चित भी मेरी पट भी मेरी अंटा मेरे बाप का

आप को पता है कि बीच बीच में मैं अंजोरिया पर शेयरों की ट्रेडिंग के बारे में बताता रहता हूं. पहले भोजपुरी में लिखता था तो आप में से कुछ लोगों को दिक्कत होती थी. पर अब जब मैंने अंजोरिया को No More A Bhojpuri Website घोषित कर दिया है तो आज की चरचा सीधे हिन्दी में कर रहा हूं. आप लोगों को कमेंट करने की आदत नहीं है सो मैंने कमेंट करने वाला जगह ही हटा दिया है. अच्छा लगे तो व्यवहार में लाइये, बेकार लगे तो सहन कर जाइये !

आज मैं आपको शेयर ट्रेडिंग की जो रणनीति बताने जा रहा हूं वह बहुत ही नयी है. नयी इतनी कि अब तक मैंने स्वयं इसका उपयोग नहीं किया है. दूसरे मैं कोई निवेश सलाहकार नहीं हूं. तीसरे मैंने पिछले साल तक सिर्फ नुकसान ही उठाया है. पहली बार ऐसा हो रहा है कि इस वित्त वर्ष में मैं अब तक लगातार लाभ की स्थिति में हूं. मेरे पास निवेश करने योग्य कोई बड़ी राशि नहीं है सो फुटकर ही खरीदता बेचता रहता हूं. पर चूंकि पिछले पाँच महीने से मैं लगातार लाभ की स्थिति में बना हुआ हूं तो मेरा साहस बढ़ रहा है. दो तीन साल इसी तरह रहा तो शायद अबतक किया पूरा नुकसान समेट लूं.

वैसे ट्रेडिंग में हमेशा कहा जाता है कि रिवेंज ट्रेडिंग मत करिये. नुकसान उठाया है तो उससे सीखिये कि नुकसान हुआ क्यों, क्या कमी रह गई थी, क्या गलत कर लिया था मैँने. अपनी किस्मत को या बाजार को दोष मत दीजिये. किस्मत किसी को पता नहीं रहता और बाजार तो आपको पहचानता भी नहीं. उसे तो पता भी नहीं चलता कि करोड़ों वणिकों – ट्रेडर्स – में एक आप भी हैं. आपके खरीदने या बेचने से बाजार को कोई अन्तर नहीं पड़ता. हाथी चले बाजार, कुत्ते भूंकते रहें. हमेशा याद रखें कि एक ही चीज आपके वश में है और वह है आपका नुकसान ! लाभ होगा तो बाजार के कारण, नुकसान होगा तो आपके कारण. इसलिये हमेशा अपने नुकसान की सीमा बांध कर रखिये. मैंने यह बात लाखों गँवा कर सीखी है और आपको मुफ्त में बता रहा हूं 😉

अब जब आप इतनी दूर तक पढ़ते आये हैं तो मैं मान रहा हूं कि आपके पास एक ट्रेडिंग खाता है किसी न किसी ब्रोकर के साथ. मैंने कई ब्रोकर्स को आजमाया है पर आदित्य बिरला मनी की तरह कोई नहीं मिला है मुझे. आप भी चाहें तो आदित्य बिरला मनी (लिंक दाहिनी तरफ संस्तुति में उपलब्ध है) पर खाता खोल लीजिये. पर कोई जरुरी नहीं है. अगर दिन भर में एक या दो सौदे ही करने हैं तो किसी के साथ रहिये कोई अन्तर नहीं पड़ता.

दूसरे आपको ट्रेडिंग व्यू (लिंक दाहिनी तरफ संस्तुति में उपलब्ध है) की चार्टिंग सुविधा लेनी ही पड़ेगी और वह भी प्राइम वाली, बेसिक वाली से काम नहीं चलेगा. क्योंकि मैं जो रणनीति आपको आज बताने जा रहा हूं वह ब्रोकर के चार्ट में शायद संभव नहीं हो. हर ब्रोकर के बारे में तो जानता नहीं हूं. आप भाग्यशाली हैं अगर आपका ब्रोकर यह सुविधा निर्बाध देता है तो.

आप किस स्टॉक में ट्रेड करियेगा इससे कोई अन्तर नहीं पड़ता. अपनी पसन्द का स्टॉक चुनिये क्योंकि लाभ भी आपको होगा तो नुकसान भी आपका ही होने वाला है. मैं निफ्टी टोटल मार्केट इंडेक्स देखता हूं और सुबह बाजार खुलने के पांच मिनट बाद देख लीजिये कि कौन सा स्टॉक सबसे बड़ी मात्रा – वाल्यूम – में ट्रेड हो रहा है.

अगले चरण में अपने ट्रेडिंग व्यू में रेंको चार्ट खोलिये समय रहेगा एक मिनट वाला. रेंको बॉक्स साइज एटीआर को तय करने दीजिये. इससे सुविधा यह होगी कि आपको हर नये स्टॉक के लिये अलग से बॉक्स साइज तय नहीं करना पड़ेगा. मेरी यह रणनीति आप्शन या फ्यूचर ट्रेडिंग के लिये नहीं है. उससे जितनी दूर रह सकते हों रहिये. इक्विटी ट्रेड किया करिये. लाभ कम होगा तो नुकसान का अंदेशा भी कम ही रहेगा.

अब पाँच रेंको बाक्स बनने दीजिये. इससे आपको ओपनिंग रेंज मिल जाएगा. आपको इस रेंज में कोई सौदा नहीं करना है, स्टॉप लॉस लेकर निकलना अलग बात है.

अगर छठवां बॉक्स रेंज से उपर बना तो खरीद लीजिये. शॉर्ट सेल फुटकर वणिकों को नहीं करना चाहिए. आपका ब्रोकर शायद करने भी नहीं देगा. इसलिये हर बार खरीदना ही है और या तो लाभ लेकर बेचना है या फिर नुकसान उठा कर. लेकिन जहाँ आपका स्टॉप लॉस हिट होगा वहीं आपको एक नये ट्रेड की शुरुआत भी हो जायेगी बिना कुछ खरीदे.

मान लीजिये कि आपने किसी स्टॉक को खरीदा और स्टॉप लॉस हिट हो गया तो घबड़ाइये नहीं. क्रम जारी रखिये.

नीचे दिये गये चित्र में मैंने एक स्टॉक के पाँच दिन की स्थिति दी है. स्टॉक कोई भी हो सकता है, किसी भी तारीख का यह चार्ट हो सकता है. कोई फर्क नहीं पड़ता. आप देखियेगा कि 1 और 5 वाली रेंज लाभदायक साबित हुई पर 2 वाली रेंज में साधारण लाभ मिला पर 3 और 4 वाली रेंज में स्टॉपलॉस ही हिट हुआ. पर चित भी मेरी पट भी मेरी अंटा मेरे बाप का वाली स्थिति यही होती है कि नुकसान कम का हो और लाभ ज्यादा वाला. ले दे कर आप हमेशा लाभ कमाइयेगा.

एक बार फिर से सारी सेटिंग दुहरा देता हूं –

स्टॉक अपनी पसन्द का चुन लीजिये.

एक मिनट के टाइम फ्रेम वाला रेंको चार्ट खोलिये. रेंको बॉक्स का साइज एटीआर को तय करने दीजिये. सामान्यतया यह 14 का औसत हुआ करता है पर मैं 17 का औसत पसन्द करता हूं क्योंकि यह प्रचलन में कम है तो उस बिन्दू पर ट्रेड करने वाले भी कम ही रहेंगे और मार्केट मैनिपुलेटर का ध्यान प्रचलित बिन्दुओं पर रहेगा.

