आखिर मोदी सरकार में कवनो बहुसंख्यक मंत्री काहे नइखे

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजा आ गइला का बाद देश में तिसरका बेर नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बन गइल. किरिया धराई हो गइल, मंत्रियन के विभागो बँटा गइल. बाकिर ओकरा बाद देश में एगो नया बहस शुरु हो गइल कि अबकी बेर कवनो मुसलमान मंत्री काहे नइखे बनावल गइल. आखिर देश के सबसे बड़का जमात हवे मुसलमानन के आ जब सरकार में बहुसंख्यक जमात के एको मंत्री ना रही त सभका साथ न्याय कइसे हो पाई.

रउरा चिहुँकी मत कि मुसलमान कब से देश के बहुसंख्यक जमात, समुदाय, भा कम्युनिटी हो गइलें. त पहिले एगो सवाल के जवाब अपना दिलो दिमाग से खोजीं. समाज कम्युनिटी जमात के परिभाषा का होला.

मुसलमान अल्लाह पर भरोसा करेलें. ओह लोग के एगो पवित्र धर्मग्रंथ होला, पूजा इबादत के एगो खास तरीका होला. आपस में शादी बिआह खुशी गम मिलजुल के मनावल जाला.

ईसाई गॉड मानेले्. उनुकरो एगो धर्मग्रंथ होला. पूजा इबादत के एगो खास तरीका होला आ शादी बिआह खुशी गम आपस में मिलजुल के मनावल जाला.

सिक्ख, बौद्ध, पारसी, जैन सभे एही तरह एगो परिभाषा में समेटल जा सकेलें.

अब आईं हिन्दू का बारे में जानल जाव. हिन्दूवन के भगवानन के तीस गो प्रकार होला. (तीस कोटी माने तीस कैटेगरी तीस तरह के देवी-देवता). तरह तरह के धर्मग्रंथ, तरह तरह के पूजा पद्धति, तरह तरह के शादी बिआह गम खु्शी मनावे के तरीका जवना में एक दोसरा से अलगाव साफे देखल जा सकेला. केहू शाकाहारी, केहू मांसाहारी. केहू सर्वग्राही होला त केहू लहसुनो पिआज से परहेज करेला. त फेर हिन्दू के कवना परिभाषा से एक मानल जा सकेला ! हँ एगो नकारात्मक परिभाषा में एह लोग के एक साथे जरुर राखल जा सकेला – कि जे मुसलमान, सिक्ख, जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी, वगैरह ना होखे सेकरा के हिन्दू कहल जा सकेला.

अदालत, मीडिया, राजनीतिक गोल गिरोह सभे हिन्दुवन के बुड़बक बनावे में लागल रहेला कि तू लोग देश में बहुसंख्यक हऊवऽ. अगर हिन्दू बहुसंख्यक रहतन त मोदी के जीते में पानी पिये के नौबत आ जाईत ? ऊ त गनीमत कहीं कि प्रियंका वाड्रा गाँधी नेहरू मोदी का खिलाफ ना लड़ली ना त राहुल त ताल ठोक के कहत बाड़न कि ओह हालत में मोदी दू तीन लाख वोट से हार गइल रहतन. मोदी के ? हिन्दू ? प्रियंका के ? हिन्दू, मुसलमान, ईसाई, पारसी आ कि कुछ अउर ? एकरो जवाब खोजल जरुरी बा.

ठंढा दिमाग से सोचीं कि बिना मुसलमान के केन्द्र सरकार कइसे बहुसंख्यक जमात का साथे न्याय कर पाई ? आ तरह तरह के जातियन के ई गठबन्हन के जिनिगी कतना दिन के होखी ?

0 Comments

🤖 अंजोरिया में ChatGPT के सहयोग

अंजोरिया पर कुछ तकनीकी, लेखन आ सुझाव में ChatGPT के मदद लिहल गइल बा – ई OpenAI के एगो उन्नत भाषा मॉडल ह, जवन विचार, अनुवाद, लेख-संरचना आ रचनात्मकता में मददगार साबित भइल बा।

🌐 ChatGPT से खुद बातचीत करीं – आ देखीं ई कइसे रउरो रचना में मदद कर सकेला।