भोजपुरी सिनेमा के मेगास्टार मनोज तिवारी का पहल पर रेल मंत्रालय क्षेत्रीय सिनेमा के फिल्मन का निर्माण में लागल सगरी तकनीशियन के रेल किराया में ७५ फीसदी के भारी छूट दे दिहले बा. ई फैसला आजु पहली जुलाई से लागू हो गइल बा.
पिछला दिने पश्चिम बंगाल में निकाय चुनावन में मनोज तिवारी तृणमूल कांग्रेस खातिर चुनाव प्रचार करे गइल रहले आ ओहि दौरान ममता बनर्जी से अनुरोध कइले रहले कि क्षेत्रीय सिनेमा के बढ़ावा देबे खातिर भोजपुरी सहित सगरी क्षेत्रीय फिल्मन का निर्माण में लागल लोग के शूटिंग खातिर यात्रा करे में किराया में छूट दिहल जाव. एह प्रयास का बाद रेल मंत्रालय फैसला ले लिहलसि कि क्षेत्रीय सिनेमा, जवना में भोजपुरी,मराठी, गुजराती, बंगला, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयाली सभे शामिल बा, के कला निर्देशक, संपादक, संगीतकार, स्टंटमैन सहित सगरी तकनीशियनन के शूटिंग खातिर यात्रा में भारी छूट दिहल जाई जवन स्लीपर क्लास खातिर पचहत्तर फीसदी तय कइल गइल बा. उपर के क्लासन में ई छूट पचासे फीसदी के रही. हालांकि दुरंतो, गरीबरथ, आ युवा गाड़ियन में ना दिहल जाई. सीजन टिकट, उपनगरीय सवारी गाड़ियनो में ई छूट ना मिली.
दीदी के एह पहल के स्वागत करत मनोज तिवारी कहले बाड़न कि रेलमंत्रालय के एह फैसला से क्षेत्रीय सिनेमा के गो बड़हन राहत मिल गइल बा.
(स्रोत : शशिकान्त सिंह)
क्षेत्रीय फिलिम के प्रोत्साहन में ई निर्णय के महती भूमिका आगे आए वाला दिनन में दिखाई दी…
मनोज तिवारी और ममता बनर्जी के बहुत ही धन्यवाद…
hansi aati hai padhkar . सिनेमाकर्मियन के रेलभाड़ा में छूट ka nirnay rail budget mein liya gaya tha . rail budget 4 maah pahle paas hua hai. manoj tiwari maatra do maah pahle mamta banrji se mile hain. sirf credit lene ke liye manoj tiwari kuch na kich karte rahte hain. aap midia waale hain aapko to kamse kam iski jaankaari honi chahiye thi. Shame
संजय जी,
कई बेर राउर टिप्पणी मिलल बा आ हर बेर प्रकाशितो कर दिहल गइल बा. अबकीओ के राउर कमेंट प्रकाशित कर दिहल गइल बा. जवाब त ओहि दिने दिहल चाहत रहनी बाकिर सोचनी कि तनी रोक के दिहल जाव. रउरा हमरा के शेम लिखले बानी एहसे जवाब दिहल जरुरी हो गइल बा.
संजय जी हम नइखी जानत कि रउरा मनोज तिवारी से का शिकायत बा आ रविकिशन से का मोहब्बत बाकिर रउरा हर बेर मनोज तिवारी का बारे में प्रकाशित कबरे पर आलोचनात्मक टिप्पणी करेनी आ रविकिशन के जियत रहऽ भईया, तोहार कवनो जवाब नाही लिखेनी.
अँजोरिया ना त मनोज तिवारी के भोंपू हऽ ना दोसरा कवनो अभिनेता अभिनेत्री के. जवन सामग्री आवेले ऊ रउरा बढ़िया से मालूम बा कि कवनो ना कवनो पीआरओ का माध्यम से आवेले आ हर सामग्री का साथे ओह माध्यम के नाम दिहल जाला. बुद्धिमान पाठक ओहिसे समुझ जाले कि ई प्रचार सामग्री ह आ एकरा के गंभीरता से लिहला के जरुरत नइखे.
रउरा बारे में हमरा मालूम नइखे बाकिर अपना बारे में बता सकीले कि तीसन साल से मीडिया आ राजनीति दुनु के बहुते नजदीक से देखले बानी. हर छपल खबर साँचे ना होखे आ हर साँच खबर छपियो ना पावे. भोजपुरी सिनेमा में जे बा से सुपरेस्टार बाकिर भोजपुरी फिल्म छोड़ के दोसरा फिल्म का तरफ तेजी से भागेला लोग, हर फिल्म सुपर डुपर हिट होले आ निर्माता दिवालिया हो जाले. बालीवुड में एगो सुपर स्टार होत आइल बा बाकिर भोजपुरी सिनेमा में हर बात नकल के होखला का बावजूद सुपर स्टार डेढ़ दर्जन बाड़े. का कईल जाव? ओह लोग के खबर छापल बन्द कर दिहल जाव?
राउर टिप्पणी के शुरु से आजु फेर देखनी हऽ आ आजु से राउर कवनो टिप्पणी प्रकाशिन ना होखी. अपना दही के जतना मीठ कहे के बा कह ली बाकिर दोसरा के दही के खट्टा बतावल बन्द करी. अँजोरिया के हम पीआरओ लोग के आपसी युद्ध के अखाड़ा ना बने देब.
आशा बा कि आइन्दा कवनो टिप्पणी करे वाला आदमी ॓ह लक्ष्मण रेखा के हमेशा ध्यान में राखी.
संपादक प्रकाशक
अँजोरिया
O P ji,
You have taken a very nice step.
this is the difference between anjoria and others.
thanks
manoj bhaiya ke upar comment karne se pehle sanjay ji ko vichar karna chahiye tha.
No more comments on this page please.