पाँच बॉक्स बनने दीजिये. ये बॉक्स किसी भी रंग के हों कोई अन्तर मत रखिये. बस पाँच बॉक्स बनने दीजिये. हो सकता है कि पांचो हरे हों या पाँचो लाल या फिर एक हरा दो लाल फिर दो हरे वगैरिल कर पाँच बॉक्स बनने चाहिये. अब इन बॉक्सों से जो रेंज मिला उसे मार्क कर दीजिये और छठा बॉक्स बनने दीजिये. अगर छठा बाक्स नीचे से ऊपर गया है और उपर वाली रेखा को पार कर गया तो अब आपको शेयर खरीद लेने हैं. कितना खरीदिये यह अपने औकात से तय करिये. मैंने बताया है कि सिर्फ नुकसान की सीमा ही आप तय कर सकते हैं. एक फार्मूला यह भी हो सकता है कि मान लीजिये कि आप किसी एक ट्रेड में एक हजार रुपये से अधिक का नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आप एक हजार में बॉक्स साइज जितने पैसे का है उसे तिगुना कर लीजिये और इस तिगुने से हजार को विभाजित कर दीजिये. आपको पता चल जायेगा कि आपको कितना शेयर खरीदना है.

मान लीजिये कि बॉक्स साइज दस पैसे का है तो आपको 1000/(0.1×3) से पता चल जायेगा कि आपको कितना शेयर खरीदना है.

अब अगर नया बॉक्स उपर बनता है तो तब तक इंतजार करिये जब तक एक बॉक्स नीचे नहीं बन जाय. इस तरह आपको दो बॉक्स से अधिक का नुकसान नहीं होगा पर चूंकि आपका आर्डर और नीचे निपट सकता है तो भी कुल तीन बॉक्स से अधिक का नुकसान नहीं होगा.

मान लीजिये कि आपने 103.25 वाला बॉक्स बनने के बाद खरीदने का आर्डर लगाया तो हो सकता है कि वह 103.30 पर खरीदे. इसके बाद नया बॉक्स दस पैसे के बॉक्स साइज के हिसाब से 103.05 पर पूरा बन जाता है तो आपको तत्काल बेच देना है. हो सकता है कि वह 103 पर बिके. इस तरह आपका नुकसान प्रति शेयर तीस पैसे का हुआ.

अब दो स्थितियां बनेंगी. या तो नीचे गिरता जायेगा या फिर उपर उठना शुरु करेगा. अगर नीचे गिरता है तो गिरने दीजिये पर अगर फिर उपर उठने लगा तो ओपनिंग रेंज के नीचे वाली रेखा के उपर बनते ही खरीद लीजिये.

यहां फिर तब तक रखे रहिये जब तक पहला लाल बॉक्स नहीं बन जाता. हो सकता है कि रेंज बाउन्ड मार्केट में आपके तीन चार सौदे इसी तरह नुकसान में चले जांय पर तय मानिये कि जब ऊपर उठेगा तो आपके पता नहीं कितने नुकसान वाले सौदे की भरपाई कर देगा.

यानी कि रेंज के ऊपर निकले तो खरीदें और तब तक बने रहिये जब तक एक लाल बॉक्स पूरा नहीं हो जाता. और नीचे गिरने लगे तो तब तक दुबारा मत खरीदिये जब तक एक हरा बॉक्स पूरा नहीं बन जाता. बाजार बन्द होने में एक घंटा रह जाय तब नया सौदा मत करिये. अगर फायदे में हैं तो इंतजार करिये लाल बॉक्स बनने का या बाजार बन्द होने से 15 मिनट पहले बेच मारिये. अगर नुकसान में हैं तो हरा बॉक्स बनने के बाद भी नयी खरीद मत करिये अगर समय अब एक घंटे का ही बचा है तो.

देखिये कि आपको यह रणनीति कैसी लगती है और आपका अनुभव कैसा रहता है. अगर अच्छी लगे तो उपयोग में लाते रहिये, बुरी लगे तो फिर किसी दूसरी रणनीति की प्रतीक्षा करिये. याद रखिये आज तक कोई ऐसेी रणनीति न तो बनी है ना बनेगी जिसमें नुकसान की आशंका नहीं हो. जिस दिन वैसा हो जाएगा उस दिन के बाद बाजार ही बन्द हो जायेगा !

0 Comments

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *