देश के राजनीति में परिवारवाद का खिलाफ लड़ाई-लड़त भाजपा कब परिवारे के परिवार से लड़ावेे लागल शायद एकर आभास ओकरो ना होखी. मूल रुप से भाजपा के समर्थक होखला का बावजूद वेबसाइट चलावेे केे उत्तरदायित्व हमरा के साँच के साँच कहे से ना रोक सके. सन 71 सेे संघ से जुड़ल रहला का बावजूद संघो पर तंज कसला के आदत कबो ना छूटल. अपना मित्र मंडली मेंं हमनी का कहल करी सँ कि आरएसएस के फुल फार्म होला रुमर स्प्रेडिंग सोसाइटी. आ जब एकेे दिन मेंं पूरा देश में गणेश जी के मूर्ति दूध पिए लगली सँ तब हमनी का मननी सँ कि अगर सगरी फोन नेटवर्क बंदो कर दीहल जाव त संघ केे नेटवर्क से एक दिन में पूरा भारत मेें कवनो खबर फइलावल जा सकेला. 😉
आजु के मथैैला पर लिखे केे मन तब कर गइल जब सुने मेंं आइल कि सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ के भाजपा मेें आ गइली. नइखींं जानत कि उनुका एह कदम ला उनुका ससुर शिबू सोरेेन सेे आशीर्वाद मिलल कि उनुकरे संकेेत पर ऊ अइसन कइली. हो सकेला कि घाघ नेता अपना छोटका बेटा के राहत दिआवेे का आस मेें सीता सोरेन के ई सलाह दिहले होखसु. दोसरेे छोटकी पतोहू उनुका काबू में हो सकेला कि ना होखे, ना त ओकरे के भाजपा ज्वायन करा देतन.
परिवारे के सवांग केे परिवारे का खिलाफ उतार देबे वाला काम त ओह जमाना सेे चलल आवत बा जब संजय गाँधी के विधवा मेेनका गाँधी आ उनुका बेटा वरुण गाँधी केे सोनिया गाँधी का खिलाफ राजनीति का मैदान में उतार दिहले रहुवेे भाजपा.
हाल फिलहाल महाराष्ट्र में चाचा शरद पवार का खिलाफ उनुके भतीजा अजीत पवार केे खड़ा करा दिहले बिया भाजपा. हालांकि एहिजो कबो-कबो संशय बन जाला कि कहीं ई राजनीति के चाणक्य कहाए वाला शरदे पवार केे कवनो चाल मत होखे.
उद्धव ठाकरे का खिलाफ उनुकर चचेरा भाई राज ठाकरेे त कई बरीसन से रार ठान केे बइठल बाड़ें. उनुको के अब भाजपा के शह मिल गइल बा.
हाल फिलहाल बिहारो मेें चाचा-भतीजा के लड़वावेे के खबर बा. चाचा पशुपति पारस के किनारे कर के भाजपा अपना ‘हनुमान’ चिराग पासवान का साथेे खड़ा हो गइल बिया. आखिर इहे ‘हनुमान’ नू नीतीश कुमार केे जदयू केे लंका लगवलेे रहलन जवना के दाह शायद अबहियों नीतीश के दाहत होखी.
चाचा-भतीजा के चरचा का बीचे फुआ-भतीजा के चरचा छोड़ दिहलो ठीक ना कहाई. हमरा लउकत बा कि बंगाल आ यूपिओ में भाजपा के संभावना हो सकेला. ममता आ उनुका भतीजा अभिषेेक का बीचे अनबन के खबर त आवते रहेला. आ बहन मायावती के भतीजा आकाश आनन्दो पर भाजपा डोरा डालत होखे त हमरा कवनो अचरज ना होखी.
कांग्रेेसो परिवार में अनबन के खबर जब-तब आवतेे रहेला त इहो हो सकेला कि कहियो प्रियंका गाँधिओ के भाजपा ज्वायन मत करा दीहल जाव. आ तब लालू के बड़का बेटा तेजप्रतापो का बाउर रहिहें भाजपा में शामिल करावेे ला. तेजप्रताप त जब-तब कृष्ण-शिव वगैैरह के रूप धारण करते रहेलन, सेे भाजपा कह सकेला कि उनुका हिन्दू छवि का चलतेे उनुका केे मौका दीहल गइल.
हँ एगो खबर त छूटले जात रहल. सुने मेें आवत बा कि मुलायम सिंह यादव के बड़की पतोहु अपर्णा केे उनुका छोटकी पतोहू डिम्पल का खिलाफ मैनपुरी सेे उतारेे के प्लान बनावत बिया भाजपा. आ हो सकेला कि रउरा सभे केे ई बात पता ना होखे कि दुनू यादव ना होके राजपूतनी हई सँ. आ लोग कहेला कि मुलायम सिंह जातिवादी रहलन !
आ जब मुलायम परिवार के बात होखते बा त चाचा शिवपाल आ भतीजा अखिलेश में कब ठना जाई के जानत बा.
जवना खबर पर हम ई लेख लिख मरनी अब ओकरो केे सुन लीं –
आ हमरा लेेख पर ना त भक्तन के नाराज होखे के चाहीं ना चमचन के. हँ हमरा पाठकन के नाराज ना होखे के चाही. आ नाराजो होखिहेंं त हमरा कहाँ पता चले वाला बा. कमेेंट करेे केे त आदते नइखे अंजोरिया केे पाठकन के. आ ई खबर बहुते पसरहूं केे अनेेसा नइखे काहें कि रउरा त अपना व्हाट्सअप ग्रुप भा सोशल हैन्डल सेे साझा त करब ना. फेर जंगल मेें मोर नाचो भा मत नाचो केे देखेवाला बा !
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