बांग्लादेश में मुस्लिम बहुसंख्यक के ओर से हिन्दू अल्पसंख्यक प हो रहल अत्याचार अउरी नरसंहार के चलते भारत के हिन्दू बहुत दुखी अउरी चिंतित बाड़े. एकर अंदाजा एह बात से लगावल जा सकेला कि भारत के विभिन्न शहरन में हिन्दू आ हिंदुत्व संगठन ना खाली जुलूस निकालत बाड़ें बलुक दिल्ली में बांग्लादेश के उच्चायोग का सोझा प्रदर्शनो कइलें. विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहल, तबहियों भारत सरकार पूरा सुरक्षा इंतजाम कइले रहल बांग्लादेश के उच्चायोग का आसपास.
आजु भारत के विरोध के राह चुन के बांग्लादेश सीधे पाकिस्तान से आपन नजदीकी देखा रहल बा भा दोसरा शब्दन में कहीं त भाईचारा के प्रदर्शन कर रहल बा. भाई होखे के प्रमाण के तौर प बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकन का खिलाफ अत्याचार अउरी नरसंहार कइल जाता. नरेंद्र मोदी चुपचाप देखत बाड़ें. इ लोग ध्यान नइखे देत बाकिर मेसर्स बगडिया ब्रदर्स (छत्तीसगढ़ राज्य) के माध्यम से पचास हजार टन चावल 456.67 डॉलर प्रति टन के दर से भेजऽ तारे. ई सौदा आपदा में मौका के सबसे ज्वलंत उदाहरण बा.
ई उहे भारतीय जनता पार्टी अउरी नरेंद्र मोदी ह जवन नेपाल प चीन समर्थक होखे के आरोप लगावत रहले अउरी ई कांग्रेस के विदेश नीति के असफलता ह, अइसन दावा करत रहलें. लेकिन बांग्लादेश में हिन्दू प अत्याचार जइसन आपदो में नरेंद्र मोदी व्यापार के अवसर खोज लेत बाड़न. आज नरेंद्र मोदी के “मतुआ” आ “हरिचंद ठाकुर” के याद नइखे आवत. होंठ सिआइल बा, ट्विटर (अब एक्स) प लिखल बंद हो गइल बा.
बांग्लादेश के एगो मजबूत संदेश देबे के ई मौका बा. भारत दुनिया के सबसे बड़ लोकतंत्र ह जब बांग्लादेश में लोकतंत्र के हत्या हो रहल बा, हिन्दूवन के हत्या हो रहल बा. का दुनिया के सबसे बड़ लोकतंत्र के चुपचाप बईठे के चाही? नरेंद्र मोदी, जिनका आदेश प युद्ध बंद हो जाला, चुपचाप हिन्दू के अत्याचार अउरी नरसंहार देखत बाड़न.
भारत आज हिन्दू के आवाज ना बन पाई त अब कबो ना बन पाई. 1971 में इंदिरा गांधी जवन कइले रहली, ओकरा से जादे नरेंद्र मोदी कर सकत रहलें. का 1971 के भारत आज से ज्यादा ताकतवर रहे ? ना, ओह घरी देश के नेतृत्व ताकतवर रहे जवन पाकिस्तान के दू टुकड़ा में बांट देले रहे.
आज हम बांग्लादेश के बंटवारा के बात नइखीं करत, लेकिन भारत व्यापार प त रोक लगाइए सकत रहे. बांग्लादेश जवन चावल के कटोरा ह, ओकरा पाले आज चावल तक नइखे. त एकरा से अनुमान लगावल जा सकेला कि भारत आर्थिक प्रतिबन्ध से बांग्लादेश पर केतना प्रभाव डाल सकेला. भारत बांग्लादेश के साथे 13 अरब डॉलर के व्यापार करेला आ पांचवा सबसे बड़ व्यापारिक भागीदार बा.
सितंबर 2024 तक भारत बांग्लादेश में 861 मिलियन डॉलर के निर्यात कइलस आ बांग्लादेश से 206 मिलियन डॉलर के आयात कइलस. एकरा से अंदाजा लगावल जा सकेला कि भारत नाक से पानी पियवला के ताकत रखेला. चावल के बात कइल जाव, बांग्लादेश के कवन पड़ोसी देश एकरा के सस्ता दर पर चावल उपलब्ध करा सकेला? का चीन, बांग्लादेश में चावल निर्यात कर सकेला? बिलकुल ना, चीन खुदे चावल में आत्मनिर्भर नइखे. ठीक ओसही पकिस्तानो बांग्लादेश के भारत से सस्ता दर से चावल नइखे दे सकत.
हमनी का हिन्दू के मारे वाला के चावल दे रहल बानी, उहो छत्तीसगढ़ के मेसर्स बगडिया ब्रदर्स के द्वारा. नरेंद्र मोदी के बस सत्ता चाहीं, जब हिन्दू खातिर कुछ करे के समय आवेला त चुप रहेले. आईं सीएए (CAA) के बारहूं में बात क लीहल जाव. 2014 के समयसीमा लगावे के का जरूरत बा? दुनिया में कहीं के हिन्दू जे दुखी बा भा शोषण के शिकार बा, ऊ जब मन करे भारतीय नागरिकता ले सकेला. समय सीमा खतम कइला से, का भारत पर आसमान गिर जाई भा अइसन प्रावधान क के धरती फट जाई? नरेंद्र मोदी एकरा से बड़हन रेघारी खींच सकत रहलें लेकिन इ उनुका किस्मत में नइखे, भा कहीं त उनुका योजना में नइखे.
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