्रेडिंग मत करीं.

आखिर में आईं अब रणनीति के बाति कइए लीहल जाव –

अपना ट्रेडिंग व्यू पर डॉन्शियन चैनल चुन लीं. ओकर सेटिंग बदल के लेन्थ 75, आफसेट 13 आ टाइमफ्रेम के चार्ट पर रहे दीं. एकरा बाद ओकर स्टाइल में लोअर आ बैकग्राउन्ड के अनचेक कर दीं आ अपर के रंग आ मोटाई अपना पसन्द का हिसाब से कर लीं.

अब आराम से चार्ट पर तिकवत रहीं. जइसहीं कवनो कैण्डल नीचे से चढ़ि के अपर लाइन का ऊपर बन्द होखे मार्केठ रेट पर जतना शेयर खरीदे के बा खरीद लीं. जब खरीदा जाव त तुरते एक फीसदी नीचे के स्टॉपलॉस लगा लीं. बाकिर स्टॉपलॉस हिट होखे के इन्तजार मत करीं, जसहीं रउरा खरीद वाला कैण्डल से दस पइसा नीचे भाव आवे तसहीं निकल जाईं. ना त तबले इन्तजार करत रहीं जबले रउरा मन लायक मुनाफा भा एक फीसदी के मुनाफा ना होा जाव..

एह तरह राउर अधिकतम नुकसान एक फीसदी के आ न्यूनतम मुनाफा एक फीसदी के रही. एह तरह से एक सौ सौदा कर के देखीं आ तब हिसाब जोड़ीं कि ई रणनीति काम जोग बा कि ना. कामजोग लागल त लगल रहीं आ काम जोग ना लागल त दोसर रणनीति खोजीं.

रउरा अपना नुकसान वाला सौदा के विसरण नीचे कमेंट में लिख भेजीं. हम देख के बताएब कि कहाँ गलती हो गइल रहुवे. इहो हो सकेला कि ऊ नुकसान रणनीति का हिसाबे से रहुवे. अगर रणनीति का हिसाब से रहल त ओकरा के बरदाश्त करहीं के पड़ी. आ अगर मुनाफा भेंटा जाव त कुछ चन्दन-टीका हमरो के लगावत रहब. हम अउरो रणनीति बतावत रहब.

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