विश्व भोजपुरी सम्मेलन बलिया अउर “पाती रचना मंच” पिछला दिने बलिया शहर के टाउन हॉल में आयोजित 12 वां अधिवेशन में तीन गो चर्चित भोजपुरी कवियन – दिनेश पाण्डेय (पटना), शशि प्रेमदेव (बलिया) अउर शिवजी पाण्डेय ‘रसराज’ के “पाती अक्षर सम्मान” से सम्मानित कइल गइल.
कार्यक्रम मुख्य अतिथि प्रोफेसर सदानंद शाही आ विशिष्ट अतिथिद्वय डॉ प्रकाश उदय अउर प्रोफेसर पृथ्वीराज सिंह के गरिमामय उपस्थिति मे समारोहपूर्वक शुरु भइल. संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आ ‘पाती’ पत्रिका के संपादक डॉ अशोक द्विवेदी अउर जनपदीय इकाई के अध्यक्ष विजय मिश्र माला आ अंगवस्त्र से अतिथियन के सम्मान कइलन.
“भोजपुरी साहित्य के बढ़त डेग” विषय पर बोलत प्रोफेसर शाही कहनी कि वर्तमान समय में यशस्वी भोजपुरी पत्रिका ‘पाती’ का साथही अउरिओ कई पत्रिकन का प्रकाशन के साथे, लगातार प्रकाशित हो रहल कृतियन से भोजपुरी साहित्य समृद्ध हो रहल बा.
डॉ प्रकाश उदय कहनी कि आजुकाल्हु बड़को प्रकाशन भोजपुरी के साहित्यिक रचनन के प्रकाशन करे लागल बाड़ें. मातृभाषा में शिक्षा देबे के सरकारी अभियानो के सकारात्मक असर लउकत बा, कुछ विश्वविद्यालयन में भोजपुरी पढ़ावलो जा रहल बा.
जार्ज ग्रियर्सन रचित भोजपुरी भाषा सर्वेक्षण आ ओह पर लिखल पुस्तक के भोजपुरी भाग के अनुवाद करव वाला डॉ पृथ्वीराज सिंह कहनी कि हिन्दी समर्थक बेकारे में भोजपुरी का खिलाफ प्रलाप करत बाड़न.
एही कार्यक्रम में राजगुप्त जी डॉ अशोक द्विवेदीओ के सम्मानित कइलें. खास इहो रहल कि एह सम्मान के जानकारी बस संचालके जानत रहलें.
कार्यक्रम के दुसरका सत्र काव्य गोष्ठी के रहुवे.एह सत्र में मिथिलेश गहमरी, अक्षय पाण्डेय, डॉ प्रकाश उदय, दिनेश पाण्डेय, हीरालाल हीरा, शशि प्रेमदेव, शिवजी पाण्डेय रसराज, विजय मिश्र, डॉ शत्रुघ्न पाण्डेय, डॉ अशोक द्विवेदी, शंकर शरण काफिर, अशोक तिवारी, रामेश्वर सिंह, सत्यमोहन श्रीवास्तव, विंध्याचल सिंह, विनोद कुमार विमल, मुकेश चंचल वगैरह कवि अपना समय संदर्भित स्तरीय कविता सुना-सुना के सुननिहारन के भावविभोर क दिहलें.
कार्यक्रम के अध्यक्षता विजय मिश्रजी आ प्रवाहपूर्ण संचालन के के सिन्हाजी कइनी.
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