मोदी इन्दिरा ना हउवन

मोदी इन्दिरा ना हउवन

सीज फायर के एलान का बाद देशवासियन के निराशा आ नाराजगी देखत पीएम मोदी काल्हु अपना संबोधन में सबकुछ साफ कर दिहलन. कहे खातिर ई संबोधन देश का नामे रहल बाकिर असल में मोदी पूरा दुनिया के संबोधित करत रहलन.

पहिला बात त ई कि मोदी साफ कर दिहलन कि सीज फायर नइखे भइल, फायर रोकल गइल बा. दुनू के फरक जाने के होखे त सबले आसान उदाहरण होखी ‘-” आ “.”. सीज फायर पूर्ण विराम जइसन भा अल्प विराम जइसन होखेला. एह विराम चिह्न के अइला पर पिछला वाक्य पूरा मान लीहल जाला. बाकिर “-” संयोजक (hyphen) देखावेला कि वाक्य अबहीं पूरा नइखे भइल. संयोजक दू गो शब्दन के भा दू गो वाक्यांशन के जोड़ेला. संयोजक चिह्न अइला के मतलब होला कि आगे कुछ अउर बा आ अबहीं बात पूरा नइखे भइल. त मोदी बता दीहलन कि अबहीं संयोजक आइल बा आ वाक्य पूरा होखल बाकी बा. वायु सेना पहिलहीं बता चुकल बिया कि आपरेशन सिन्दूर अबहियों चालू बा. मोदी के इशारा साफ मिल चुकल बा कि ओने से गोली चले त एने से गोला चले के चाहीं.

अपना संबोधन में मोदी अपना भक्तन के निराशा आ नाराजगी दूर कइबे कइलन साथही पूरा दुनिया के बता दिहलन कि काठ के हाँड़ी दुबारा ना चढ़ावल जाव आ भारत कवनो न्यूक्लियर धमकी से रुके वाला नइखे. मोदी के भाषण में त ना आइल बाकिर जवन खबर सामने आइल बा तवन बतावत बा कि पाकिस्तान के आणविक भंडार में कुछ ना कुछ त गड़बड़ भइले बा. एही चलते दू दू बेर भूकंप के हल्का झटका आइल बा आ रेडियशन के काबू करे के काम पूरा जोर से कइल जा रहल बा, शोर कइला बिना.

मोदी के संबोधन के खास बात इहो रहल कि ऊ खुल के, आ कई बार पाकिस्तान के नाम ले के कहलन कि अब जे कवनो आतंकी हमला होखी त भारत आतंकी आ आतंकी के महतारी में कवनो फरक ना करी. ओकर अइसन हाल कर दिहल जाई कि ऊ कवनो जोग ना रह जाई.

मोदी आ इंदिरा में बहुते फरक बा. एगो मेमे सोशल मीडिया पर वायरल बा कि भारत पाकिस्तानियन के नानी ईयाद करा दिहलसि आ कांग्रेसियन के मुअल दादी. इंदिरा गाँधी बरदाश्त ना करत रहली कि केहू उनुका खिलाफ कुछ बोले. पूरा देश में आपातकाल के घोषणा क के अपना लाखन विरोधियन के बिना कवनो मुकदमा जेल में डाल दिहले रही. मोदी पर विरोधियन के बड़बड़इला आ गरियइला के कवनो असर ना पड़े. हाथी चले हजार कूकूर भूंके हजार. कूकूर भूंके में लागल बाड़े सँ बाकिर ओहसे मोदी के सेहत पर कवनो असर नइखे पड़त. 1971 का युद्ध का बाद इंदिरा गाँधी अतना विदेशी दबाव में आ गइल रहली कि उनुका नब्बे हजार पाकिस्तानी युद्धबंदियन के छोड़े के पड़ गइल रहल. जीतल जमीन पाकिस्तान के वापस करे के पड़ गइल उनुका. बाकिर ना त ऊ अपना युद्धबंदियन के छोड़वा पइली ना पीर पंजाल के अपना कब्जा में रख पइली. मोदी एकरा ठीक उलट साफ बता दिहलन कि टेरर आ टॉक एक साथे ना चल पाई, खून आ पानी एक साथे नइखे बहे वाला. ना त पाकिस्तान पर लगावल कवनो प्रतिबंध हटावल गइल बा. सभे जानत बा कि पाकिस्तान देर सबेर मोदी के फेरू मौका देबहीं वाला बा जवना का बाद मोदी के जवाब मिलबे करी आ ट्रम्प के सिंघा के आवाज बेकारे होखे वाला बा.

दुनिया के चउधरी बने के सपना पलले ट्रम्प का बारे में मोदी का करिहें ई अबहीं भविष्य के पाला में बा. मोदी कबो तातल पूड़ी ना तूड़स. हमेशा इंतजार करेलें कि ऊ सेरा जाव, ठंडा हो जाव तब खाईं. ट्रम्प अबहीं तातल पूड़ी जइसन हो गइल बाड़न. उनुको के सेरवाए में लागल बाड़न मोदी बाकिर हमेशा का तरह केहू के एकर थाह नइखे लागे वाला जबले ऊ हो ना जाव. मीडिया एही चलते परेशान रहेला कि मोदी सरकार के कवनो खबर लीक ना होखे. पता तबे चलेला जब ओकर एलान क दीहल जाला. त ट्रम्पो के अबहीं इंतजार करे के पड़ी. उनुकरो चउधरी बनल छोड़ा के देखइहें मोदी.

ट्रम्प के बयान आइल बा कि ऊ कह दिहलन कि जबले भारत पाकिस्तान में समझौता ना होखी तबले अमेरिका एह देशन से कवनो व्यापार ना करी. व्यापार करे का हड़बड़ी में मोदी नइखन. देश के सुरक्षा का कीमत पर होखे वाला कवनो व्यापार मोदी ना होखे दिहें. बाकिर अपना संबोधन में उहो एह बात के देखा दिहलन कि उनुको दिमाग में व्यापार नाचत बा. कहलन कि भारत दुनिया के देखा दिहलसि कि आधुनिक युद्ध के तौर-तरीका में भारत लाजवाब बन के सामने आइल बा आ अब बाकी देशन के चाहीं कि भारत में बनल युद्धक सामान आ प्रणाली खरीदे आगे आवे लोग.

युद्ध के मैदान में आयुधन के जवन प्रदर्शन होखेला ऊ नकली प्रदर्शनी में ना हो पावे. आ भारत देखा दिहलसि कि मोदी है तो मुमकिन है आ भगवान अपना भगतन के सुनत होखसु भा ना, मोदी अपना भक्तन के, अपना देशावासियन के हर बात सुनेलें आ माने जोग होखे त माने में देरी ना करसु. आ इहे कारण रहल काल्हु के संबोधन का पीछे. मोदी भारत के आश्वस्त कर दिहलन कि देश सुरक्षित हाथन में बा आ गद्दारन के पंंजा एकर कुछउ ना बिगाड़ पाई.

 

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