उल्था आ उलटबाँसि (बतकुच्चन – 206)
आजु ढेर दिना बाद बतकुच्चन लिखे बइठल बानी. करीब पाँच बरिस पहिले हर हफ्ता एगो बतकुच्चन लिखल मजबूरी...
Read Moreआजु ढेर दिना बाद बतकुच्चन लिखे बइठल बानी. करीब पाँच बरिस पहिले हर हफ्ता एगो बतकुच्चन लिखल मजबूरी...
Read Moreडॉ. रामरक्षा मिश्र विमल के डायरी चले दीं, प्रयोग बहे दीं धार काल्हु “ये दिल माँगे मोर” पर बहस होत रहे. हम कहलीं कि भाई ‘मोर’ का जगहा ‘और’ कहलो पर त कुछ बिगड़ी ना. फेर काहें एकर ओकालत करतारे लोग. हर भाषा में लिखे-पढ़ेवाला...
Read More– संतोष कुमार अक्कितम अच्युतन नम्बूदिरी के मलयालम रचना (पुल्ककोदि) “फतिंगा” के अंगरेजी अनुवाद के भोजपुरी उल्था : आगि में कूदि के मरे खातिर भा आगिये खाए के लालसा में आगि भीरी जुटान कइ के दउडल जा रहल बाड़ें छोटहन...
Read MoreBreaking News in Bhojpuri news in bhojpuri आरा कविता कांग्रेस कैमूर कोरोना खबर भोजपुरी में गाजीपुर गोपालगंज गोपालगंज. सासाराम गोरखपुर चंदौली छपरा जौनपुर टटका खबर टटको में टटका देवरिया नरेन्द्र मोदी नीतीश कुमार पवन सिंह पश्चिमी चंपारण पाती पूर्वी चंपारण बक्सर बतकुच्चन बलिया बिहार बेतिया भदोही भाजपा भोजपुर भोजपुरी भोजपुरी फिल्म भोजपुरी में खबर. मऊ मनोज तिवारी महुआ टीवी मोतिहारी रोहतास लस्टम पस्टम वाराणसी शेयर बाजार सारण सिवान