का चचा, कहिया के दुश्मनी निकालत बाड़ऽ ?

Photo By World Economic Forum on Flickr / Eric Miller – Sam PitrodaCopyright World Economic Forum (www.weforum.org) / Photo Eric Miller emiller@iafrica.com, CC BY-SA 2.0, https://commons.wikimedia.org/w/index.php?curid=8573637

भोजपुरी के कहाउत ह कि रोवे के रहनी तबले अँखिए खोदा गइल. लोकसभा चुनाव 2024 में त जवन होखे के बा तवन होखिए के रही. कांग्रेस पहिलहीं से परेशान बिया कि तोहमत केकरा पर लगावल जाई. कुछऊ कहत बिया उहे बुमरैंग करि के ओकरे पर आ जात बा. भा कहीं कि तीर केनियो उड़ावल जाव घूमाफिरा के कांग्रेसे के खोद देत बावे.

कांग्रेस के घोषणा पत्र में संपति के सर्वेक्षण आ ओकरा बाद ओकर पुनर्वितरण के बात कइल गहीरे चोट करत रहुवे आ ओह पर से कांग्रेस के ओवरसीज अध्यक्ष सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा उर्फ सैम पित्रोदा अइसन सत्यनारायण कथा बाँचे लागत बाड़न कि बुझात बा कि कांग्रेस के गंगालाभ करोइए के मनिहें. पहिले कह दिहलन कि लोग के संपति के 55 फीसदी हिस्सा सरकार का लगे आ जाए पर विचार करे के चाहीं जवना के बाद में सरकार मजलूमन में बाँट सके. आ मनमोहन सिंह के कहल कि देश के संसाधनन पर पहिला हक मुसलमानन के होला का हिसाब से एह संपचि बँटवारा के फायदा मुसलमानने के दीहल चाहत बिया कांग्रेस. कांग्रेस तबहियों उनुका विचार के उनुकर निजी विचार बतवले रहुवे आ अब फेरु एक बेर सैम चचा अइसन कथा बाँच दिहलन कि कांग्रेस के किरकिरी हो गइल. एक बेर फेरू कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश बयान जारी करि के कहले बाड़न कि सैम पित्रोदा के दीहल सगरी उपमा बहुते गलत बाड़ी सँ आ ओकरा के सकारल ना जो सके. कहले बाड़न कि कांग्रेस पित्रोदा के बयान से अपना के एकदमे अलगा करत बिया.

कहे खातिर जवन कहसु बाकिर कांग्रेसियन के मन में इहे आवत होखी कि, चचा कवन दुश्मनी आ कहिया के दुश्मनी निकालत बाड़ऽ ? बेचारी कांग्रेस अपना राहुल गाँधी के राजनीतिक गुरु के निकालिओ नइखे सकत. आ हो सकेला कि ओकरा इहो अनेसा होखे कि कहीं चचो त घाट बदलल नइखन चाहत ? कांग्रेस के मौजूदा हालोत में कुछऊ असंभव नइखे रहि गइल.

रउरो सोचत होखब कि सैम के बयान त बतइबे ना कइनी आ लमहर कहानी बाँच दिहनी. त जोल जाईं कि सैम चचा के लागेला कि पूर्वात्तर के लोग चाइनीज हवे, पश्चिम के लोग अरब के आ दखिन के लोग अफ्रीकी. अब कांग्रेस के बाचल-खुचल उमेद दखिने भारत से बा आ ओकर करिया रंग देख के कांग्रेस के ओवरसीज अध्यक्ष अफ्रिकन बता दिहले बाड़न.

चचा सैम के पाला बदले के अनेसा का पीछे शायद इहो हो सकेला कि सैम के जनम ओडिशा के टिटलागढ़ में रहे वाला एगो गुजराती परिवार में भइल रहल. उनुकर शुरुआती पढ़ाइओ गुजराते में भइल रहल. कहले जाला कि भोथरो हँसुआ अपना ओर काटेला. हो सकेला कि सैम के गुजराती गौरव जोग पड़ल होखे आ ऊ कथा का हर अध्याय के पूरा कइला पर शंख बजा देत बाड़न.

0 Comments

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *