News about Bhojpuri Samaj and Society

शिवसेना के मुखपत्र सामना का कार्यालय में भोजपुरी गायिका कल्पना के स्वागत भईल.

पिछला पखवारा में एगो सद्भावना भेंट का दौरान भोजपुरीगायिका शिवसेना के मुखपत्र सामना के कार्यालय गइली त ओहिजा कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ल उनकर स्वागत गुलदस्ता आ शाल देके भारतीय परंपरानुसार कइलन. एह मउका पर सामना के वरिष्ठ अधिकारी आ पत्रकार मौजूद रहलन.

कल्पना बातचीत में कहली कि आसाम में जनमली आ मुंबई के कर्मभूमि बनवनी. एही कर्मभूमि में आ के बाइस भाषा में गीत गावे के मउका मिलल. इहवें से पहिचान मिलल आ अब राष्ट्रीय मंच से लोकसंगीत के प्रतिनिधित्व कर रह बानी. एगो हमरा खातिर देवकी बा त दोसर मईया जसोदा. पाले वाली मईया जसोदा ईहवां के भोजपुरी समाज बनल जवना के लड़ाई आजु हम लड़ रहल बानी. हमार जीत भोजपुरिया समाज के जीत होखी एह से भोजपुरी संगीत के चाहे वालन से गुजारिश कर रहल बानी कि हमरा के अधिका से अधिका वोट दीं सभे.

बात एनडीटीवी के जुनून ... कुछ कर दिखाने का चलल रहुवे. ओकरा बारे में कल्पना बतवली कि अबहीं एह शो में ऊ फगुआ के गीत आ छठी मईया के गीत गावे वाली बाड़ी. पुरबिओ गावे के इरादा बा.

सामना के कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ल कहलन कि लोगन के बुझाला कि सिवसेना भोजपुरी का खिलाफ बा जबकि हमनिये का सबले बेसी भोजपुरी के सम्मान करे नी जा. हमनी का साल में पां गो सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेनी आ हर कार्यक्रम में भोजपुरी के उचित सम्मान दिहल जाला.

अगिला दिने एह मुलाकात के खबर सामना में छपबो कईल. जनुनून ... कुछ कर दिखाने का में कल्पना के जीत खातिर जरुरी बा कि रउरा सभे शनिचर का दस बजे रात से ले के सोमार के दू बजे रात का बीच अपना मोबाइल के मैसेज बाक्स में जा के JUNOON फेर स्पेस दे के 21 टाइप करीं आ 56388 पर एसएमएस कर दीं. बीएसएनएल उपभोक्ता अपना लैंड लाइन से 18628886388 पर फोन करियो के आपन वोट दे सकेले. वेबसाइट पर वोट देबे खातिर एनडीटीवी के साइट पर जाके अपना के रजिस्टर करा के वोट दे सकेनी जा.एनडीटीवी इमेजिन पर जुनून..... कुछ कर दिखाने का हर शुक आ शनिचर के रात आठ बजे, भारतीय समयानुसार, प्रसारित होखेला आ २८ सितम्बर ले प्सारित होखी. कल्पना अब जीत का नियरा चहुँप गईल बाड़ी. बस रउरा सभे का साथे पूरा भोजपुरिया समाज के वोटन के दरकार बा.

स्रोतः राजकुमार, टोटल मीडिया पीपुल, मुंबई

भोजपुरी एसोसिएशन आफ इण्डिया

भोजपुरी एसोसिएशन आफ इण्डिया के भारत में सोसाइटिज रजिस्ट्रेशन एक्ट १८६० का तहत निबंधित करा लिहल गइल बा. ई सूचना देत अविनाश त्रिपाठी जी लिखले बानी कि ई संस्था भोजपुरि एसोसोएसन आफ नार्थ अमेरिका के आनुसांगिक संगठन रही. एकर उद्देश्य भोजपुरी के आवाज पूरा देश दुनिया में उठावल. एह संस्था के आपन वेबसाइटो होखी जवन अबहीं निर्माण का अवसथा में बा.

त्रिपाठी जी आगा कहले बानी कि अब एह संस्था के राष्ट्रीय कार्यकारिणी, क्षेत्रीय निदेशकन, प्रवासी अम्बेसडर वगैरह के गठन के काम चल रहल बा. जेकरा शामिल होखे के होखे भा केहू के शामिल करावे के होखे से उहाँ से संपर्क कर सकेला.

यूपी के महाराजगंज जिला के पंकज जायसवाल, जे चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट हईं, भोजपुरी एसोसिएशन आफ इण्डिया के प्रवक्ता रहेम. जायसवाल जी मुंबई में रहेनी. दोसर प्रवक्ता लखनऊ में रहे वाला आ गोरखपुर के मनोज द्विवेदी जी बानी.
दुनू आदमी के इमेल पता दिहल जा रहल बा ः
pankaj_kjca@yahoo.com आ dwimanoj@yahoo.co.in

अविनाश जी भा शैलेश जी से संपर्क करे खातिर
Email: Info@bhojpuri.biz

अँजोरिया एह संस्था के सफलता के कामना कर रहल बा.

