Tag: बतकुच्चन

बतकुच्चन – १०७

हँसुआ के बिआह में खुरपी के गीत, हिंदी का पेपर में गणित के सवाल. हो सकेला कि आजु के बतकुच्चन रउरो कुछ अइसने लागे. पिछला दिने तीन जगहा बम फटला के खबर आइल. अमेरिका के बोस्टन, पाकिस्तान के पेशावर आ भारत के बेंगलुरु से. एह तीनो में...

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बतकुच्चन १०६

आजु पता ना काहे मन करत बा कि बिर्हनी के छत्ता खरकोंच दी. काहे कि एने कुछ दिन से मधुमाखी के छत्ता चरचा में आ गइल बा. अब मधुमाखियन के भरभरा के निकल पड़े खातिर अतने बहुत बा. बिना कुछ अउर बोललहू लोग भँभोरे निकल पड़ी बाकिर आजु त कहला...

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बतकुच्चन १०५

“अंगुरी में डँसले बिया नगिनिया ए ननदी सईंया के जगा द, रसे रसे उठेला लहरिया ए ननदी, सईंया के...

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बतकुच्चन – १०४

“डोलिए में अइनीं, डोलिए में गइनीं, डोलिए में रहि गइल पेट. ए सासु जी तोहरे किरिया सईंया से नाहीं भेंट.” एक जमाना रहुवे छायावादी कवियन के. बात के घुमा के अइसे कहीहें कि कुछ लोग बूझी कुछ ना. कविता के खजुराहो जस होला...

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🤖 अंजोरिया में ChatGPT के सहयोग

अंजोरिया पर कुछ तकनीकी, लेखन आ सुझाव में ChatGPT के मदद लिहल गइल बा – ई OpenAI के एगो उन्नत भाषा मॉडल ह, जवन विचार, अनुवाद, लेख-संरचना आ रचनात्मकता में मददगार साबित भइल बा।

🌐 ChatGPT से खुद बातचीत करीं – आ देखीं ई कइसे रउरो रचना में मदद कर सकेला।