बिहार विधानसभा चुनाव 2025 खातिर जानकारी

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 खातिर जानकारी

एही साल बिहार विधानसभा के चुनाव होखे वाला बा आ एह चुनाव से पहिले चुनाव आयोग चाहत बा कि मतदाता सूची अद्यतन माने कि अप टू डेट कर लीहल जाव जवना से कि एकहू जायज वोटर छूटे ना आ एकहू नाजायज वोटर जुटे ना !

हिन्दुस्तान के धर्मशाला बना के राख दीहले बाड़न एहिजा के राजनीतिक गोल. जेही आवे, कतहीं से आवे, खास क के अगर बांगलादेश भा पाकिस्तान से गलत तरीका से आवे वाला मुसलमान घुसपैठिया होखे त ओकर नाम कवनो ना कवनो तरह से मतदाता सूची में जोड़वा दीहल जाव. देश के विरोधी राजनीतिक गोल अपना तुष्टिकरण नीति खातिर कवनो नीचाई ले जा सकेले.

एहसे हल्ला मचावल जा रहल बा कि बिहार विधानसभा चुनाव से एन पहिले एह तरह के पुनरीक्षण काहे कइल जा रहल बा. विरोधी खुलेआम आरोप लगावत बाड़ें कि एकर मकसद बस एके गो बा कि कवनो तरह से मुसलमान मतदाता के नाम हटावल जाव.

अब जान जाईं कि संविधान के निर्देश बा कि चुनाव आयोग मतदाता सूची में संशोधन भा गहन पुनरीक्षण जरुरत का मुताबिक कर सकेला. भारत के हर नागरिक जे मतदान करे के उमिर हासिल कर चुकल बा ओकर नाम एह सूची में होखे के चाहीं आ जे भारत के नागरिक नइखे ओकर नाम एह सूची में शामिल ना होखे के चाहीं. बरीस 2003 का बाद एह मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण नइखे भइल आ एकर दोषी तब के कांग्रेसी सरकार आ बरीस 2014 से सत्ता सम्हरले मोदी सरकार दुनू के मानल जाव.

खैर अब जब मतदाता सूची के अद्यतन करे के प्रयास बिहार से शुरु हो गइल त मान लीं कि गँवे-गँवे पूरा देश के मतदाता सूचियन का साथहूं इहे होखे वाला बा. एही चलते बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अबहियें से चिल्लाइल शुरु कर दिहले बाड़ी. विरोधी गोलन के कहना बा कि भाजपा अपना विरोधियन के नाम हटावे के साजिश में लागल बिया.

अब हमहन के जिम्मेदारी बनत बा कि एह शुभ काम में जतना सहजोग कइल जा सके ओतना सहजोग करे के बा. सबले जरुरी सहजोग त ई करे के बा कि तय कर लीं कि राउर नाम मतदाता सूची में बा कि ना. अगर नइखे त ओकरा के शामिल करे ला चुनाव आयोग के वेबसाइट का सहारे आपन आवेदन जमा करा दीं. जवना लोगन के नाम बिहार के साल 2003 वाला मतदाता सूची में बा ओह लोग के कवनो विशेष परेशानी नइखे बाकिर ओकरा बाद के हर मतदाता के साबित करे के पड़ी ऊ भारत के नागरिक हवे कवनो घुसपैठिया ना. एहसे ओकर आपन जनम प्रमाण पत्र देखावे के पड़ी. ओकरा इहो साबित करे के पड़ी कि ओकर पिता भा माता के नाम मतदाता सूची में शामिल रहुवे.

भारत निर्वाचन आयोग के वेबसाइट से मिलल जानकारी साझा करत बतावत बानी कि –

भारत में मतदाता कवना प्रकार के होलें ?
तीन कोटि होला भारत में मतदाता के – 1) आम मतदाता, 2) प्रवासी मतदाता, आ 3) सेवारत मतदाता.

मतदाता सूची में नाम शामिल करावे के अर्हता का होला ?
आवेदक भारत के नागरिक होखे के चाहीं आ ओकर उमिर 18 बरीस भा ओकरा से बेसी होखे के चाहीं आ ऊ ओह क्षेत्र में सामान्यतया रहत होखे.

उमिर तय करे के आधार का होला ?
हर साल चार गो तिथि दीहल गइल बा – 1 जनवरी, 1 अप्रेल, 1 जुलाई, आ 1 अक्टूबर – जहिया 18 बरीस के होखे वाला मतदाता आपन नाम मतदाता सूची में शामिल करावे के आवेदन दे सकेला. एकरा खातिर फार्म – 6 भर के जमा करावे के होला.

