Tag: बतकुच्चन

शासन चलावल, बच्चा पालल आ दूध उबालल बिना खड़ा भइले ना हो पावे ( बतकुच्चन – १२७)

गंगा, तिरंगा, नवरंगा, बहुरंगा, एकरंगा, लफंगा, भिखमंगा, लंगा, आ दंगा. तिरंगा आ बहुरंगा आबादी वाला अपना देश में गंगा के महत्व बहुते बा. बाकिर गंगा के खासियते में एगो अइसन गुन लुकाइल बा जवना के केहू बढ़ियो कह सकेला त केहू खराबो....

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ई अतते कबले (बतकुच्चन – १२६)

ई अतते कबले, जब ले चले तबले. पिछलका पख में संसद से लिहले सड़क ले कुछ अइसने नजारा देखे के मिलल जवना से मन में ई सवाल उठ गइल कि ई अतते कब ले? आ संगही जबाबो मिल गइल कि जब ले चले तबले. कवनो अति तबहिए ले चल पावेला जब ले ओकरा के भुगते...

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कदुआ पर सितुहा चोख (बतकुच्चन – १२५)

कदुआ पर सितुहा चोख. एह भोजपुरी कहाउत के मतलब होला कि कमजोर भा सिधवा पर उहो भारी पड़ जाला भा तेज बन जाला जे वइसे त महाभोथर गिनाला. अइसने एगो अउर कहाउत ह कि गरीब के जोरू गाँव भर के भउजाई. एहिजा गरीब के मतलब धन आ बल दुनु के कमजोरकन...

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बकवास, भाषण, संबोधन, आ प्रवचन (बतकुच्चन – १२४)

बकवास, भाषण, संबोधन, आ प्रवचन चारो एकही काम के अलग अलग जाति ह. चारो में बहुत हद तक समानता मिल सकेला भा जवन एक आदमी ला बकवास होखी उ दोसरा ला प्रवचन हो सकेला. चारो में एक आदमी बोलेला आ बाकी लोग सुनेला. सुने वालन के काम हँ में हँ...

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माँद आ बिल क फरक (बतकुच्चन १२३)

पिछला दिने टीवी पर होखत बहस में पप्पू आ फेंकू के चरचा चलत रहुवे. टीवी के चरचा देखला के एगो मकसद इहो रहेला कि बतकुच्चन खातिर कुछ मसाल भेंटा जाव. लगातार हर हफ्ता कुछ रचल अतना आसान ना होखे. कक्षा में पढ़ावे जाए से पहिले शिक्षक कतना...

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🤖 अंजोरिया में ChatGPT के सहयोग

अंजोरिया पर कुछ तकनीकी, लेखन आ सुझाव में ChatGPT के मदद लिहल गइल बा – ई OpenAI के एगो उन्नत भाषा मॉडल ह, जवन विचार, अनुवाद, लेख-संरचना आ रचनात्मकता में मददगार साबित भइल बा।

🌐 ChatGPT से खुद बातचीत करीं – आ देखीं ई कइसे रउरो रचना में मदद कर सकेला।