भोजपुरी के सम्मान में दुसरका नाट्योत्सव
– ओमप्रकाश अमृतांशु रंगमंच पर किसिम-किसिम के रंग के भाव मंचित होखेला. ऊहे भाव दर्शक लोगन के मन आ दिल पे राज करेला. कुछ देर खातिर सभागार में बइठल लोग भुला जाला कि हम जवन देखत बानी तवन हकीकत ना, एगो काल्पनिक दृश्य हऊए. मंच...
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