Tag: बतकुच्चन

बतकुच्चन २४

का होई जब राउर टहलुआ रउरे के टहलावे लागे ? टहलुआ ऊ जे टहल करे, सेवा करे, राउर छोट मोट काम रउरा कहला पर कइल करे. टहलुआ के स्त्रीलिंग टहलनी होला. सेवा टहल करे खातिर जनता अपना सांसद विधायकन के चुनेले बाकिर चुनाते ऊ लोग चुने वालन के...

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बतकुच्चन – २३

भोजपुरी में एगो कहाउत कहल जाला कि जबरा मारबो करे आ रोवहू ना देव. कुछ कुछ इहे हाल हो गइल बा देश के. सरकार में शामिल लोग हर तरह के करम कुकरम करे में लागल बा बाकिर केहू के ओकरा खिलाफ मुँह नइखे खोले देत. बाबा रामदेव अइसन कोशिश कइलन...

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बतकुच्चन २२

हिन्दी में “कल” के जवन मतलब होखे भोजपुरी में त एकर मतलब बिल्कुले अलग होला. कहल जाले कवनो करवट कल नइखे मिलत. अतना बेकल हो गइल बानी एह कलकानी से कि बुझात नइखे कि का करी. कल मतलब कलपूर्जा वाला कल, कल कारखाना वाला कल, आ...

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बतकुच्चन – २१

पिछला दिने जवन कुछ भइल तवन बहुत दुखद रहल. मुंबई पर एक बेर फेरु से आतंकी हमला हो गइल तब बुझाइल कि देस के जनता कतना बेअसरा हो गइल बिया. केहू नइखे जे ओकरा के असरा, आश्रय, पनाह दे सको. जे दे सकत रहे ऊ त खुदे बेअसर हो के रह गइल बा....

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बतकुच्चन २०

पिछला पखवारे राजनीतिक हिसाब से बहुते हंगामेदार रहल. एह बीच कुछ लोग माल सरका के सरकार से सरकि लिहले त कुछ लोग अपना सरकावे का काबिलियत का चलते सरकार में घुसे के हिसाब किताब लगावे में लागल रहले. अलग बाति बा कि उनकर चलल ना. अब सरकल...

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