कुछ दिन से देखत बानी कि अँजोरिया के पाठक पाठिका लोग के टिप्पणी नइखे आवत. हालांकि केहू के टिप्पणी पर रोक नइखे लगावल गइल. बस कुछ अनेरिया लोगन के अनेरे के कमेंट डिलीट कइला से परेशान होके सोचनी कि जरुरी कर दीं कि लोग कमेंट लिखे से पहिले अँजोरिया पर लॉग इन कर लेव. बुझात बा कि या त लोग के आपन पासवर्ड याद नइखे भा लोग जहमत नइखे उठावल चाहत. ओने अनेरिया कमेंट में कवनो कमी नइखे आइल.
चलीं आजु से ऊ प्रतिबन्ध उठा लिहल गइल बा. बाकिर हर कमेंट के प्रकाशित करे से पहिले देखल जरुर जाई आ अनेरिया कमेंट ओह बाधा के पार ना कर पाई.
राउर,
प्रकाशक संपादक,
अँजोरिया
ई त बङा निमन काम भईल ,हम मोबाईल से कमेँट देत रहनी ह ,बाकी password काँपी पेस्ट ना होत रहे त एकएगो अक्षरीया लिखे के पङत रहे , ई अंजोरीया देश दूनिया मे क्षा जाव इहे हमार भगवान से प्रार्थना बा
This is a really good step. We should leave many more things on readers, they will surely decide what is right and what is wrong.
I’m happy, keep it up.