माँ को समर्पित अरविन्द अकेला कल्लू का नया गीत, नववर्ष की सप्रेम भेंट

नये साल की पहली सुबह जब सूर्य की किरणें आसमान में लालिमा बिखेर रहीं थीं और धरा पर ओस की बूँदों को मोतियों सी आभास करा रहीं थीं, ठीक उसी समय तड़के 6 बजे कल्लू ऑफिसियल यू ट्यूब चैनल से “माँ” नामक एक गीत रिलीज किया गया है, जो माँ के पावन कमलवत चरणों में श्रद्धा सुमन के रूप में समर्पित है। जी हाँ, जहाँ एक ओर कई गाने नववर्ष के स्वागत के लिए बनाये गये हैं, वहीं सुरवीर व युवा सुपरस्टार अरविन्द अकेला कल्लू ने संगीतप्रेमियों को नववर्ष अनुपम सप्रेम भेंट देते हुए माँ को समर्पित नया गीत प्रस्तुत किया है। वैसे तो नये साल के शुभ दिन पर तमाम गीत गाये व बनाये जाते हैं, मगर नूतन वर्ष की पावन बेला पर यदि कोई माँ को याद करे तो बात निराली होती है। क्योंकि माँ आदि शक्ति हैं, सृष्टि जननी हैं एवं मनुष्य की प्रथम गुरु माँ ही हैं। हृदय की गहराइयों से माँ का आभास करने मात्र से लोक-परलोक के द्वार स्वतः ही खुल जाते हैं।

अपनी गायन विधा के जरिये समाज में चेतना जागृत करने के लिए समय समय पर अपनी गायिकी के माध्यम से सुरवीर अरविन्द अकेला कल्लू कुछ नया गीत लेकर आते रहते हैं। इसके पहले बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ गीत और गौ हत्या बंद करो गीत समाज में प्रस्तुत किये थे, जिसे बहुत सराहा गया और सरकार नीति में शुमार किया गया। विदित हो कि माँ गीत का अभी ऑडियो जारी किया गया है। शीघ्र ही वीडियो में भी रिलीज किया जायेगा। इस गीत को स्वर दिया है अरविन्द अकेला कल्लू ने, संगीतकार अविनाश झा घुंघरू ने संगीत दिया है, गीतकार मनोज मतलबी हैं। परिकल्पना अरबिंद मिश्रा का है।


(रामचन्द्र यादव)

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