सगरी उमिरिया छछनत जियरा कइसे तोहके पाईं


भोलानाथ गहमरी जी के रचल एगो निर्गुन बहुते मशहूर रहल बा. आजु के शुरुआत ओकरे से करत बानी.

कवने खोतवा में लुकइलू आहि रे बालम चिरई, आहि रे बालम चिरई.

बन बन ढुंढली, दर दर ढुंढलीं, ढुंढलीं नदी का तीरे,
साँझ के ढुंढली, राति के ढुंढली, ढुंढली होत फजीरे
जन में ढुंढली, मन में ढुंढली, ढुंढली बीच बजारे
हिया हिया में पईठ के ढुंढली, ढुंढली बीरह का मारे
कवने अँतरे में समइलु, आहि रे बालम चिरई, आहि रे बालम चिरई.

गीत के हम हर कड़ी से पुछलीं, पुछलीं रात मिलन से
छन्द छन्द लय ताल से पुछलीं, पुछलीं सुर के मन से
किरन किरन से जा के पुछलीं, पुछलीं नील गगन से
धरती और पाताल से पुछलीं, पुछलीं मस्त पवन से
कवने सुगना पर लुभइलु, आहि रे बालम चिरई, आहि रे बालम चिरई.

मन्दिर से मस्जिद ले देखनी, गिरिजा से गुरुद्वारा
गीता और कुरान में देखनी, देखनी तीरथ सारा
पण्डित से मुल्ला तक देखनीं, देखनी घरे कसाई
सगरी उमिरिया छछनत जियरा कइसे तोहके पाईं
कवने बतिया पर कोन्हइलू आहि रे बालम चिरई, आहि रे बालम चिरई.

रउरा सभे सोचत होखब कि शेयर बाजार के चरचा में गहमरी जी के निर्गुन कहाँ से आ गइल. त एक बेर फेरु एह निर्गुन के शुरुआत से पढ़ीं. चिरई का जगहा मुनाफा राख दीं, धरती और पाताल के सपोर्ट आ रेसिस्टेंस मान ली, मस्त पवन के मोमेन्टम, त रउऱो माने लागब कि गहमरी जी के ई निर्गुन एहू संदर्भ में देखल जा सकेला.

शेयर बाजार में कई तरह के लोग आवेलें बाकिर ओह लोग के मोटामोटी दू वर्ग में डालल जा सकेला – इन्वेस्टर माने निवेशक आ ट्रेडर माने सटोरिया. दुनु एह बाजार में कमाईए करे आवेलें बाकिर बहुते कम लोग के मुनाफा भेंटा पावेला. काहें कि रिटेल ट्रेडर कमाए का नाम पर गँवाए आवेलें आ घाघ शकुनी जइसन सटोरिया ओह लोग के घर संपति हथियावे ला आवेलें.

एहिजा हम निवेशकन के बात कमही करिलें. काहें कि ओह लोग के गिनिती ट्रेडरन से कम होला. हमहूं ट्रेडर बने का कोशिश में बानीं आ रउरो सभे एही फिराक में होखब तबहिएं एहिजा आवेनी सभे. त सबले पहिले त हम हमेशा का तरह चेता दीहल चाहत बानी कि ट्रेडिंग में बहुते जोखिम होला आ जथा-पूंजी गँवाए के अनेसा हमेशा बनल रहेला.

ट्रेडिंग करे वाला के थोड़ देर ला सड़क पर गाड़ी दउड़ावत ड्राइवर मान लीं. ऊ बहुते अनुभवी होला आ ओकरा हमेशा अनेसा बनल रहेला कि पता ना कब केने से कवनो लड़िका, बूढ़, औरत, भा जानवर आ जाई एहसे ऊ हमेशा एकरा ला सचेत रहेला. ओकरा इहो मालूम बा कि राहे में कबो टायर पंचर हो सकेला एहसे स्टेपनी राखल ना भुलाव. सड़क पर गाड़ी ले आवे से पहिले ऊ देख लेला कि गाड़ी में तेल, मोबिल, कूलेंट, टायर के हवा वगैरह ठीक ठाक बा. ओकरा मालूम बा कि कतना तेल पेट्रोल लाग सकेला एहसे ओतना के व्यवस्था करि के राखेला.

