Tag: भाषायी पत्रकारिता

ये बीबीसी लंदन है अब “था” हो गइल

– मुकेश यादव ‘ये बीबीसी लंदन है’ के आवाज जब साझ के साढे सात बजे रेडियो पर गुजेला, त लगभग 2 करोङ हिन्दुस्तानी रेडियो से चिपक के बइठ जालन, काहे से कि समय होला कार्यक्रम “दिनभर के”. बाकिर अब रेडियो पर...

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ये बीबीसी लंदन है अब "था" हो गइल

– मुकेश यादव ‘ये बीबीसी लंदन है’ के आवाज जब साझ के साढे सात बजे रेडियो पर गुजेला, त लगभग 2 करोङ हिन्दुस्तानी रेडियो से चिपक के बइठ जालन, काहे से कि समय होला कार्यक्रम “दिनभर के”. बाकिर अब रेडियो पर...

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