देसी धुरन्धर जीत गईलें.

चक दे बच्चे का फाइनल में शहरी मेट्रो राकर्स आ देसी धुरन्धरन काबीच का मुकाबिला में देसी धुरन्धर जीत गईले सन. एह मउका पर देसी धुरन्धरन के हौसला बढ़ावे कातिर महेन्द्र सिंह धोनी आ मुकाबिला में युवराज मौजूद रहलन. अंजोरिया देसी धुरन्धरन आ मनोज तिवारी के एह खातिर बधाई देत बिया.

महेन्द्र सिह धोनी मनोज तिवारी का बोलहटा पर एह ग्रैन्ड फाइनल शो में आइल रहले आ एगो गानो गवले. अलगा बात बा कि मुकद्दर का सिकन्दर फिलिम के गाना के लावारिस के गाना बता गईलन. ऊ पहिलहीं कह दिहले रहलन कि फिलिम के नाम उनुका इयाद नइखे.

चक दे बच्चे में मनोज तिवारी के देशी धुरन्धरन के टीम के जीत के ल॓न होखते पूरा एनसीपीए हॉल ताली के गड़गड़ाहत से गूंज उठल. लोग घेरा तूड़ के मनोज भईया जिन्दाबाद कह उठल. देसी ढ़ुरन्धर टीम में राथचीके दीपक तिर्के आ उदयपुर के निष्ठा रहली. एह मउका पर मनोज तिवारी कहलन कि एह जीत से गांव गंवई के लोग के मान बढ़ गईल.

अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के दिल्ली ईकाई के चुनाव भईल

अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय का मौजूदगी में अतवार. ३ अगस्त, का दिने भोजपुरी समाज के दिल्ली ईकाई के अध्यक्ष के चुनाव भईल जवना में राजेश शर्मा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष, संजय भट्ट के दिल्ली शहर अध्यक्ष आ धर्मेन्द्र मिश्रा के युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष चुन लिहल गईल. चुनाव अधिकारी अभय आदित्य सिंह रहलन.

एह मउका पर राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय सभकरा के संबोधित करत कहलन कि दिल्ली में रहे वाला हर भोजपुरिहा खातिर भोजपुरी समाज के दिल्ली ईकाई तन मन धन से काम करो. भोजपुरिहन में आपसी एकता बनावल आ बढ़ावल दूनू जरुरी बा.

नवम्बर महीना में केन्द्र सरकार पर दबाव बनावे खातिर पूरा देश से पचास लाख भोजपुरिहन के भोला के दिल्ली में एगो विशाल रैली करे का योजना पर भी काम चल रहल बा. रेली के माध्यम से सरकार से मांग कईल जाई कि भोजपुरी के संविधान के अष्टम सूची में जल्दी से जल्दी शामिल कर लिहल जाव.

कुछ दिन पहिले भोजपुरी समाज के यूपी ईकाई के गठन भइल रहे जवना में लखनऊ जोन के पूर्व आईजी पुलिस ओपी त्रिपाठी के राज्य ईकाई के अध्यक्ष बनावल गईल. महाराष्ट्र ईकाई के अध्यक्ष संजय अमन के बनावल गईल बा. बाकीओ राज्यन में भोजपुरी समाज के ईकाई के गठन के काम चल रहल बा.

तिब्बत के एगो सांस्कृतिक दल कर रहल बा भोजपुरी पर शोध .

स्रोत शशिकांत सिंह

भोजपुरी के बढ़त लोकप्रियता के एगो आउरी प्रमाण. आजु काल्हु तिब्बत के एगो सांस्कृतिक दल भारत आके बौद्ध सर्किट घूमला का साथ साथ भोजपुरी भाषो पर शोध कर रहल बा.

ई सांस्कृतिक दल में १५ सदस्य रहले आ दल ओह जगहन पर गईल जहाँ जहाँ भगवान बुद्ध अपना जिनिगी में गईल रहले. सात दिन के भारत प्रवास में ऊ लो पटना, गया, देवघर, बनारस आ सारनाथ गईल लोग आ हर जगहा पर भोजपुरिहा लोगन से भेंट कईल लोग.

अपना बनारस प्रवास का दौरान ई तिब्बती दल मनोज तिवारी के निवास पर जा के उनुका से भेंट कईल लोग. दल का लोगन का मुताबिक मनोज तिवारी भोजपुरी के नंबर वन गायक आ गीतकार हउवन.

देश विदेश में रहे वाला भोजपुरिहा त ई बाति पहिलहीं से मानत रहले हा अब दोसरो भाषा संस्कृति के लोग मनोज तिवारी के प्रशंसक बनल जात बा ई खुशी के बाति बा.

एह तिब्बती प्रतिनिधि मंडल में मालिंग बोबो, डुंगरमल गोयल, डी के लोचन, पुष्पेन्द्र डेंबा, डा॰ विभाष, डा॰ लिजेंड टेपा, योगनंडो कोटला आ आमडो कोटला शामिल रहले.

ई॰टी॰वी॰ भोजपुरी सिनेमा सम्मान समारोह २००८

लौ से मशाल बनल भोजपुरिया जज्बा के सलाम करत

भोजपुरी के आपन एगो खास संस्कृति रहल बा, एगो अलग संस्कार रहल बा, गीत संगीत के मिठास रहल बा. कुल मिला के एगो गौरवशाली परम्परा रहल बा जवन सैकड़न साल से लोग के दिल पर राज कर रहल बा. चाहे ऊ गिरमिटिया मजदूर बनि के मारीशस, त्रिनिदाद, गुयाना वगैरह गइल भोजपुरिया होखसु, जेकरा लोगन के बिछुड़न विरह व्यथा पर लिखल भिखारी ठाकुर रचित बिदेसिया आजु ले रोवा दे ले, भा आजु के आधुनिक वर्तमान पीढ़ी जवन अपना उद्यमिता खातिर सगरो जानल मानल जाला आ देश के सर्वोच्च पद तक आपन झण्डा गाड़ चुकल बा. भोजपुरिया लोग जहाँ भी गइल अपना माटी के सोन्ह गमक ले ले गइल आ पूरा समाज के गमकवलसि.

ईटीवी, जवन कि बारह गो क्षेत्रीय चैनलन के गुलदस्ता हऽ, उहो अपना जिम्मेदारी के बखूबी निभवले बा. खास करिके बिहार/झारखण्ड आ उत्तर प्रदेश/उत्तराखण्ड के ईटीवी भोजपुरी गीत, संगीत, आ भाषा के कार्यक्रम प्रस्तुत करिके सभकर दिल जीत लिहले बा.

ईटीवी उत्तरप्रदेश के फोक जलवा होखो भा ईटीवी बिहार के धुन कार्यक्रम होखो, दुनु अपना अपना सुरीली आवाज से लोगन के मोहित करि के राख दिहले बा. भोजपुरी सिनेमा के उदय से मुंबई फिल्म उद्योग में फेर से जान आ गइल बा. ओही भोजपुरी सिनेमा के नायक नायिका लोगन के सम्मानित करे खातिर ईटीवी भोजपुरी सिनेमा सम्मान समारोह २००८ आयोजित करे के फैसला कइले बा. ई सम्मान भोजपुरी के केन्द्र रहल बनारस में ८ जून के एगो समारोह में दिहल जाई.

एही सिलसिला में पिछला २६ अप्रेल के मुंबई में एगो भव्य कार्यक्रम कइल गइल जवना में भोजपुरी सिनेमा से जुरल महारथी शामिल भइलन आ कार्यक्रम के प्रशंसा कइलन जा. कार्यक्रम में हाजिर रहे वालन में रविकिशन, कुणाल सिंह, रिन्कु घोष, विनय आनन्द, सम्भावना सेठ, स्वाति वर्मा, पंकज केसरी, श्यामली श्रीवास्तव, सुनील पाण्डेय, स्मृति सिन्हा, अभय सिन्हा, सुनील बुबना, दीपक सावंत, बाली, अभिषेक चड्ढा, रवि सि्नहा, राजकुमार पाण्डेय, किशन खदरिया आ नरेन्द्र गुप्ता प्रमुख नाम रहल. ईटीवी का तरफ से संबोधन, स्वागत आ अध्यक्षता वरीय निर्माता संतोष पाण्डेय कइलन आ संचालन राजीव मिश्रा आ अल्पना वर्मा कइलन जा. अब १७ मई के लखनऊ में आ १९ मई के पटना में संवाददाता सम्मेलन कइल जाई ताकि आम जनता तक ईटीवी के संदेश चहुँप सको. भोजपुरी भाषी राज्यन में रोड शो करावे के भी योजना बा जवना में ईटीवी के मोबाइल बान घूम घूम के चुनल गइल फिल्मन के देखाई आ फेर दर्शकन के विचार आ सिनेमा मालिकन के समस्या सभका तक चहुँपाई. कहे के मतलब कि ई एगो कार्यक्रम ना मुहिम हऽ आ अनवरत चले वाला कारवाँ हऽ जवन सफलता के अनेकन मंजिल तय करी.

स्रोत : सुबोध मिश्रा, पब्लिसिटी, ईटीवी नेटवर्क. सौजन्य : राजीव कुमार मिश्रा