Better to keep away from USA
नवम्बर 1968 में विलियम एफ बकले से बतियावत घरी हेनरी किसिगर कहले रहलन –
“….. that it may be dangerous to be America’s enemy, but to be America’s friend is fatal.”
मानत बानी कि सदर्भ दोसर रहल आ दक्खिन कोरिया के राष्ट्रपति थिऊ के अपदस्थ करवला का चलते बने वाला हालात ले के ई बात कहाइल रहुवे. बाकिर आजकाल्हु जवना तरह से ट्रम्प के बयान आ कारनामा सामने आ रहल बा ओकरा से ई बात निकहा रेघरियावे जोग बन गइल बा.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रह चुकल डोनाल्ड ट्रम्प 2024 में दुबारा राष्ट्रपति चुना गइलन आ ओकरो बादे से ऊ सगरी दुनिया के नाथे का फेर में लाग गइल बाड़न. जवना तरीका से ऊ बयान देत बाड़न, सभका पर चिल्लात बाड़न, आ अपना विरोधियन पर हमला करत बाड़न, ऊ एगो लोकशाही नेता के ना, बलुक एगो बदला लेवे वाला तानाशाह नियर लागत बा.
राष्ट्रपति पद से हटला का बाद ट्रम्प पर ढेर दर्जन से बेसी केस लदा गइत रहल आ कई गो में त उनका सजो सुना दीहल गइल रहुवे. शायद एकरे खीस ऊ उतारत बाड़न. अमेरिकी लोकतंत्र के संस्थानन पर हमला करत बाड़न – चाहे उ प्रेस होखे, न्यायपालिका, भा खुफिया एजेंसी.
ट्रम्प के नीति से अमेरिका के छवि के नुकसान हो रहल बा आ केहू में हिम्मत नइखे कि ट्रम्प के समुझा सके. लागत बा कि ट्रम्प के समय में अमेरिका एगो “गुंडा मुल्क” बन गइल बावे.
NATO से दूरी, संयुक्त राष्ट्र के उपेक्षा, आ जलवायु संधि से बाहर होखल, दुनिया भर के देशन से टैरिफ का नाम पर रंगदारी वसूलल जा रहत बा. आ एह मामिला में ट्रम्प हितई मितई सब भुला गइल बाड़न. मस्क जइसन साथी के त ऊ जानी दुश्मन बन गइल बाड़न.
आजुवे ऊ अमेरिका के भरोसेमंद साझेदार मानल जाए वाला देशन पर बडहन टैरिफ लगावे के एलान कइले बाड़न. ट्रम्प बारंबार कहत बाड़न कि अमेरिका के “अपना फायदा” छोड़ के दोसरा देश के सुरक्षा में कवनो रुचि नइखे.
आ एहिसे सवाल उठे लागल बा कि का अमेरिका से दोस्ती अब खतरनाक हो सकेला?
ट्रम्प के शैली – एगो ‘बुली’ के हावभाव
ट्रम्प हर मंच पर विपक्ष के अपमान करेलन, महिला विरोधी टिप्पणी करेलन, आ अपनों सहयोगियन से गद्दारी कर चुकल बाड़न. उ धमकी, डर, आ नफरत के राजनीति में माहिर बाड़न. ई सब लोकतंत्र के मूल भावना के चोट पहुंचावे वाला बात बा.
निष्कर्ष – अमेरिका पर भरोसा अब सोचला-समुझला का बादे करे के चाहीं. हमहन का तरफ कहल जाला कि पुलिस के मिताई से जुदाई भला. अब एकरा में तनिका बदलाव करत कहल जा सकेला कि यूएस से मिताई से जुदाई भला. अमेरिका का साथे कवनो गहिर रिश्ता, राजनीतिक, कूटनीतिक आ सामरिक रूप से रिस्क भरल हो सकेला. बाकी देशन के चाहीं कि अमेरिका के दोस्ती में आँख मूंद के भरोसा ना करसु आ आत्मनिर्भरता, बहुपक्षीय सहयोग, अउर क्षेत्रीय संतुलन के नीति पर ध्यान दीहल जाव.
किसिगर सही कहले रहन कि – “It may be dangerous to be America’s enemy, but to be America’s friend is fatal.”
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