Tag: बतकुच्चन

बतकुच्चन ‍ – ९२

समाज में भड़इता आ मीडिया में भाँड़ बहुते मिल जइहे. अब भड़इता त ऊ जे भाड़ा देव बाकि भाँड़? आ फेर भाँड़ आ भँड़ुआ में का फरक? भँड़सार त सुनलही होखब सभे जहाँ अनाज भूंजाला. मीडिया में भँड़सारो होला जहाँ तरह तरह के खबरन के भुंजल जाला बाकि आजु...

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बतकुच्चन ‍ – ९१

हेलल-हेलल भईंसिया पानी में. पिछला हफ्ता गुजरात के चुनाव के पोस्टपोल सर्वे क बाद मन में ई पुरान गाना गूंज उठल. बाकिर चुनाव-चरचा छोड़ हम सोचे लगनी कुछ अउर. हेलल आ घुसल में कुछ फरक होला कि ना, आ होला त का? अगर गीतकार घुसल-घुसल...

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बतकुच्चन ‍ – ९०

गुजरात चुनाव का गरजा गरजी का बीच हम सोचनी कि हमरा का गरज बा एह में माथ घुसावे के. खास कर तब जब दुनु तरफ से, भा कहीं त तीन तरफ से मूसर गिरत होखे ओखरी में. बाकिर गुजरात चुनाव के एगो बड़हन खासियत बा कि पहिला बेर देश के कवनो राज्य...

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बतकुच्चन ‍ – ८९

बबुनी ससुरा ना जाली मने मने गाजेली. भोजपुरी के ई कहाउत आजु कुछ राजनीतिक गोलो पर सही बइठत लागत बा. देश के बड़का पंचायत में दू गो गोल विदेशी किराना बाजार के विरोध कइला का बावजूद ओकरा के आवे से रोके के मौका पर भाग परइले. बहाना बना...

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बतकुच्चन ‍ – ८८

जब कवनो नेता के अपना पार्टी में रहत असकस लागे लागेला त ऊ अइसन अइसन बयानबाजी शुरू कर देला जवना से पार्टी नेतृत्व के अनकस होखे लागे आ ऊ आपन अहजह आ असकत छोड़त ओह नेता के पार्टी से निकाले के फैसला कर लेव आ ओकरा के उभचुभ से बचा लेव....

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🤖 अंजोरिया में ChatGPT के सहयोग

अंजोरिया पर कुछ तकनीकी, लेखन आ सुझाव में ChatGPT के मदद लिहल गइल बा – ई OpenAI के एगो उन्नत भाषा मॉडल ह, जवन विचार, अनुवाद, लेख-संरचना आ रचनात्मकता में मददगार साबित भइल बा।

🌐 ChatGPT से खुद बातचीत करीं – आ देखीं ई कइसे रउरो रचना में मदद कर सकेला।