चार गो भोजपुरी लिखनिहारन के मिलल पाती अक्षर सम्मान

चार गो भोजपुरी लिखनिहारन के मिलल पाती अक्षर सम्मान

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– अंजोरिया डेस्क

#बलिया #विश्व भोजपुरी सम्मेलन #पाती अक्षर सम्मान

पिछला अतवार का दिने बलिया शहर के बापू भवन टाउन हाल में विश्व भोजपुरी सम्मेलन आ पाती रचना पंच एगो साझा कार्यक्रम आयोजित कइलसि जवना में साहित्यकारन के सम्मेलन भइल.

एह सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ सदानन्द शाही अपना उद्बोधन में कहलन कि भोजपुरी भाषा के साहित्य अकादमिक स्वरूप गढ़े में बलिया जनपद के महत्वपूर्ण भूमिका रहत आइल बा.

सम्मेलन के पहिलका सत्र में भोजपुरी के चार गो मूर्धन्य लिखनिहारन – डॉ जयकान्त सिंह जय, डॉ बलभद्र, मिथिलेश गहमरी, आ मनोज भावुक – के ‘पाती अक्षर सम्मान’ से सम्मानित कइल गइल. एह सम्मान में अंगवस्त्र, प्रमाणपत्र, आ स्मृति चिह्न दीहल जाला. एह सत्र के अध्यक्षता विजय मिश्र आ संचालन कौशल किशोर सिन्हा कइलन.

सम्मेलन में आइल विशिष्ट अतिथियन आ स्थानीय शिक्षण संस्थानन के प्रोफेसर आ प्राचार्य लोगन का उद्बोधन में भोजपुरी का बारे में सरकारी उदासीनता पर क्षोभ प्रकट करत कहल गइल कि भोजपुरी भाषा के संविधान के अठवीं अनुसूची में शामिल करे के न्यायोचित मांग के लटका के रखला का बावजूद ई भाषा अपना बोलनिहारन आ लिखनिहारन के साहित्य कला साधन से राष्ट्रीय आ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आपन सशक्त दावेदारी प्रस्तुत करत रहेले.

एह सम्मेलन में प्रोफेसर पृथ्वीराज सिंह के लिखल आ दिल्ली के मैथिली भोजपुरी अकादमी का तरफ से प्रकाशित किताब ‘भोजपुरी भाषा और कैथी लिपि’ के लोकार्पणो कइल गइल.

सम्मेलन के दुसरका सत्र में शैलेन्द्र पाण्डेय, कमलेश राय, मिथिलेश गहमरी, शशि प्रेमदेश, डॉ अक्षय पाण्डेय, डॉ प्रकाश उदय, डॉ अशोक द्विवेदी, मनोज भावुक, शिवजी पाण्डेय रसराज, शंकर शरण, डॉ बलभद्र, नवचन्द्र तिवारी, कादम्बिनी सिंह, हीरालाल हीरा, विजय मिश्र, डॉ जयकान्त सिंह जय समेत अनेके कवि आपन कविता आ गजलन के पाठ कइलन.

दूसरको सत्र के अध्यक्षता विजय मिश्र कइलन बाकिर संचालक रहलन मनोज भावुक.

(हिन्दी में मिलल विज्ञप्ति के भोजपुरी रुपान्तरण)

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