एक जमाना रहे जब राजपूत अपना बाति के पक्का होत रहलें. अब जमाना अमर सिंह जइसन “क्षत्रिय” नेता के आइल बा जे अपना मतलब खातिर जब चाहे तब पाला बदल सकेला. कबो मुलायम के चारण बनि जाई आ बाद में ओकरे के जेल भेजवावे के धमकी देबे लागी. बिना बोलवले नेवता खाये चहुँप जाई आ ओकरा बादो लाज ना लागी ओकरा. चारो ओर से हारल थाकल अमर सिंह अब पूर्वांचल राज्य बनवावे के अभियान चलावत बाड़े. बीच बीच में क्षत्रिय सभा, महासभा में जाइलो चालू राखेले. अब उहे अमर सिंह कोर्ट में कहले कि सोनिया गाँधी पर लगावल आरोप ऊ वापिस लिहल चाहत बाड़न काहे कि गलती हो गइल. कोर्ट पूछ दिहलसि कि तब त कहले रहऽ कि ई अपना निजी जानकारी का आधार पर कहत बाड़ऽ. निजी जानकारी त कबो बदले ना. कोर्ट के इहो शिकायत रहे कि अमर सिंह का आरोप पर बरीसन से मुकदमा चल रहल बा आ कोर्ट के कतना समय बरबाद हो गइल. अब आरोपवे वापिस ले लेत बाड़ त बाकी केस काहे चलावल जाव ? अमर सिंह के वकील कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी रहले.
0 Comments