आस्तीन में पलिहा बढ़िहs
मनही मन परिभाषा गढ़िहs
कुछो जमइहा कबों उखरिहा
गारी सीकमभर उचारिहs
हे ! नाग देवता पालागी !
हरदम तोसे नेह देवता
बसिहा एही गेह देवता
नीको नेवर बुझिया भलहीं
डसिहा एही देह देवता
हे ! नाग देवता पालागी !
केकर मितई कइसे जानब
दुसमन के कइसे पहिचानब
बिजुरी के छूवब जे कबहूँ
तोसे बेसी फन हम तानब
हे ! नाग देवता पालागी !
छोछर कुल अभिमान देवता
हेराइल सनमान देवता
अकडू से उकडूं तू भइलs
अइसन तू भगमान देवता
हे ! नाग देवता पालागी !
हर समाज में अइसन लोग ढेर भरल बा
SEND ME IN HINDI