भउजी हो, तोहार नाँव का ह?

भउजी हो !

का बबुआ ?

तोहार नाँव का हऽ ?

ना बताएब.

तोहार उमिर कतना भइल ?

ना बताएब.

तोहार धरम का ह ?

ना बताएब.

बिआहे अइलू ओकरा बाद कतना के गहना बनववलू ?

ना बताएब.

कवना बेमारी के ईलाज करावे नइहर गइल रहलू ?

कई हालि कह दिहनी कुछ ना बताईब त कुछ ना बताईब. आजु काहे एह पूछताछ करे में लागल बानी ?

बस अइसहीं. देखे के चहनी कि एह सवालन के तू का जवाब देत बाड़ू. बाकिर तू बतावत काहे नइखू ?

एहसे कि एहसे हमार प्राइवेसी उघार हो जाई !

अब छोड़ अब एह फगुआ का मौसम में प्राइवेसी उघारे के बाति मत करऽ. गुझिया बनवले बाड़ू कि ना ? आ कि इहो ना बतइबू ?

ई काहे ना बताएब अपना लहूरा देवर के. आ बतइबे ना करब खियइबो करब. चलीं.

चलऽ.

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