– पप्पू मिश्र ‘पुष्प’
बिहार में का नइखे !
राम के प्रताप बा
शोक बा संताप बा
कृपा शिव-शक्ति के
दैत्यन के पाप बा
बिहार में का नइखे !
बुद्ध के विहार बा
हत्या-नरसंहार बा
पवित्रता-गंगा के
कोसी आ कछार बा
बिहार में का नइखे !
विद्वता-विनम्रता बा
बेवकूफी-कटुता बा
चमक-दमक मेधा के
अंधेर-मूर्खता बा
बिहार में का नइखे !
साहस बा शक्ति बा
भय,भ्रम,अंधभक्ति बा
संयमित-सरस वाणी
विवादित-अभिव्यक्ति बा
बिहार में का नइखे !
लिट्टी-चोखा,चाय बा
भूख,हाय-हाय बा
भाईचारा,भाव-रस
जाति-सम्प्रदाय बा
बिहार में का नइखे !
रोजी-रोजगार बा
फेंकरत कामगार बा
हीरो-हिरोइन,मॉडल
गँवई आ गँवार बा
बिहार में का नइखे !
गणित बा,सवाल बा
बाढ़ बा,बवाल बा
खेत-खरिहान खूबे
कृषक बेहाल बा
बिहार में का नइखे !
आचार बा,विचार बा
लूट,भ्रष्टाचार बा
परब-तीज,दान-धरम
कुकर्म,व्यभिचार बा
बिहार में का नइखे !
पोथी बा,पतरा बा
दहिनी बा,लतरा बा
सुरक्षित बा गाँव-शहर
घरों में खतरा बा
बिहार में का नइखे !
ममता-मानवता बा
क्रूर-दानवता बा
तनिका में तनातनी
प्रेम-समझौता बा
बिहार में का नइखे !
बिहार पर सवाल कइल छोड़ीं सभे सुनीं
आपना जिम्मेदारी से आँख जन मुनीं
करीं सुधार पहिले आपना में रउवा
कहिया ले सुनत रहेब कान ले गइल कउवा ?
(संपर्क –
छोटी नरैनियाँ (पूरब टोला)
मीरगंज (गोपालगंज)
बिहार – 841438)
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