भउजी समुझवली दिल्ली के दाँवपेंच
भउजी हो ! अरे बबुआ ! आजु सूरुज केने से उगल रले हँ ? का भउजी, फेर शुरू हो गइलू ? त का करीं ? कतना महीना बाद भउजी याद पड़ली ह, याद बा ? छोड़ ई सब. आजु कुछ अझूराइल सझुरवावे आइल बानी. का ? दिल्ली में सरकार बनावे के नाम पर कवन तमाशा...
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