निर्माताओं के दबाव में आमदनी के आंकड़े हटाए

निर्माताओं के दबाव में यूएफओ मूवीज ने हटाये फिल्मों की आमदनी के आंकड़े हटाए
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आधुनिक सिनेमा के युग में फिल्मों का प्रदर्शन के बारे में जानने का सबसे अधिक लोकप्रिय और सरल जरिया यूएफओ मूवीज (डिजीटल सिनेमा) है. आज के समय में संपूर्ण भारत में 4912 सिनेमाघरों में यूएफओ मूवीज के जरिये 22 भाषाओं की फिल्मों का प्रदर्शन होता है. इस नेटवर्क पर अब तक विभिन्न भाषाओं की लगभग 8100 सौ से अधिक फिल्में प्रदर्शित की जा चुकी है.

पर यूएफओ सिनेमा के वेबसाइट से एक काॅलम हटा दिया गया है जिसमें फिल्म का आंकड़ा सप्ताह और सिनेमाघरों के अनुसार हुआ करता था. इस काँलम से कोई भी आम आदमी किसी भी भाषा की फिल्म का सिनेमाघरों के चढ़ते उतरते ग्राफ को बड़ी आसानी से देख सकता था. लेकिन कुछ दिनों से यह काॅलम यूएफओ मूवीज ने अपने वेबसाइट से गायब कर दिया है.

इस संबंध में जब यूएफओ मूवीज के भोजपुरी सिनेमा के अधिकृत अधिकारी ने बताया कि ऐसा निर्माताओं के दबाव के कारण किया गया है. निर्माता नहीं चाहते कि उनकी फिल्म की वास्तविक सच्चाई सिनेप्रेमियों, न्यूज से संबंधित व्यक्तियों और आम आवाम तक पहुंचे.

यूएफओ मूवीज के अधिकारी का यह बयान साफ दर्शाता है कि कैसे फिल्म निर्माता वर्ग सिनेप्रेमियों को अंधकार में रखकर अपना उल्टा – सीधा करने में लगा हुआ है. इन लोगों के दबाव के चलते यूएफओ मूवीज को भी अंततः मजबूर होकर मूवी स्टेटिक्स काॅलम को अपने वेबसाइट से हटाना पड़ा.


(संकेत जे0 सिंह)

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