नीतीश कुमार आजु नौंवा बेर बिहार के मुख्यमंत्री पद के शपथ ले लिहलें. नीतीश कुमार के खासियत होला कि हर बेर उनुकर संघतिया बदलत रहेलें बाकिर ऊ मुख्यमंत्री के कुरसी ना छोड़सु.
आजु नीतीश कुमार के लेके हमरा एगो पुरान कहानी याद आवत बा. एगो आदमी चारो तरफ छितराइल अलग अलग लोग के सामान के बहुते मेहनत से एगो गठरी बनवलस. गठरी बनला का बाद एह बात के झगड़ा हो गइल कि ई गठरी कहाई केकर. कई जने ओह गठरी के दावेदार बन गइलन त ऊ आदमी कहलसि कि आखिरी बेर पूछत बानी – गठरिया तोर कि मोर. अगर केहू कहलसि कि मोर त पहिले ओकर कपरवा फोड़ देब आ तबे गठरी के छोड़ब.
नीतीश कुमार बहुते आराम से भाजपा का साथे आपन सरकार चलावत रहलें जब उनुका के सिखावल गइल कि भाजपा का साथे रहबऽ त एकरा से आगे ना जा पईबऽ. बाकिर अगर भाजपा के साथ छोड़ के ओकरा खिलाफ मैदान में उतर जइबऽ त प्रधानमंत्रिओ बने के संभावना हो जाई. काहें कि कांग्रेस का तरफ से पीएम पद के दावेदारी छोड़ दीहल गइल बा. बाकी नेता लोग तरह तरह के मुकदमा में फँसल बा. एह हालात में नीतीश के मुकाबले केहू ना आ पाई. नीतीश के सबले बड़का खूबी हवे कि उनुका खिलाफ ना त भठियरपन के आरोप बा, ना परिवारवाद के, प्रशासनिक अनुभवो उनुका लगे पर्याप्त बावे. आ भाषणो बढ़िया दे देलें. नीतीश कुमार के ई सलाह भा गइल आ ऊ भाजपा के साथ छोड़ के राजद का साथे हो लिहलन. उनुका के बढ़िया से पम्प कर दीहल रहुवे आ ऊ पूरा मनोयोग से लाग गइलन. जवन कि सोचल ना जा सकत रहुवे नीतीश ओकरा के क के देखा दिहलन. ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल, अखिलेश यादव आ कांग्रेस के ऊ एके गठबन्धन में ले आवे में सफल हो गइलन. बाकिर गठबन्धन बनते उनुका खिलाफ साजिश होखे लागल. पहिले उमेद रहल कि पीएम उमीदवार ना त संयोजक त जरूरे मान लीहल जाई उनुका के बाकिर अइसन हो ना पावल. भितरे-भीतर उनुकर काट होखे लागल. लालू से उनुका उमेद रहुवे कि लालू उनकर पैरवी जोरदार ढंग से करीहें बाकिर लालू त अलगे घाघ हउवें. ऊ कबो नीतीश का नाम पर एकराय बनवावे के कोशिश ना कइलन, उलुटे नीतीश पर दबाव बनावे लगलन कि जल्दी से तेजस्वी के सीएम बना के दिल्ली के राजनीति पर काम करसु.
बाकिर नीतीश सोझवा भलहीं होखसु बुड़बक ना हउवें. जब देख लिहलन कि एह गठबन्धन में उनुकर कवनो संभावना नइखे बनत त काहे ना जीते वाली पार्टी का साथे हो जासु. भाजपा का लगे अइसन कवनो नेता नइखे जवन बिहार में नीतीश के पटकनिया दे सको. भाजपा के बुझाइल कि थूकल चाट लिहला में कवनो खराबी नइखे काहें कि नीतीश के पाला बदलते इंडी गठबन्धन के चिंदी कइल जा सकेला. आ इंडी के हैसियत ना रहि जाई कि ऊ मोदी के मुकाबला कर सको. एहसे भाजपो तइयार हो गइल फेरु नीतीश के मुख्यमंत्री बना के बिहार सरकार चलावे के.
कई दिन के जोड़-घटाव गुणा-भाग का बाद आजु आखिरकार नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिहलन. ओकरा बाद भाजपा आ हिन्दुस्तान अवाम पार्टी उनुका के समर्थन दे दिहलसि. ओकरा बाद आजु साँझ बेरा नीतीश कुमार नउवां बेर बिहार के मुख्यमंत्री पद के शपथ ले लिहलन.
आजु उनुका साथे भाजपा दू गो उप मुख्यमंत्री बनवा लिहलसि – सम्राट चौधरी आ विजय सिन्हा के. राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद के, सम्राट चौधरी आ विजय सिन्हा के उपमुख्यमंत्री पद के आ विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, प्रेम कुमार, श्रवण कुमार, संतोष कुमार सुमन, आ सुमित कुमार सिंह के मंत्री पद के शपथ धरवलन.
नितिश जी के मोताबिक-
जब जइसन , तब तइसन
इ ना जाने त नेता कइसन.
कमल किशोर सिंह