पैतृक संपत्ति में बेटी के अधिकार मँगीहें रिंकू घोष

भोजपुरी फिल्म ‘सईंया ड्राईवर बीबी खलासी’ में भोजपुरी के नंबर वन अदाकारा रिंकू घोष अपना किरदार में पैतृक संपत्ति में बेटी के अधिकार के बात उठइहें. पैतृक सम्पत्ति में बेटी के अधिकार के बात करे वाली ई पहिला भोजपुरी फिल्म होखी. हिंदीओ में एह मुद्दा पर बनल कवनो फिल्म जानकारी में नइखे. एह फिल्म में एहू बात के चरचा बा कि आजु पइसा कइसे हमनी के रिश्ता के गर्माहट कम करत बा. पइसा का पाछा भागत हमनी के समाज कतना संवेदनहीन हो गइल बा, वगैरह. बाकिर थोड़िका धन का लालच में अपना खून के रिश्ता ताक पर राख देबेवाला एह समाज में दुलरियो बिया जेकरा ला रिश्ता अबहियो पइसा से बढ़ि के बा, आ जे जियते रिश्ता ना मुअलो रिश्ता निबाहत बिया.

‘सईंया ड्राईवर बीबी खलासी’ फिल्म के कहानी में दुलरिया के पति के हत्या कर दिहल जात बा आ ओकर पिता ओकरा के नइहर वापिस ले आवत बाड़न. एहिजा ओकर दुनु भाई आ भउजाई ओकरा के बहुते प्यार से राखत बा बाकिर जसहीं पिता ओकरा गुजारा खातिर डेढ़ बिगहा ज़मीन दुलरिया का नामे कर देत बाड़न, उहे भाई-भउजाई ओकर दुश्मन हो जात बाड़े. तरह-तरह के उपाय से ओकरा के भगावे चाहत बाड़े जेहसे कि ओह लोग के जमीन बाचल रहि जाव. लेकिन उहे बहिन हर कदम पर अपना भाईयन के परिवार खातिर समर्पित रहत बिया.

मशहूर कहानीकार रामधारी सिंह दिवाकर के लिखल कहानी में बहुत जोड़-घटाव करके एगो निकहा पटकथा बनवले बाड़े निलय उपाध्याय. ऊ बहुते खूबसूरती से वर्तमान आ अतीत के पेश कइले बाड़न, अंजनी कुमार के निर्देशन बढ़िया बा आ फिल्म परिवार का साथे बईठ के देखे लायक बा.

फिल्म नवंबर में प्रदर्शित होखेवाली बा.


(स्रोत : शशिकांत सिंह)

0 Comments

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *