देख नयन भरि आइल सजनी
बिरहा भवन से लवटि के – दयानंद पांडेय आजुवे बिरहा भवन से लवटल बानी. दुख, कोहरा, आ धुंध में लपटाइल बिरहा भवन के छोड के. शीत में नहात. बिरहा भवन मतलब बालेश्वर के घर. जे मऊ ज़िला के चचाईपार गाँव में बा. कल्पनाथ राय रोड पर....
Read More