अब एही बाति के ट्रेडिंग का संदर्भ में देखीं. ट्रेडर के हमेशा ओही तरह के सावधानी राखे के चाहीं. बाजार में आवे से पहिले जानकारी रहे के चाहीं कि देश दुनिया में का हो रहल बा. आजु कवना शेयर में तेजी हो सकेला कवना में मंदी. ओकरा हर हालात ला तइयार रहे के पड़ेला. पूंजी से लगइले अचानक आवे वाला बिपदो के अनेसा मन में राखे के पड़ेला.

दोसरे ट्रेडिंग जीरो सम गेम होला. अगर केहू के फायदा भइल त तय मानीं कि ऊ कवनो ना कवनो ट्रेडर का नुकसान से भइल बा. आ बीच में ब्रोकरेज आ टैक्स वगैरह दुनु के लागेला. साँच कहीं त ब्रोकर आ सरकारे निश्चिंत रहेले कि ओकरा हर हाल में कमाई होखे के बा.

शेयर बाजार में तरह तरह के खेल होखल करेला. अधिकतर कानून का दायरा में रहेला बाकिर होला त घोटाले. पहिले पोजीशन बना लिहला का बाद ई लोग चैनलन पर आपन सलाह परोसत रहेला. जेतना बड़ सलाहकार ओतने बेसी उछाल भा गिरावट करा देलें ओह लोग का सलाह पर चले वाला. आ सलाहकारन के चांदी कटेला.

एहसे का, कब, कइसे, कहवां ट्रेड करे के बा ई सब अपना राय से तय करीं. कउवा कान ले गइल सुनिके कउवा का पाछे धवला के जरुरत ना होखे के चाहीं. अगर रउरा ई सीख लिहनी कि कतना ले नुकसान उठावे के बा त फायदा ओकरा बाद अपने से होखे लागी. काहे कि रउरा कुछऊ करीं सभ में फायदा आ नुकसान के गुंजाइश होला. सिक्का उछालब त ऊ या त चित गिरी या पट. रउरा बस अतने देखे के बा कि नुकसान होखे त कम रहे आ मुनाफा होखे त बेसी. ई ना कि इचिको भर फायदा लउक गइल त रउरा सौदा काट लीं आ नुकसान होखत होखे त तबले महटियवले रहीं जबले भरपूर नुकसान नइखे हो जात.

करे के चाहीं ठीक एकरा उल्टा. इचिको भर नुकसान होखे त निकत भागीं आ फायदा होखत बा त धीरज धर के बइठल रहीं. एक बेर तय कर लीं कि कतना ले नुकसान बरदाश्त करब आ ओकरा बाद मुनाफा तबहिंए काटीं जब ऊ नुकसान का सीमा से दुगुना, तिगुना, चौगुना हो जाव. हो सकेला कि लउकलो मुनाफा हाथ से निकल जाव बाकिर एह तरीका में नुकसान के अनेसा कम रही आ अधिकतर मौका पर रउरा ठीक-ठाक मुनाफा कमा सकब. मान के चलीं कि हर हाल में रउरा नुकसाने के सीमा तय करे के बा.

अगिला बेर एगो रणनीति के चरचा करब. देखीं, आजमाईं कि ऊ रणनीति कतना काम के साबित होखी. बाकिर हमेशा याद राखब कि मुनाफा राउर होखी आ नुकसानो राउरे रही. हम त कबीर का तरह रहब –

कबीरा खड़ा बाजार में, लिए लुकाठी हाथ.
जो घर जारे आपना, चले हमारे साथ.

नुकसान के गारंटी रही, मुनाफा हो जाव त हम नइखीं जानत.

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