आवेदक के नाम आवेदन सही मिलला का बाद वार्षिक संशोधन का समय सूची में शामिल कर लीहल जाई. मतदाता सूची के संशोधन हर साल 1 जनवरी का आधार पर कइल जाला. अगर ओह साल कवनो चुनाव नइखे होखे वाला त ई संशोधन नाहियो हो सकेला बाकिर कवनो राज्य विधानसभा चुनाव भा लोकसभा चुनाव होखे वाला होखो त संशोधन जरूरी हो जाला.

मतदाता उहे हो सकेला जे भारत के नागरिक होखे. अगर केहू कवनो कारण से आपन नागरिकता तज के दोसरा देश के नागरिकता ले लिहले होखे त ओकरा के मतदाता ना बनावल जा सके. बाकिर प्रवासी भारतीय नागरिक आपन नाम मतदाता सूची में शामिल करवा सकेला बशर्ते ऊ कवनो दोसरा देश के नागरिकता ना ले लिहले होखे.

मतदाता सूची में नाम शामिल करवावेला आवेदन के प्रपत्र फार्म निर्वाचन आयोग के वेबसाइट पर मौजूद होला. अगर अपना नाम भा पता में कवनो संशोधन करवावे के होखो त ओकरा ला फार्म – 8 भरे के होला. मतदाता सूची में शामिल होखे खातिर आधार संख्या बतावल जरुरी ना होला बाकिर अगर रउरा कवनो आपत्ति नइखे त रउऱा आपन आधार संख्या वोटर कार्ड से जोड़वा सकीलें.

अपना मूल इलाका से बाहर रहे वाला विद्यार्थी भा नौकरी रोजगार करे वाला लोग आपन नाम ओह इलाका के मतदाता सूची में भा अपना मूल इलाका के मतदाता सूची में शामिल करवा सकेलें बाकिर दू जगहा के मतदाता सूची में नाम जोड़वावल गैर कानूनी होला.

जेकर कवनो ठौर ठिकाना ना होखे ऊ आदमी आपन नाम बूथ लेवल कर्मचारी के मार्फत जोड़वा सकेला. बीएलओ ओकरा निवास वाला जगहा पर जा के देखी कि ऊ ओहिजा रहे ला कि ना. बिना कवनो दस्तावेजी प्रमाणो के मतदाता बनावल जा सकेला बशर्ते बीएलओ आश्वस्त हो जाव कि ऊ आदमी ओह पता भा जगहा पर सूतल करेला.

कई बेर अइसन होला कि मकान मालिक ना चाहे कि ओकरा पता पर किरायेदार आपन नाम मतदाता सूची में जोड़वावे. अगर रउऱो अइसने कवनो किरायेदार हईं त रउऱा सीधे निर्वाचन आयोग के वेबसाइट पर फार्म जमा करा सकीलें. मतदाता सूची में आपन नाम जोड़वावल राउर संवैधानिक अधिकार होला आ एह अधिकार से रउरा के केहू वंचित ना करा सके.

मतदाता सूची में नाम ना होखी त रउरा कवनो तरह से वोट ना दे सकब. बाकिर अगर राउर नाम ओह सूची में शामिल बा त कई तरह के विकल्प बा रउरा सोझा जवना का सहारे रउरा वोट डाल सकब.

एह तरह के बहुते सवालन जवाब निर्वाचन आयोग के वेबसाइट पर उपलब्ध होला.

अब आईं बिहार विधानसभा चुनाव से पहिले होखे जा रहल गहन पुनरीक्षण खातिर सबले जरुरी साधन बा साल 2003 के मतदाता सूची. एकरा मे आपन भा अपना माता पिता के नाम खोजे खातिर रउरा नीचे दीहल लिंक पर क्लिक करीं –

निर्वाचन आयोग के वेबसाइट

क्लिक कइला का बाद जवन पन्ना खुली तवन एह तरह के होखी –


एहमें उपर एगो लिंक बावे जवना में लिखल बा – Search your name in 2003 Bihar E-roll.

एह लिंक के क्लिक कइला का बाद नीचे देखावल जवन पन्ना खुली ओह पर देखावल जा रहल विज्ञापन हटवला का बाद जवन पन्ना सामने आई तवन एह तरह के होखी –

आखिर में जवन सामने आई तवन एह तरह के होखी –


धेयान राखीँ कि पहिले पता लगा लीं कि बरीस 2003 में रउरा इलाका के बूथ कहवां रहुवे. ना त बहुत परेशानी का बादो काम ना हो पाई.

0 Comments