आज मन बहुत आह्लादित बा. हमरे ना, पूरा देशे के ना, पूरा दुनिया में बसल सगरी हिन्दूवनो के मन आज आह्लादित बा. कारण ई बा कि मुगलिया गुलामी का बाद आइल ब्रिटिश गुलामी से मुक्ति त 1947 से मिल गइल बाकिर ओकरा बाद दुबारा एगो छद्मवेश में भारत देश में मुगलिया शासन के जमाना आ गइल. देश में एगो अइसन सरकार बन गइल जवना के मुखिया रहल जवाहर लाल के कहना रहल कि ऊ त बस संजोगे से हिन्दू हउवन ना त शिक्षा से ईसाई आ मन से मुसलमान हउवन. ओकरा बाद से लगातार देश के शिक्षा मंत्री मुसलमानने के बनावल गइल जवना चलते हमनी के भारत के हिन्दू इतिहास, संस्कृति, आ संस्कारन के जानकारी से षडयन्त्र बना के अलगा राखल गइल. अकबर के महान बतावल गइल, दारा शिकोह के गुणगान गावल गइल बाकिर देश के गौरवशाली इतिहास के चरचा स्कूल कॉलेजन में ना होखे दीहल गइल. दुष्टता एह सीमा ले रहल कि हिन्दूवन के आपन स्कूल कॉलेज ना खोले दीहल गइल. गँवे-गँवे सगरी गुरुकुलन के समाप्त करा दीहल गइल. अइसन रोक लगा दीहल गइल कि पाठ्यक्रम में गलतियो से वेद, पुराण, महाभारत, रामायण वगैरह के ना पढ़ावल जा सके.
तीस बरीस के एह छद्म मुगलिया शासन के अंत के कोशिश परवान चढ़ल 1977 में जब पहिला बेर देश में कवनो गैर कांग्रेसी सरकार बनल. बाकिर बरीसन के गलत शिक्षा आ तथाकथित सेकूलरिज्म के जहर अतना गहिरे ले पसरल रहल जन जीवन में कि इहो लोग देश के आजाद ना करा सकल.
ओकरा बाद हिन्दूवादी कहाए वाला भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में अटल बिहारी बाजपेयी के सरकार बनल त बाकिर चूंकि ओकरा लगे काम चलाउओ बहुमत ना रहुवे आ ओकरा अनेके छद्म सेकूलरवादी गोलन के सहारा लेबे के पड़ल रहे आ उहो सरकार एह दिसाईं कुछ कइल त दूर, सोचियो ना सकत रहुवे.
आखिरकार सन 2014 में पहिला बेर एगो अइसन सरकार बनल जवना के नेतृत्व एगो प्रखर हिन्दूवादी का हाथे आइल. बाकिर 67 बरीस के दुष्प्रभाव खतम करे में जरुरत से अधिका समय लागल गइल. काहे कि अबहियों अह सरकार का लगे अइसन बहुमत ना रहुवे कि ऊ राज्यसभा आ देश के कम से कम आधा राज्यन से कवनो अइसन संशोधन पारित करवा सको जवन देश के सांस्कृतिक स्वतंत्रता दिलवा सके.
सुखद ई रहल कि अपना धर्मनिष्ठा के अपना माथ पर सटावल राखे वाला प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सबका साथ, सबका विकास, आ सबका विश्वास के बात करतो अपना योजना के फलिभूत करावत गइलन. उनुका राह में अतना काँट बिछावल गइल बा कि ओकरा सफाई करे से पहिले ओह राह में बेखौफ हो के ना चलल जा सके.
बाकिर जहर के काट जहर से के सिद्धान्त पर चले वाली एह भाजपाई सरकार के कोशिश बा कि एक त पूरा देश के आ सगरी हिन्दूवन के एक सूत्र में बान्ह के एगो विजयमाल तइयार कइल जा साथ ही विरोधी दल के चाल से सीख लेत बाकी सम्प्रदायन के जातियन में बाँटल जाव. कांग्रेसी आ सेकूलरवादी होखे के चोला पहिरे वाला परिवारवादी के वोट बैंक का मुकाबले एगो प्रखर राष्ट्रवादी हिन्दू वोट बैंक बना लीहल जाव. वोट बैंक के काट अपना वोट बैंक से निकाल लिहला का बाद जवन लोग बचीहें ओह में एगो बड़हन आ नया समूह बनावल जाव जवना के लाभार्थी समूह कहल जाता. ई लाभार्थी समूहो अब अतना मजगर हो गइल बा कि भाजपा अब तिसरका बेर आपन सरकार बनावे के लक्ष्य ओरि मजबूती से बढ़ रहल बिया.
आज 22 जनवरी 2024 देश दुनिया के करोड़ों हिन्दूवन के श्रद्धा केन्द्र अयोध्या में भगवान श्रीराम के नवीन विग्रह के एगो भव्य आ दिव्य मंदिर में प्रतिष्ठापित करे के दुर्लभ सुअवसर के देखे के सौभाग्य मिल गइला का बाद जीवन धन्य हो गइल. देश में आज तकले अइसन बड़का सम्पर्क अभियान ना चलावल गइल रहुवे जइसन एह प्राण प्रतिष्ठा समारोह खातिर चलावल गइल.
विडम्बना इहो बा कि शायद आवे वाला बरीसन में ई पहिलका हिन्दू उत्सव बन के उभरी जवन अंगरेजी कैलेण्डर पर आधारित होखी, हिन्दू पंचांग के विक्रम संवत् भा भारत के आधिकारिक शक संवत् पर ना. भा हो सकेला कि हिन्दू गर्वानुभूति से उपजल नया उर्जा से देश आ समाज आपन नया मार्ग बनावे में सफल रही. सब कुछ निर्भर बा कि कुछ दिन बाद होखे जा रहल लोकसभा चुनाव में हिन्दू समाज के ऊ वर्ग कवन राह चुनत बा जवन वर्ग अबहियों अपना के हिन्दू संस्कारन से जोड़े के हिम्मत नइखे कर पावत भा लजात बा.
जय श्री राम ! जय भारत !
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