Tag: भ्रष्टाचार

हजार का नोट पर छाप दिहल गाँधी

– शैलेश मिश्र हम अन्ना ना भारत सरकार के समर्थक हईं करोड़ो का आबादी में बेबस बेकार हईं जनम से आजुले भठियरपन के संरक्षक हईं. जनम लिहनी त नर्स मँगलसि चार आना डाक्टर बर्थ सर्टिफिकेट ला लिहले फेर चार आना. स्कूल में नाम लिखाई में...

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भ्रष्टाचार आ सदाचार के रिश्ता

– जयंती पांडेय अण्णा के अनशन देखि सुनि के बेचैन रामचेला बाबा लस्टमानंद से कहले, बाबा ई सब का हो ता ? बाबा कहले, ई गीता के नया ज्ञान के अवसर ह, भ्रष्टाचार मेटावे के महाभारत में दुनु इयोर से मोर्चा तइयार ब. दुनु इयोर के लोगन...

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कब जगबS जा ? जब सब कुछ तहस-नहस हो जाई तब का ?

– प्रभाकर पाण्डेय “गोपालपुरिया” आजु रमेसर काका के रिसि सातवाँ आसमान पर बा. सबेरहीं से उ झल्ला रहल बाने, चिल्ला रहल बाने. पूरा गाँव रमेसर काका के बड़ी इज्जत करेला. सबकी दिल में उनकरी प्रति सनमान बा. पर गाँव के लोग इ नइखे...

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बहुत भइल…अब त जागऽ भारत माई के ललनवा

– प्रभाकर पाण्डेय “गोपालपुरिया” का? का कहतारऽ तूँ? ओसामा मार देहल गइल? अमेरिका ओकरी घर में घुसी के मरलसि ह? हे भगवान? बतावऽ न…..ई त अच्छा ना भइल. आपन देस महान बा. अमेरीका से त बहुते महान बा. छमा बीरन के गहना ह....

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ई जग ह भ्रष्टाचारी !

– जयंती पांडेय बाबा लस्टमानंद लमहर सांस घींच के कहले, हो राम चेला ई कुटिल, कपटी जुग में अबहियों कातना लोग भेंटाता ई कहे वाला कि “हम आजु ले कवनों भ्रष्टाचार नइखी कइले. नाजायज पइसा के हाथ से छुअल का हम त ओकरा इयोर तकबो...

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