हर भोजपुरिया से निहोरा बा

फोटो narendramodi.in से
आजु बिहार के बेतिया में एगो जनसभा के संबोधन के शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी भोजपुरी में बोल के कइनी. एहमें कवनो बड़हन बात नइखे. मोदी जी जहँवे जानी ओहिजा के भाषा में एक दू वाक्य जरुरे बोल देनी काहे कि स्थानीय भाषा में बोलल एक-एक शब्द सुनेवालन के अँतरा में बस जाला आ ओकर आबाज बहुते दिन ले ओह लोग के सुनात रहेला.

बाकिर आजु एह खबर के चरचा करे का पीछे के मकसद बा भोजपुरी भाषी नेता, मंत्री, सांसद, विधायक, पेशेवर अध्यवसायी लोग, कलाकार, साहित्यकार वगैरह के गोहार कि उहो लोग दिन भर में कम से कम एगो पोस्ट अपना सोशल मंच -फेसबुक, ट्वीटर, इन्स्टाग्राम वगैरह – पर भोजपुरी में पोस्ट कइल करे.

आम भोजपुरियन से गोहार बा कि भोजपुरी से जुड़ल बात अपना-अपना सोशल मंच आ ह्वाट्सअप ग्रुप पर साझा करत रहीं. हो सके त सभे कम से कम एगो पोस्ट रोजाना अपना पन्ना पर भोजपुरी में डालल करे. हर परिवार कम से कम एगो भोजपुरी पत्रिका के सालाना गाहक बने आ हर महीना ना त कम से कम साल भर में एगो भोजपुरी किताब खरीदल करे.

भोजपुरी के लिखनिहारन से गोहार बा कि हिन्दी के पोसल छोड़ीं सभे. भोजपुरी में सोचे, बोले-बतियावे-लिखे पर जोर दीं सभे. काहें कि भोजपुरी के सबले बेसी नुकसान अगर केहू कइले बा त ऊ हवे हिन्दी भाषा.

भोजपुरी के संस्था-संगठन आपन विज्ञप्ति भोजपुरी में जारी करे के परंपरा बनावसु. भले ओकरा साथे हिन्दी-अंगरेजी अनुवाद नत्थी करे के पड़े. एहसे पता चली कि रउरा सभे भोजपुरी खातिर गंभीर बानी. भोजपुरी इलाका में स्कूल चलावे वालन से निहोरा बा कि अपना स्कूल में एक क्लास रोज भोजपुरी के करावल करें लोग.

भोजपुरी के वेबसाइट चलावे वालन से निहोरा बा कि अपना वेबसाइट पर रोज ना त हफ्ता में एगो नया पोस्ट जरुरे डालल करे. नियमित रूप से कुछ ना कुछ अंजोर होत रही त गूगल आ बिंग जइसन खोजी प्रोग्राम ओकरा के भाव देबे लगीहें.

सरसइया के दोहरे अरु नावक के तीर, देखन में छोटे लगे घाव करे गंभीर !

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